साहित्य

आर्ष भारत सहर्ष  - लता सूर्य प्रकाश ,केरला

   भारत जैसे पवित्र धरती हमारी मां ।  पर स्वतंत्रता के कितने मकुट पहली नजर में...

सरग से भी बढ़कर  - डाँ0 यमुना तिवारी व्यथित

सरग से भी बढ़कर करें अपने वतन से प्यार, वतन पे मर मिटे हैं  कितने लाल बे शुमा...

योगी का अखंड भारत प्लान - डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित

योगी का अखंड भारत प्लान  खत्म होने वाला पाकिस्तान, भारत में विलय की संभावना ड...

वनांचल साहित्य समरोह में छत्तीसगढ़ी संस्कृति का महाकुंभ...

वनांचल साहित्य सृजन समिति मोहला द्वारा आयोजित एक दिवसीय साहित्यिक समरोह में छत्त...

ग़ज़ल - 10 - रियाज खान गौहर, भिलाई

नजर से नजर तुम मिलाकर तो देखो  मुझे अपनें दिल में बसाकर तो देखो ..........

ग़ज़ल - 6 -नौशाद अहमद सिद्दीकी, भिलाई

मोहब्बत की ऐसी तो सूरत नहीं है,  दिखावे की चाहत है, चाहत नहीं है।   ........

ममता भूली राष्ट्रधर्म  - डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित 

बेटियों की सुरक्षा पर आफत रेप पर भी होती सियासत, ममता सरकार को फटकार  उच्च न्...

ग़ज़ल - 1 - शफ़ीक़ रायपुरी, बस्तर , छत्तीसगढ़

 न जाने कौन आया था मिरे वीरान कमरे में  सलीके से धरा है हर जगह सामान कमरे में.....

ग़ज़ल - 9 - रियाज खान गौहर, भिलाई

खुश्बू है उनकी जुल्फ की  तन मन के आसपास  मैं क्यों फिरूं बताईये गुलशन के आसपा...

अवसाद - प्रतिभा प्रसाद 'कुमकुम'

मंजुला अपने पिता की  जिम्मेदारी निभाते निभाते अपनी शादी अपनी गृहस्थी का सपना सब ...

ग़ज़ल - 5 - नौशाद अहमद सिद्दीकी, भिलाई

जो भी किया है आपने अच्छा किया है,  हम सभी शायरों का सर ऊंचा किया है। .......

हिन्दु उत्पीड़न  पर हुए चुप - डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित

अल्पसंख्यकों पर अत्याचार  बंग्लादेश  में हाहाकार, सर्वत्र अराजकता मारकाट मानव...

ग़ज़ल - 8 - रियाज खान गौहर, भिलाई

करें मिलके कोशिश अगर धीरे धीरे  मिटेगी ये नफरत मगर धीरे धीरे ........

जया बच्चन का अकड़पन - डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित

जया बच्चन का अकड़पन अति अहम अति कटु वचन, राज्यसभा सभापति पर उवाच......

समाधान  - प्रतिभा प्रसाद 'कुमकुम' जमशेदपुर

चुन्नू मुन्नू दो दोस्त पड़ोस में रहते थे । और गहरे मित्र थे । इस कैम्पस में और ज...