Durg Convocation Ceremony: केके मोदी यूनिवर्सिटी के पहले दीक्षांत समारोह में राज्यपाल रमन डेका का बड़ा संदेश!
केके मोदी यूनिवर्सिटी के पहले दीक्षांत समारोह में राज्यपाल रमन डेका ने छात्रों को दी प्रेरणा—बोले, भारत उद्यमशीलता क्रांति के मुहाने पर खड़ा है। 67 छात्रों को मिली डिग्री और गोल्ड मेडल। जानिए समारोह की खास बातें।

दुर्ग: केके मोदी यूनिवर्सिटी का पहला दीक्षांत समारोह एक ऐतिहासिक अवसर बन गया, जब छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमन डेका ने मंच से देश के युवाओं को नया दृष्टिकोण देने वाला प्रेरणादायक संदेश दिया। समारोह न सिर्फ शैक्षणिक उपलब्धियों का जश्न था, बल्कि यह भारत में उद्यमशीलता क्रांति की ओर एक सशक्त संकेत भी बन गया।
पहला दीक्षांत समारोह, लेकिन महत्व राष्ट्रीय स्तर का
दुर्ग के एक निजी होटल में आयोजित इस ऐतिहासिक समारोह में यूनिवर्सिटी के 67 छात्रों को बी-टेक, बीबीए और बीसीए की डिग्री प्रदान की गई। इनमें से कई छात्र ऐसे थे जिन्हें गोल्ड मेडल से नवाजा गया। मंच पर राज्यपाल रमन डेका के साथ मोदी एंटरप्राइजेज की अध्यक्ष डॉ. बीना मोदी, यूनिवर्सिटी की चांसलर चारु मोदी और वाइस चांसलर डॉ. मोनिका सेठी शर्मा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
राज्यपाल ने दिया युवाओं को बड़ा संदेश
राज्यपाल डेका ने अपने भाषण में भारत को "उद्यमशीलता क्रांति के मुहाने पर खड़ा" बताया। उन्होंने कहा, "हमारा देश स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया और मुद्रा योजना जैसी पहल के जरिए उद्यमशीलता को बढ़ावा दे रहा है।" उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे नौकरी खोजने वाले नहीं, नौकरी देने वाले बनें। "सीखना कभी नहीं रुकता," डेका ने जोड़ा।
नई शिक्षा नीति की पहली झलक
चांसलर चारु मोदी ने बताया कि यूनिवर्सिटी नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान कर रही है। इस कारण यहां के छात्र बंगलौर, पुणे, दिल्ली से लेकर दुबई तक इन्टर्नशिप कर रहे हैं। "हम बच्चों के पर्सनालिटी डेवलपमेंट, खेल और कम्युनिकेशन स्किल पर विशेष ध्यान देते हैं," चारु मोदी ने कहा।
बीना मोदी की भावुकता और विरासत की बात
विशेष अतिथि डॉ. बीना मोदी ने अपने दिवंगत पति के सपनों की बात करते हुए कहा, "केकेएमयू का निर्माण एक ऐसे संस्थान के रूप में हो रहा है जो आत्मविश्वासी और जागरूक नेताओं को तैयार कर रहा है।" उनका यह वक्तव्य छात्रों और अभिभावकों के लिए भावनात्मक पल बन गया।
देश-विदेश में चमक रहे हैं छात्र
वाइस चांसलर डॉ. मोनिका सेठी शर्मा ने बताया कि यूनिवर्सिटी के कई छात्रों को पहले ही कलरबार, बिग मिंट, स्ट्रैटव्यू रिसर्च, एबीआईएस, ब्रांड मार्क जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में नियुक्ति मिल चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि यूनिवर्सिटी छात्रों को पेड इन्टर्नशिप के माध्यम से रियल बिजनेस केस स्टडी पर काम करने का अवसर देती है।
इतिहास के पन्नों में एक नई शुरुआत
केके मोदी यूनिवर्सिटी की शुरुआत एक ऐसे समय में हुई है जब भारत शिक्षा और नवाचार में क्रांतिकारी परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। यह विश्वविद्यालय आने वाले वर्षों में न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश के लिए शिक्षा, नवाचार और उद्यमशीलता का एक आदर्श मॉडल बन सकता है।
केके मोदी यूनिवर्सिटी का यह पहला दीक्षांत समारोह न केवल छात्रों के लिए एक मील का पत्थर रहा, बल्कि छत्तीसगढ़ और भारत के लिए भी यह संकेत बन गया कि नया भारत युवाओं के आत्मविश्वास और नवाचार से ही बनेगा। यदि यही भावना आगे भी बनी रही, तो यह यूनिवर्सिटी और यहां से निकलने वाले छात्र देश के भविष्य का चेहरा बन सकते हैं।
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