Global Ranking: टॉप 100 शहरों की लिस्ट जारी, 11 साल से लंदन नंबर 1, बेंगलुरु ने दिल्ली-मुंबई को पछाड़ा
दुनिया के 100 सबसे अच्छे शहरों की लिस्ट में लंदन 11वें साल टॉप पर रहा। न्यूयॉर्क, पेरिस और टोक्यो की रैंकिंग सामने आई है। भारत के 4 बड़े शहर—बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद—ने लिस्ट में जगह बनाई है और उनके 'लिवेबिलिटी' स्कोर का खुलासा हुआ है।
नई दिल्ली, 20 नवंबर 2025 – वैश्विक स्तर पर शहरों की प्रतिष्ठा और योग्यता का आकलन करने वाली बहुप्रतीक्षित रिपोर्ट जारी हो गई है। इप्सोस (Ipsos) के साथ साझेदारी में रेजोनेंस कंसल्टेंसी (Resonance Consultancy) द्वारा प्रकाशित "दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहर 2026" की इस सालाना रिपोर्ट में रहने, काम करने और घूमने के लिए दुनिया के टॉप 100 शहरों की सूची का खुलासा किया गया है। इस बार की रैंकिंग में जहां यूरोपीय राजधानियों का दबदबा बना रहा, वहीं भारत के शहरों ने भी अपनी जगह बनाई है, जिसमें बेंगलुरु (Bengaluru) सबसे आगे निकलकर आया है।
लंदन का अजेय ताज: 11 साल से टॉप पर
लंदन ने लगातार 11वें साल दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहर (Best City) का ताज अपने नाम किया है। यह उपलब्धि लंदन की मजबूत 'प्लेस पावर स्कोर' (Place Power Score) के कारण संभव हुई है।
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टॉप 10 में यूरोप का दबदबा: पहले तीन स्थानों पर लंदन, न्यूयॉर्क (New York) और पेरिस (Paris) का कब्जा है। इसके बाद टोक्यो (Tokyo) चौथे और मैड्रिड (Madrid) पांचवें स्थान पर है।
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एशियाई शक्ति: टॉप 10 में एशिया के दो शहर—टोक्यो (4) और सिंगापुर (Singapore) (6)—शामिल हैं।
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वेस्ट एशिया का चमत्कार: दुबई (Dubai) आठवें स्थान पर है, जो पश्चिम एशिया का सबसे ऊंचा रैंक वाला शहर बना हुआ है। रोम (7), बर्लिन (9) और बार्सिलोना (10) भी इस सूची में शामिल हैं।
भारत का प्रदर्शन: क्यों आगे निकला बेंगलुरु?
भारत के चार प्रमुख शहरों ने टॉप 100 में जगह बनाई है, जिसमें बेंगलुरु (Bengaluru) ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है।
| भारतीय शहर | वैश्विक रैंक | भारत में स्थान | उपनाम |
| बेंगलुरु | 29 | 1 | भारत की सिलिकॉन वैली |
| मुंबई | 40 | 2 | आर्थिक राजधानी |
| दिल्ली | 54 | 3 | राष्ट्रीय राजधानी |
| हैदराबाद | 82 | 4 | टेक पावरहाउस |
भारत का टेक पावरहाउस बेंगलुरु (29वें स्थान) दुनिया के टॉप 30 शहरों के करीब पहुंच गया है। इसकी उच्च रैंकिंग मुख्य रूप से 'प्रॉस्पेरिटी' और 'कनेक्टिविटी' जैसे कारकों पर आधारित है, जो भारत के बढ़ते स्टार्ट-अप इकोसिस्टम और टैलेंट को आकर्षित करने की क्षमता को दर्शाती है।
रैंकिंग का आधार: 3 बड़े पिलर कौन से हैं?
इस रैंकिंग को तय करने के लिए दुनिया भर के 270 से अधिक शहरों का मूल्यांकन किया गया, जिनकी आबादी 10 लाख से अधिक है।
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तीन पिलर: हर शहर को तीन बड़े स्तंभों यानी 'लिवेबिलिटी' (Liveability), 'लवेबिलिटी' (Loveability) और 'प्रॉस्पेरिटी' (Prosperity) के आधार पर प्लेस पावर स्कोर दिया गया।
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1. लिवेबिलिटी (Liveability): इसमें शहर की आरामदायक जिंदगी, साफ-सफाई, स्वास्थ्य सेवाएं और जीवन यापन की लागत शामिल है।
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2. लवेबिलिटी (Loveability): यह शहर में लोगों के खुशहाली से रहने, संस्कृति, नाइटलाइफ और सुरक्षा को दर्शाती है।
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3. प्रॉस्पेरिटी (Prosperity): यह शहर की आर्थिक वृद्धि (Economic Growth), नौकरी के अवसरों, शिक्षा और इनकम लेवल जैसे मापदंडों पर आधारित है।
यह रिपोर्ट दुनिया भर के निवेशकों और पेशेवरों को यह तय करने में मदद करती है कि किस शहर में रहना, काम करना और निवेश करना सबसे अधिक फायदेमंद होगा।
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