Railway Project: टाटानगर–रांची रेल यात्रा होगी 40 मिनट कम, सिल्ली-इलू के बीच स्वर्णरेखा नदी पर बनेगा नया पुल
टाटानगर और रांची के बीच की दूरी कम करने के लिए सिल्ली-इलू के बीच स्वर्णरेखा नदी पर नया रेल पुल और 5.9 किमी लंबी रेल लाइन बनाई जाएगी। इस प्रोजेक्ट से यात्रा 40 मिनट कम होगी, साथ ही ग्रामीण विकास को गति मिलेगी।

टाटानगर से रांची तक की रेल यात्रा को कम करने के लिए रेलवे ने एक बड़ा कदम उठाया है। सिल्ली और इलू स्टेशनों के बीच स्वर्णरेखा नदी पर नया रेल पुल बनाया जाएगा। इस पुल के जरिये दोनों स्टेशनों के बीच 5.9 किलोमीटर लंबी बाईपास रेल लाइन बिछाई जाएगी।
₹140 करोड़ की लागत से बनेगी नई लाइन
इस महत्वाकांक्षी योजना पर लगभग 140 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इलू स्टेशन से सर्वे पूरा कर लिया गया है और अब रांची रेल मंडल जिला प्रशासन के साथ मिलकर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चला रहा है।
बताया गया है कि इसमें निजी जमीनों की भी पहचान कर ली गई है।
यात्रा में 40 मिनट की बचत
नई रेल लाइन बनने के बाद टाटानगर से रांची की दूरी करीब 10 किलोमीटर कम हो जाएगी।
अब तक ट्रेनों को मुरी स्टेशन से होकर गुजरना पड़ता था, लेकिन नई बाईपास लाइन बनने पर ट्रेन सीधे इलू से रांची पहुंचेंगी।
इससे यात्रियों को लगभग 40 मिनट की बचत होगी। साथ ही मुरी स्टेशन पर इंजन बदलने की झंझट भी खत्म हो जाएगा।
ग्रामीण विकास को भी मिलेगा बढ़ावा
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, यह नई लाइन न केवल रांची–टाटा रेल यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि सिल्ली और इलू के बीच ग्रामीण इलाकों के विकास का भी मार्ग प्रशस्त करेगी।
मनिकुई में लूप लाइन
इधर, मनिकुई स्टेशन के पास अप-डाउन लाइन पर 70 मीटर लंबी दो लूप लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए दक्षिण पूर्व रेलवे जोन ने दूसरी बार टेंडर निकाला है।
इस योजना पर 5.5 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होगा।
लूप लाइन से जहां यात्री ट्रेनों की आवाजाही सुगम होगी, वहीं मालगाड़ियों की ढुलाई क्षमता में भी वृद्धि होगी।
थर्ड लाइन की भी योजना
इसके अलावा सीनी-कांड्रा और कांड्रा-चांडिल के बीच थर्ड लाइन बिछाने की योजना भी तेजी से आगे बढ़ रही है।
जब तक थर्ड लाइन पूरी नहीं हो जाती, रेलवे लूप लाइन का इस्तेमाल करके मालगाड़ियों के संचालन को संतुलित करेगा।
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