Ranchi Raid: पिस्टल बरामद, चांदनी चौक पर पुलिस का बड़ा एक्शन, जमीन हड़पने वाले खूंखार सिंडिकेट का खुलासा
रांची एसएसपी राकेश रंजन के निर्देश पर कांके और गोंदा थाना क्षेत्र में पुलिस ने बड़ी स्ट्राइक कर भू-माफिया एतवा टोप्पो को 9mm पिस्टल और जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। हथियार के बल पर जमीन कब्जाने वाले इस संगठित गिरोह के नेटवर्क और पुलिस की छापेमारी की पूरी सनसनीखेज हकीकत यहाँ दी गई है वरना आप भी इस सिंडिकेट के अगले वार से अनजान रह जाएंगे।
रांची, 23 दिसंबर 2025 – राजधानी रांची में भू-माफियाओं के आतंक के खिलाफ पुलिस ने अब तक की सबसे निर्णायक जंग छेड़ दी है। एसएसपी राकेश रंजन के निर्देश पर कांके, गोंदा और पिठौरिया थाना की संयुक्त टीम ने चांदनी चौक इलाके में छापेमारी कर एक शातिर अपराधी को हथियार के साथ दबोचा है। पुलिस ने आरोपी के पास से आधुनिक पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। यह कार्रवाई केवल एक गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि उस संगठित सिंडिकेट की कमर तोड़ना है जो रांची की कीमती जमीनों पर खून-खराबे और हथियारों के बल पर कब्जा जमाता रहा है।
इतिहास: रांची में जमीन और आर्म्स एक्ट का खूनी गठबंधन
ऐतिहासिक रूप से रांची के कांके, गोंदा और पिठौरिया क्षेत्र अपनी उपजाऊ और बेशकीमती जमीन के लिए जाने जाते रहे हैं। 1990 के दशक के बाद जैसे-जैसे राजधानी में शहरीकरण बढ़ा, इन इलाकों की जमीनों की कीमतें आसमान छूने लगीं। इसी के साथ जन्म हुआ 'भू-माफिया सिंडिकेट' का। अपराधियों ने सरकारी और निजी जमीनों को हड़पने के लिए आर्म्स एक्ट (अवैध हथियार) का सहारा लेना शुरू कर दिया। 2010 के बाद से रांची के बाहरी इलाकों में जमीन विवाद को लेकर दर्जनों हत्याएं हुई हैं। पुलिस रिकॉर्ड बताते हैं कि भू-माफिया अब केवल दलाल नहीं रहे, बल्कि उन्होंने बाकायदा सशस्त्र गिरोह बना लिए हैं, जो एतवा टोप्पो जैसे सदस्यों के जरिए दहशत फैलाते हैं।
सर्जिकल स्ट्राइक: भीठा बस्ती में आधी रात का ऑपरेशन
एसएसपी राकेश रंजन को पुख्ता सूचना मिली थी कि भू-माफियाओं का एक गिरोह भारी हथियार के साथ किसी बड़ी जमीन पर अवैध कब्जे की साजिश रच रहा है।
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संयुक्त टीम का गठन: ग्रामीण एसपी के निर्देश पर डीएसपी (मुख्यालय) के नेतृत्व में तीन थानों की संयुक्त टीम बनाई गई।
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घेराबंदी: पुलिस ने भीठा बस्ती स्थित चांदनी चौक पर एतवा टोप्पो के आवास पर छापा मारा।
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बरामदगी: तलाशी के दौरान घर के भीतर से एक 9 एमएम (9mm) पिस्टल बरामद हुई। पिस्टल की मैगजीन में 4 जिंदा कारतूस पहले से ही लोड थे, जो किसी बड़ी वारदात की तैयारी की ओर इशारा कर रहे थे।
खौफनाक खुलासे: हथियार के बल पर 'जमीन का खेल'
गिरफ्तार अभियुक्त एतवा टोप्पो केवल एक मोहरा नहीं, बल्कि इस सिंडिकेट का सक्रिय रणनीतिकार बताया जा रहा है।
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अवैध कब्जा: पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह गिरोह उन जमीनों को निशाना बनाता है जो विवादित होती हैं या जिनके मालिक शहर से बाहर रहते हैं।
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संगठित अपराध: इस गिरोह के कई सदस्य पहले से ही जेल (न्यायिक हिरासत) में हैं, लेकिन एतवा जैसे लोग बाहर रहकर नेटवर्क को चला रहे थे।
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डिजिटल सबूत: पुलिस ने एतवा के पास से एक ओप्पो कंपनी का एंड्रॉयड फोन भी जब्त किया है, जिसमें कई विवादित जमीनों के दस्तावेज और व्हाट्सएप चैट मिले हैं।
पुलिस ऑपरेशन का संक्षिप्त विवरण (Case Snapshot)
| विवरण | जानकारी |
| गिरफ्तार अभियुक्त | एतवा टोप्पो (भीठा बस्ती, चांदनी चौक) |
| मुख्य हथियार | 01 (9mm पिस्टल) |
| गोला-बारूद | 04 जिंदा कारतूस |
| छापेमारी टीम | कांके, गोंदा और पिठौरिया पुलिस |
| आरोप | अवैध हथियार रखना और भू-माफिया सिंडिकेट का संचालन |
अगला बड़ा खुलासा: हथियार कहाँ से आए?
रांची पुलिस अब इस बात की तहकीकात कर रही है कि एतवा टोप्पो के पास 9 एमएम जैसी घातक पिस्टल कहाँ से पहुँची। पुलिस के अनुसार, इस हथियार के सप्लायर की पहचान लगभग हो चुकी है। आने वाले दिनों में रांची में अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ हो सकता है। एसएसपी ने साफ कर दिया है कि आर्म्स एक्ट और जमीन हड़पने वालों के खिलाफ यह 'जीरो टॉलरेंस' नीति जारी रहेगी।
भू-माफियाओं के अंत की शुरुआत
एतवा टोप्पो की गिरफ्तारी रांची के उन तमाम भू-माफियाओं के लिए एक चेतावनी है जो कानून को अपनी जेब में समझते हैं। पुलिस की इस मुस्तैदी ने चांदनी चौक और आसपास के इलाकों के जमीन मालिकों में सुरक्षा का भाव पैदा किया है। अब देखना यह है कि पुलिस की जांच में इस सिंडिकेट से जुड़े किन और 'सफेदपोश' चेहरों के नाम सामने आते हैं।
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