Bundu Toll Booth Crash : 'फास्टैग' से कटा पैसा, फिर भी टोल बूथ उड़ा गया ट्रक! बुंडू टोल प्लाजा पर मचा हड़कंप, कर्मचारी की जान बाल-बाल बची
क्या आपका फास्टैग भी सुरक्षित है? NH-33 बुंडू टोल प्लाजा पर शुक्रवार को हुआ बड़ा हादसा: पैसा कटने के बाद भी ट्रक ड्राइवर ने कर दी 'गुंडागर्दी'! टोल बूथ बुरी तरह क्षतिग्रस्त, क्या आप भी हाईवे पर ऐसी लापरवाही के शिकार हो सकते हैं? पढ़िए, कैसे एक कर्मचारी की जान बाल-बाल बची और क्या हुआ ट्रक ड्राइवर के साथ।
रांची-टाटा राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-33), जिसे 'मौत का हाईवे' भी कहा जाता है, पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। लेकिन शुक्रवार को बुंडू के समीप स्थित टोल प्लाजा पर जो घटना हुई, वह न केवल सड़क सुरक्षा पर बल्कि फास्टैग जैसी आधुनिक व्यवस्था की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। यह घटना सिर्फ एक दुर्घटना नहीं है, बल्कि एक ट्रक चालक की खतरनाक लापरवाही और मनमानी का खुला प्रदर्शन है, जिससे टोल बूथ पर मौजूद एक कर्मचारी की जान जाते-जाते बची।
एनएच-33: हादसों का पुराना इतिहास
एनएच-33 झारखंड का एक अत्यंत व्यस्त और दुर्भाग्यपूर्ण इतिहास वाला राजमार्ग है। यह मार्ग रांची को जमशेदपुर से जोड़ता है और इसका एक बड़ा हिस्सा पिछले कई वर्षों से फोर लेन निर्माण के अधूरे काम के कारण दुर्घटनाओं का केंद्र बना हुआ है। आए दिन होने वाले सड़क हादसों में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है, जिसके बाद प्रशासन पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। ऐसे में, बुंडू का टोल प्लाजा, जो इस महत्वपूर्ण मार्ग पर स्थित है, वहाँ सुरक्षा मानकों को लेकर यह हादसा एक नई चिंता पैदा करता है।
लापरवाही की इंतहा: रस्सी में फंसा ट्रक और चालक का दुस्साहस
घटना शुक्रवार दोपहर की है। एक ट्रक चालक टोल प्लाजा के भुगतान लेन से गुजर रहा था। नियमानुसार, जैसे ही ट्रक फास्टैग (FASTag) लेन से गुजरा, टोल की आवश्यक राशि कट गई और गेट खुलने का संकेत मिला। लेकिन यहां एक असामान्य बात हुई— टोल गेट की रस्सी ट्रक के पिछले हिस्से में फंस गई।
यही वह निर्णायक क्षण था, जिसने एक छोटी सी तकनीकी चूक को बड़े हादसे में बदल दिया।
एक जिम्मेदार और सावधानीपूर्ण चालक को ऐसी स्थिति में तुरंत रुकना चाहिए था, लेकिन इस ट्रक चालक ने बिना रुके तेज गति से ट्रक निकालने की कोशिश की! यह दुस्साहस न सिर्फ अवैध था, बल्कि पूरी तरह से गैर-जिम्मेदाराना भी।
टोल बूथ हुआ चकनाचूर, कर्मचारी की जान बाल-बाल बची
तेज गति से ट्रक निकालने की कोशिश का नतीजा बेहद खतरनाक हुआ। ट्रक के पिछले हिस्से की जोरदार टक्कर सीधे टोल प्लाजा के टोल बूथ से हुई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बूथ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, मानो किसी बम के धमाके से उड़ा दिया गया हो।
गनीमत सिर्फ इतनी रही कि जिस समय यह टक्कर हुई, बूथ के अंदर कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। सोचिए, अगर उस बूथ के अंदर कोई कर्मचारी बैठा होता, तो उसकी जान तुरंत चली जाती! यह इत्तेफाक ही था कि टोल प्लाजा पर एक बड़ी और जानलेवा दुर्घटना होते-होते टल गई।
चालक गिरफ्तार, नुकसान की भरपाई और आक्रोश
हादसे के तुरंत बाद टोल प्लाजा पर हड़कंप मच गया। मौके पर मौजूद टोल कर्मचारियों और सुरक्षा गार्ड्स ने ट्रक चालक को तुरंत धर-दबोचा।
पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि चालक की तेज गति और लापरवाही ही हादसे की मुख्य वजह थी। टोल कर्मियों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया। हालांकि, बाद में टोल प्लाजा प्रबंधन ने ड्राइवर से हुए नुकसान की भरपाई करवाकर उसे छोड़ दिया।
स्थानीय लोगों और अन्य ट्रक ड्राइवरों ने इस घटना पर आक्रोश व्यक्त किया है। उनका कहना है कि इस तरह की लापरवाही न केवल सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि हाईवे पर तैनात कर्मचारियों की जान भी जोखिम में डालती है। प्रबंधन ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस तरह की घटना को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
यह घटना एक बार फिर इस बात को रेखांकित करती है कि एनएच-33 पर सुरक्षित यात्रा अभी भी एक बड़ी चुनौती है, जिसके लिए न केवल सड़कों के बुनियादी ढांचे में सुधार की जरूरत है, बल्कि चालकों की जिम्मेदारी और सावधानी भी बेहद आवश्यक है।
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