Bihar Political News: तेजस्वी की पुरानी जिद ने राबड़ी का बंगला छीना? 10 सर्कुलर रोड अब इतिहास, नया पता 39 हार्डिंग रोड—RJD में हंगामा
Bihar Eviction: पूर्व CM राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड बंगला खाली करने का आदेश, तेजस्वी की 2017 याचिका बनी वजह। नया आवास 39 हार्डिंग रोड। RJD ने बताया बदला। Bihar Political News 2025
Patna, Bihar | 26 November 2025 – बिहार में नई NDA सरकार के सत्ता संभालते ही प्रशासनिक सुधारों की रफ्तार तेज हो गई है, लेकिन लालू परिवार के लिए यह बदलाव कड़वा साबित हो रहा है। विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को उनका आइकॉनिक सरकारी बंगला 10, सर्कुलर रोड खाली करने का आदेश मिल गया है। भवन निर्माण विभाग ने उन्हें नया आवास—39, हार्डिंग रोड—आवंटित किया है, जो अब उनका आधिकारिक पता होगा। यह फैसला न केवल RJD के लिए राजनीतिक झटका है, बल्कि 2017 में तेजस्वी यादव की एक अदालती जिद से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है, जिसने पूर्व मुख्यमंत्रियों की विशेष सुविधाओं पर सवाल खड़े कर दिए थे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर तेजस्वी ने उस समय पटना हाईकोर्ट में याचिका न दाखिल की होती, तो शायद राबड़ी देवी आज भी सर्कुलर रोड के उस विशाल बंगले में रह रही होतीं। 2017 में NDA सरकार बनने के बाद डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देने पर तेजस्वी को 5, देशरत्न मार्ग का बंगला खाली करने का नोटिस मिला था। वे इसे छोड़ना नहीं चाहते थे—कारण था भारी सरकारी खर्च और नेता प्रतिपक्ष के रूप में वहीं रहने की जिद। याचिका में उन्होंने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्रियों को आजीवन बंगला, सुरक्षा और अन्य सुविधाएं मिलनी चाहिए। लेकिन हाईकोर्ट ने 2010 के संशोधित कानून को अवैध घोषित कर दिया, तेजस्वी की याचिका खारिज कर दी और पूर्व मुख्यमंत्रियों की विशेष व्यवस्था समाप्त कर दी। यही वह कानूनी मोड़ था, जिसने अब राबड़ी के आवास आवंटन पर पुनर्विचार का रास्ता खोल दिया।
नई सरकार के गठन के ठीक बाद यह आदेश जारी होते ही RJD में भूचाल आ गया। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। RJD प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने इसे "पूरी तरह राजनीतिक प्रतिशोध" करार देते हुए कहा, "भाजपा के दबाव में यह निर्णय लिया गया है। विपक्ष को कमजोर करने की साजिश है।" लालू परिवार की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर तीखा प्रहार किया: "सुशासन बाबू का विकास मॉडल... लाखों गरीबों के नेता का अपमान पहली प्राथमिकता। घर से निकाल देंगे, दिल से कैसे निकालिएगा?" उन्होंने लालू प्रसाद की राजनीतिक कद और स्वास्थ्य का सम्मान करने की अपील की। रोहिणी, जो हाल ही में RJD छोड़ चुकी हैं, ने चुनावी हार के बाद भी परिवार के प्रति वफादारी दिखाई।
10, सर्कुलर रोड का बंगला लालू-राबड़ी परिवार के लिए महज घर नहीं, बल्कि राजनीतिक गढ़ रहा है। पिछले दो दशकों से यहां RJD की अहम बैठकें, मीडिया ब्रिफिंग, चुनावी रणनीतियां और तेजस्वी-तेजप्रताप की अंदरूनी चर्चाएं होती रहीं। लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने यहीं से बिहार की सियासत को दिशा दी। अब यह बंगला खाली होगा और नया मंत्री लोकेंद्र कुमार रोशन को आवंटित किया जाएगा। भवन निर्माण मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा, "नया आवास पर्याप्त जगह वाला है और उच्च अधिकारियों के लिए आरक्षित।" लेकिन RJD इसे "बदले की कार्रवाई" बता रही है, खासकर जब NDA ने 2025 चुनाव में 202 सीटें हासिल कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम न केवल प्रशासनिक अनुशासन का प्रतीक है, बल्कि NDA की "सुशासन" छवि को मजबूत करने की रणनीति भी। लेकिन सवाल उठता है—क्या यह कानूनी फैसला है या राजनीतिक संदेश? RJD ने इसके खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी दी है, जबकि सरकार ने साफ कहा कि नियमों का पालन अनिवार्य है। बिहार की सियासत में यह नया अध्याय लालू परिवार की मुश्किलों को और गहरा सकता है।
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