Deoghar Fire: जसीडीह में भीषण आग से 12 होटल और गुमटी जलकर राख, लाखों का नुकसान!

देवघर के जसीडीह में भीषण आग ने 12 होटल और गुमटी को राख कर दिया। लाखों का नुकसान, दुकानदारों की रोजी-रोटी छिनी। क्या यह साजिश थी? पढ़ें पूरी खबर।

Mar 16, 2025 - 20:32
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Deoghar Fire: जसीडीह में भीषण आग से 12 होटल और गुमटी जलकर राख, लाखों का नुकसान!
Deoghar Fire: जसीडीह में भीषण आग से 12 होटल और गुमटी जलकर राख, लाखों का नुकसान!

देवघर के जसीडीह थाना क्षेत्र के चकाई मोड़ पर शुक्रवार की रात अचानक ऐसी आग भड़की कि पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। देखते ही देखते फुटपाथ पर बनी गुमटी और 12 होटल पूरी तरह जलकर राख हो गए। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि दूर-दूर से नजर आ रही थीं। चकाई मोड़ से स्टेशन तक फैली इस आग में लाखों का नुकसान हो गया।

आग इतनी भयावह थी कि दुकानदारों की ज़िंदगीभर की कमाई कुछ घंटों में ही जलकर खाक हो गई। देर रात होने के कारण अधिकतर दुकानें बंद थीं, लेकिन दो दुकानदार अपने होटल में ही सो रहे थे। जैसे ही आग ने विकराल रूप लिया, उन्होंने किसी तरह जान बचाने के लिए होटल से बाहर भागकर खुद को बचाया।

कैसे लगी आग? साजिश या हादसा?

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह आग एक साजिश के तहत लगाई गई थी। कुछ लोगों ने आशंका जताई कि जमीन पर अवैध कब्जे की साजिश के तहत किसी ने दुकानों को आग के हवाले कर दिया। हालांकि, आग लगने की असली वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है।

वहीं, प्रशासन इस आगजनी की घटना की जांच में जुट गया है। मौके पर पहुंचे अपर उपायुक्त हीरा कुमार और नगर आयुक्त रोहित सिन्हा ने हालात का जायजा लिया और प्रभावित दुकानदारों को सरकारी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।

रातभर जलता रहा बाजार, 4 दमकलों ने कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू

रात 10:25 बजे लगी आग को लोग पहले अपने स्तर पर बुझाने की कोशिश करने लगे, लेकिन आग और ज्यादा भड़कती चली गई। जैसे ही स्थिति बेकाबू हुई, अग्निशमन विभाग को सूचना दी गई।

आधा घंटे के भीतर दमकल की पहली गाड़ी मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू हुआ। इसके बाद एक-एक कर कुल 4 दमकल की गाड़ियां आईं और करीब रात 2 बजे आग पर काबू पाया गया।

लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी—12 होटल, कई गुमटी और दुकानों में रखा लाखों का सामान जलकर खाक हो गया।

किन-किन दुकानदारों का हुआ नुकसान?

इस आगलगी में कई दुकानदारों की सालों की मेहनत चंद घंटों में राख बन गई।

  • गोपालपुर निवासी दशरथ दास की स्कूटी भी जलकर खाक हो गई।
  • दुकानदार शंभू मोदी के 4500 रुपये कैश, पैन कार्ड और बैंक पासबुक जल गए।
  • टेटू राम के एक मूक-बधिर कर्मचारी के 35,000 रुपये जलकर राख हो गए।

बताया जा रहा है कि टेटू की दुकान में काम करने वाला यह कर्मचारी लॉकडाउन के बाद से ही अपने घर नहीं गया था और उसने अपनी सारी जमा-पूंजी दुकान में ही रखी थी।

इसके अलावा चमारीडह के कुलदीप मोदी, संताली के रोहित कुमार, शंभु वर्णवाल, सोनू कुमार, संजय रमानी, रतन राम, जोगी राम, रतनपुर के बुल्लू यादव, कुंजीसार के झगरू पंडित, झाझा के श्रवण कुमार तुरी समेत कई दुकानदारों के होटल और गुमटी इस आग में जल गए।

बिजली कटने से जसीडीह में 12 घंटे तक अंधेरा

आग इतनी विकराल थी कि प्रशासन को एहतियातन जसीडीह बाजार की बिजली काटनी पड़ी।
इस वजह से करीब 12 घंटे तक पूरे इलाके में अंधेरा छाया रहा।

  • आग से कई बिजली के खंभे और तार जल गए।
  • रातभर पुलिस घटनास्थल पर मुस्तैद रही और स्थिति पर नजर बनाए रही।
  • करीब 4 घंटे तक चकाई मोड़ का रास्ता पूरी तरह से बंद रहा।

प्रशासन की टीम ने किया दौरा, मिलेगा मुआवजा?

घटना के अगले दिन डीसी विशाल सागर के निर्देश पर प्रशासनिक टीम घटनास्थल पर पहुंची। नगर आयुक्त रोहित सिन्हा और अपर उपायुक्त हीरा कुमार ने पीड़ित दुकानदारों से बातचीत की और सरकारी प्रावधानों के तहत मदद का आश्वासन दिया।

फिलहाल, प्रशासन इस आगलगी की घटना की पूरी जांच कर रहा है और यह भी देखा जा रहा है कि क्या यह किसी साजिश का नतीजा था?

आग ने छीन ली कईयों की रोजी-रोटी, फिर से खड़े होने की चुनौती

इस घटना ने कई दुकानदारों की आजीविका पर बड़ा असर डाला है। जिन लोगों के होटल और दुकानें जली हैं, उनके पास फिलहाल रोजी-रोटी का कोई साधन नहीं बचा है।

अब सवाल यह उठता है कि प्रशासन कितनी जल्दी मदद पहुंचाएगा? क्या पीड़ितों को कोई मुआवजा मिलेगा? और सबसे बड़ा सवाल—आखिर इतनी भीषण आग लगी कैसे?

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।