Jugsalai Crash: दुखों मार्केट के पास तेज रफ्तार कार डिवाइडर से जा टकराई, भीषण हादसा होने से टला, कार के आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त
जमशेदपुर के जुगसलाई थाना क्षेत्र के दुखों मार्केट स्थित काली मंदिर के पास सोमवार देर रात एक तेज रफ्तार कार डिवाइडर से जा टकराई, जिससे कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत रही कि कार में सवार चारों युवक सुरक्षित बच गए। जुगसलाई पुलिस ने वाहन जब्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है, जिसमें रफ्तार और नशे की जांच शामिल है।
जमशेदपुर में सड़क सुरक्षा के नियमों को तोड़ने की मनमानी सोमवार देर रात एक बार फिर सड़क हादसे के रूप में सामने आई। शहर के जुगसलाई थाना क्षेत्र के दुखों मार्केट स्थित काली मंदिर के पास एक भीषण दुर्घटना होते-होते टली, जब एक तेज रफ्तार कार (संख्या जेएच05ईबी** 2370) अनियंत्रित होकर सड़क के डिवाइडर से जा टकराई। कार की टक्कर इतनी तेज थी कि वाहान का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे उसकी हालत देखकर यह अंदाजा लगाना मुश्किल था कि कोई हादसे में जिंदा बचा होगा।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, देर रात यह कार काफी तेज गति से आ रही थी। अचानक ड्राइवर ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया, जिसके परिणामस्वरूप कार सीधे डिवाइडर से टकरा गई। टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग तुरंत मौके पर जुट गए। हादसे के समय कार में चार युवक सवार थे। यह सिर्फ गनीमत ही रही कि इतने भीषण हादसे के बावजूद सभी सुरक्षित बच गए और किसी के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना नहीं है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई: क्या नशे का मामला है?
हादसे के बाद मौके पर जमा स्थानीय लोगों ने बिना देरी किए जुगसलाई थाना पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गई। पुलिस ने सबसे पहले वहां जमा भीड़ को नियंत्रित किया और क्षतिग्रस्त वाहन को जब्त कर लिया।
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जांच के बिंदु: जुगसलाई पुलिस ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि जांच के दो मुख्य बिंदु हैं: पहला, कार की रफ्तार कितनी थी और चालक ने किस वजह से नियंत्रण खोया। दूसरा और सबसे गंभीर बिंदु, यह जांच की जा रही है कि कार सवार युवक शराब या किसी अन्य नशीले पदार्थ के नशे में थे या नहीं।
देर रात ड्राइविंग और ओवर-स्पीडिंग के कारण जमशेदपुर में दुर्घटनाओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। खासकर जुगसलाई जैसे घने आबादी वाले इलाके में इस तरह का हादसा होना शहर की यातायात सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। अगर कार डिवाइडर से न टकराती, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था, जिसमें राहगीरों को भी नुकसान पहुंच सकता था।
आपकी राय में, जमशेदपुर जैसे शहरों में देर रात तेज रफ्तार और नशे में ड्राइविंग के चलते होने वाले सड़क हादसों को रोकने के लिए यातायात पुलिस और स्थानीय प्रशासन को कौन से दो सबसे प्रभावी और सख्त कदम उठाने चाहिए?
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