Driving Safety: ठंड में कम हो जाती है टायर की हवा, गाड़ी को बचाने का आसान तरीका
कड़ाके की ठंड में क्यों कम हो जाता है आपकी गाड़ी का टायर दबाव। विज्ञान क्या कहता है? आपकी यात्रा सुरक्षा (सेफ्टी) और माइलेज पर पड़ने वाले बड़े असर को रोकने के लिए 5 सबसे आसान उपाय।
नई दिल्ली, 13 दिसंबर 2025 – जैसे-जैसे देश के अधिकांश हिस्सों में कड़ाके की ठंड बढ़ रही है, गाड़ी चलाने वालों के लिए एक छोटी मगर जरूरी समस्या सामने आ रही है। अचानक गाड़ी के पहियों का हवा दबाव कम हो जाना एक आम बात है, लेकिन यह मामूली बात आपकी सुरक्षा और गाड़ी के नियंत्रण पर सीधा असर डालती है। अगर आपको भी लग रहा है कि आपकी गाड़ी या दोपहिया वाहन की हवा कम हो गई है, तो घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि इसके पीछे के विज्ञान को समझना और सही उपाय जानना जरूरी है।
ठंड में टायर दबाव कम क्यों होता है?
पहियों में हवा कम होने की असल वजह कोई रिसाव नहीं, बल्कि तापमान और हवा के कणों का संबंध है। भौतिकी का नियम कहता है कि तापमान गिरने पर किसी भी बंद स्थान में मौजूद हवा के कण धीरे चलने लगते हैं और एक-दूसरे के करीब आकर कम जगह घेरते हैं।
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गणित का नियम: विशेषज्ञों का मानना है कि तापमान में हर 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने पर पहिये का दबाव करीब 1 पीएसआई (PSI) तक कम हो सकता है।
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रबर की कठोरता: इसके अलावा, ठंड के मौसम में पहिये का रबर भी थोड़ा सख्त हो जाता है। इससे पहिये के किनारों पर लगी सील (Seal) कम लचीली (Flexible) हो जाती है। अगर कहीं पहले से ही हल्का रिसाव है, तो ठंड में दबाव तेजी से गिरता है और यह ज्यादा साफ दिखाई देता है।
दिन-रात का अंतर बढ़ाता है समस्या
भारत में कई जगहों पर सुबह और दोपहर के तापमान में 10 से 15 डिग्री सेल्सियस तक का अंतर आ जाता है। इस बदलाव के कारण पहिये का दबाव दिनभर ऊपर-नीचे होता रहता है। यही कारण है कि आधुनिक गाड़ियों में लगी टायर दबाव मॉनिटरिंग प्रणाली (TPMS Light) की बत्ती कई बार सुबह तो जल जाती है, लेकिन दोपहर में तापमान बढ़ने पर यह खुद ही बंद हो जाती है।
सुरक्षा के लिए 5 आसान उपाय
पहिये के सही दबाव को बनाए रखने के लिए ये आसान उपाय जरूर अपनाएं:
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नियमित जांच: कम से कम महीने में एक बार और किसी भी लंबी यात्रा (Long Trip) से पहले दबाव की जांच करें। गाड़ी में एक छोटा दबाव मापक यंत्र (Portable Gauge) रखना बहुत लाभदायक होता है।
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मानक दबाव भरवाएं: हमेशा उतनी ही हवा भरवाएं, जितनी गाड़ी बनाने वाली कंपनी ने बताई हो। यह जानकारी आमतौर पर चालक (Driver) के दरवाजे के अंदर या गाड़ी की मालिक पुस्तिका में मिल जाती है।
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तापमान पर ध्यान दें: मौसम में अत्यधिक ठंड या गर्मी होने पर दबाव को आवश्यकतानुसार समायोजित करते रहें।
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सर्दी अनुकूल पहिए: अगर आप बहुत ठंडे इलाके में रहते हैं, तो सर्दी-अनुकूल पहिए इस्तेमाल करना बेहतर होता है, जो बेहतर पकड़ (Grip) देते हैं।
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ओवरलोडिंग से बचें: गाड़ी में जरूरत से ज्यादा सामान या सवारी न बैठाएं। ज्यादा वजन (Weight) से पहियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
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