Jharkhand Political Crisis : झारखंड सरकार पर मंडराया गंभीर संकट! क्या RJD-कांग्रेस के बाहर निकलते ही हेमंत सरकार हो जाएगी बर्खास्त? और अगर BJP ने JMM के साथ बनाया गठजोड़ तो...

क्या झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार गिरने वाली है? RJD और कांग्रेस के समर्थन वापस लेने पर क्या होगा? और अगर BJP ने JMM के साथ हाथ मिला लिया तो कैसे बदलेंगे झारखंड की राजनीतिक समीकरण? जानें पूरा विश्लेषण।

Oct 21, 2025 - 13:54
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Jharkhand Political Crisis : झारखंड सरकार पर मंडराया गंभीर संकट! क्या RJD-कांग्रेस के बाहर निकलते ही हेमंत सरकार हो जाएगी बर्खास्त? और अगर BJP ने JMM के साथ बनाया गठजोड़ तो...
Jharkhand Political Crisis : झारखंड सरकार पर मंडराया गंभीर संकट! क्या RJD-कांग्रेस के बाहर निकलते ही हेमंत सरकार हो जाएगी बर्खास्त? और अगर BJP ने JMM के साथ बनाया गठजोड़ तो...

रांची, 21 अक्टूबर 2025: झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार अपने सबसे बड़े संकट का सामना कर रही है। बिहार चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर झामुमो और राजद के बीच हुई खींचतान का सीधा असर अब झारखंड की सरकार पर दिखने लगा है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या मंत्री संजय प्रसाद यादव को अपना पद छोड़ना पड़ेगा और क्या हेमंत सरकार अपना बहुमत खो देगी?

क्या संजय यादव की छुट्टी तय है?

श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग तथा उद्योग विभाग का जिम्मा संभाल रहे मंत्री संजय यादव के इस्तीफे पर चर्चा तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, सीएम हेमंत सोरेन और झामुमो ने संजय यादव को सांकेतिक तौर पर मंत्री पद छोड़ने का संदेश भिजवा दिया है।

हेमंत सोरेन की तेजस्वी यादव से व्यक्तिगत मुलाकात के बाद भी राजद द्वारा झामुमो को सीट नहीं दिए जाने का सीधा असर संजय यादव की कुर्सी पर पड़ना तय माना जा रहा है। ऐसा लगता है कि राजद नेता संजय यादव को मंत्री पद गंवाकर झामुमो-राजद के झगड़े की कीमत चुकानी पड़ेगी।

झामुमो का बड़ा एलान: महागठबंधन की समीक्षा

झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्पष्ट कह दिया है कि "हम झारखंड में महागठबंधन की समीक्षा करेंगे।" यह बयान ऐसे समय में आया है जब सीएम हेमंत के व्यक्तिगत प्रयासों के बावजूद पार्टी को राजद ने बिहार में एक सीट लायक नहीं समझा।

Scenario 1: अगर RJD और कांग्रेस ने वापस लिया समर्थन

वर्तमान विधानसभा स्थिति:

  • कुल सीटें: 81

  • बहुमत के लिए जरूरी: 41

  • JMM: 30 सीटें

  • कांग्रेस: 18 सीटें

  • RJD: 4 सीटें

  • महागठबंधन की कुल सीटें: 52

अगर RJD और कांग्रेस ने समर्थन वापस लिया:

  • JMM अकेला रह जाएगा: 30 सीटें

  • सरकार बहुमत खो देगी

  • राष्ट्रपति शासन लागू होने की आशंका

  • नए चुनाव की संभावना

Scenario 2: अगर BJP ने JMM के साथ बनाया गठजोड़

संभावित समीकरण:

  • BJP: 26 सीटें

  • JMM: 30 सीटें

  • कुल: 56 सीटें (बहुमत से अधिक)

इसके परिणाम:

  • हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं

  • BJP को महत्वपूर्ण मंत्री पद मिल सकते हैं

  • झारखंड में नया राजनीतिक समीकरण बनेगा

  • कांग्रेस और RJD विपक्ष में चले जाएंगे

राजद के 4 विधायकों का महत्व

झारखंड में महागठबंधन में राजद के इस वक्त 4 विधायक शामिल हैं जो हेमंत सरकार को मजबूती प्रदान करते हैं। अगर यह समर्थन वापस लेते हैं तो सरकार के लिए बहुमत बनाए रखना मुश्किल हो जाएगा।

कांग्रेस मंत्रियों पर भी मंडराया खतरा

झामुमो ने अपने बयान में स्पष्ट कहा है कि वह गठबंधन में शामिल सभी घटक दलों की समीक्षा करेंगे। इसका मतलब सिर्फ राजद ही नहीं बल्कि कांग्रेस भी इस समीक्षा के दायरे में है। कांग्रेस कोटे के मंत्रियों की भी स्थिति अनिश्चित हो गई है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर झामुमो ने महागठबंधन से बाहर निकलने का फैसला किया तो पूरी सरकार दांव पर लग सकती है। हालांकि, BJP के साथ नए गठजोड़ की संभावना भी बन रही है जो हेमंत सोरेन को बचा सकती है।

अगले कुछ दिन झारखंड की राजनीति के लिए निर्णायक साबित होंगे। हेमंत सोरेन के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपनी सरकार को बचाने की होगी, जबकि झामुमो को यह तय करना होगा कि क्या वह महागठबंधन को जारी रखेगा या नए राजनीतिक समीकरण की तलाश करेगा।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।