Samastipur Murder : समस्तीपुर में भाजपा नेता की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या, थानाध्यक्ष निलंबित, दो आरोपी गिरफ्तार | Khanpur News
समस्तीपुर के खानपुर में भाजपा बूथ अध्यक्ष रूपक सहनी की गोली मारकर हत्या। थानाध्यक्ष निलंबित, दो आरोपी गिरफ्तार | Samastipur News
समस्तीपुर में सनसनी: भाजपा बूथ अध्यक्ष रूपक सहनी की गोली मारकर हत्या, इलाके में दहशत
समस्तीपुर जिले के खानपुर थाना क्षेत्र से बुधवार शाम एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। शादीपुर घाट स्थित हनुमान मंदिर के पास अज्ञात बदमाशों ने एक युवक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है।
मृतक की पहचान रूपक कुमार उर्फ रूपक सहनी के रूप में हुई है, जो भारतीय जनता पार्टी (BJP) में बूथ अध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। साथ ही उनकी शादीपुर चौक पर एक दुकान भी थी। बताया जा रहा है कि मृतक के भाई दीपक सहनी प्रखंड भाजपा कमेटी में मीडिया प्रभारी के पद पर हैं।
घर के बाहर टहलते समय मारी गई गोली
स्थानीय लोगों के अनुसार, बुधवार की शाम रूपक सहनी अपने घर के बाहर टहल रहे थे। इसी दौरान अज्ञात बदमाशों ने अचानक उन पर गोली चला दी। गोली लगते ही रूपक गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़े।
परिजन और ग्रामीण आनन-फानन में उन्हें खानपुर पीएचसी लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद पुलिस में हड़कंप, थानाध्यक्ष निलंबित
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए खानपुर थानाध्यक्ष रंजीत कुमार चौधरी को तत्काल निलंबित कर दिया गया।
देर रात खुद समस्तीपुर एसपी अरविंद प्रताप सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की गहन जांच शुरू की। एसपी ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज की जा रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
दो आरोपी गिरफ्तार, तीन टीम कर रही छापेमारी
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सोनू और मोनू नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी अरविंद प्रताप सिंह ने बताया कि इस हत्याकांड में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए तीन विशेष टीमों का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि घटना में प्रयुक्त हथियार (आर्म्स) को भी जल्द बरामद किया जाएगा, ताकि सभी आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके।
परिजनों का बड़ा आरोप: पहले से मिल रही थी जान से मारने की धमकी
मृतक के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि पिछले आठ महीनों से रूपक के साथ लगातार घटनाएं हो रही थीं, जिसकी जानकारी खानपुर थानाध्यक्ष को दी गई थी।
परिजनों के अनुसार, थानाध्यक्ष ने मामले को “आपस में मैनेज” करने की सलाह दी थी। इतना ही नहीं, खुलेआम रूपक को गोली मारने की धमकियां दी जा रही थीं।
शराब कारोबार के विरोध में हत्या का आरोप
परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि रूपक सहनी अवैध शराब कारोबारियों का खुलकर विरोध करते थे। इसी वजह से शराब माफियाओं ने इस वारदात को अंजाम दिया है।
परिजनों का कहना है कि पुलिस और शराब कारोबारियों के बीच सांठगांठ के कारण समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, जिसका नतीजा यह निर्मम हत्या बनी।
SDPO का बयान: पहले से दर्ज थे दो केस
इस मामले में एसडीपीओ सदर-2 संजय कुमार ने बताया कि मृतक के परिजनों द्वारा पहले भी दो मामले दर्ज कराए गए थे।
एक मामले में आरोप पत्र दाखिल हो चुका है, जबकि दूसरे मामले में आरोपियों को न्यायालय से जमानत मिल गई थी।
इलाके में दहशत, राजनीतिक हलचल तेज
इस हत्या के बाद खानपुर थाना क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल है। वहीं, भाजपा कार्यकर्ताओं में भी घटना को लेकर भारी रोष है। राजनीतिक गलियारों में इस हत्याकांड को लेकर तेज हलचल देखी जा रही है।
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