Balochistan Blast: बस-कार टक्कर में 90 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत, BLA ने ली जिम्मेदारी!

बलूचिस्तान में बड़ा हमला! कार-बसे की टक्कर में 90 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत, BLA ने ली जिम्मेदारी। जानिए इस हमले की पूरी कहानी और बलूचिस्तान की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि।

Mar 16, 2025 - 21:03
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Balochistan Blast: बस-कार टक्कर में 90 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत, BLA ने ली जिम्मेदारी!
Balochistan Blast: बस-कार टक्कर में 90 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत, BLA ने ली जिम्मेदारी!

पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में शुक्रवार को एक बड़ा हमला हुआ, जिसमें कम से कम 90 पाकिस्तानी सैनिकों की जान चली गई। यह हादसा नेशनल हाईवे 40 के पास हुआ, जहां सेना से भरी एक बस की टक्कर एक कार से हो गई। इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है, जो हाल ही में पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक करने के लिए भी सुर्खियों में थी।

हालांकि, पाकिस्तान पुलिस ने इस हमले में सिर्फ 5 लोगों के मारे जाने और 10 के घायल होने का दावा किया है, लेकिन कई अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स इस संख्या को काफी अधिक बता रही हैं।

कैसे हुआ हमला?

हमले की जगह बलूचिस्तान के नोश्की जिले में बताई जा रही है। स्थानीय पुलिस के अनुसार, यह हमला इतना शक्तिशाली था कि इसके प्रभाव से पास की एक दूसरी बस भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। घायलों को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया।

BLA ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए इसे पाकिस्तान सरकार के खिलाफ अपनी 'स्वतंत्रता संग्राम' की एक और कड़ी करार दिया है।

BLA कौन है और पाकिस्तान से क्यों लड़ रहा है?

बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) एक उग्रवादी संगठन है, जो पाकिस्तान से बलूचिस्तान को अलग करने की मांग कर रहा है। बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा, लेकिन सबसे कम जनसंख्या वाला प्रांत है।

यह इलाका तेल और खनिज संसाधनों से भरपूर है, लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि पाकिस्तानी सरकार यहां के संसाधनों का शोषण कर रही है और क्षेत्र को विकास से वंचित रख रही है। इसी कारण बलूच विद्रोही कई दशकों से पाकिस्तान के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं।

पिछले हफ्ते हुआ था ट्रेन हाईजैक

इस हमले से पहले BLA ने एक ट्रेन पर हमला कर 400 यात्रियों को बंधक बना लिया था। पाकिस्तान सरकार के अनुसार, इस घटना में 26 बंधकों की हत्या कर दी गई, जबकि जवाबी कार्रवाई में 33 विद्रोही भी मारे गए

बलूचिस्तान: पाकिस्तान के लिए 'नासूर' बनता मुद्दा

बलूचिस्तान पाकिस्तान के लिए हमेशा एक संवेदनशील मुद्दा रहा है। पाकिस्तान के गठन के बाद से ही यह इलाका स्वतंत्रता की मांग कर रहा है। 1948 में पाकिस्तान ने बलूचिस्तान पर नियंत्रण किया था, लेकिन तब से ही यहां अलगाववादी आंदोलन चलते आ रहे हैं।

BLA और अन्य बलूच संगठनों का कहना है कि पाकिस्तान ने इस क्षेत्र को जबरदस्ती अपने अधीन किया है और यहां के लोगों को उनके अधिकारों से वंचित कर रहा है। यही कारण है कि यहां समय-समय पर पाकिस्तान के खिलाफ विद्रोही हमले होते रहते हैं।

आगे क्या? पाकिस्तान के लिए नई मुसीबत?

बलूचिस्तान में लगातार बढ़ते हमलों ने पाकिस्तान सरकार और सेना के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी है। हाल के वर्षों में पाकिस्तान ने चीन के साथ मिलकर चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) प्रोजेक्ट पर काम किया है, लेकिन BLA इस प्रोजेक्ट का भी कड़ा विरोध करता रहा है।

BLA का कहना है कि CPEC के जरिए पाकिस्तान और चीन मिलकर बलूचिस्तान के संसाधनों को लूट रहे हैं। इसी कारण BLA ने चीन से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स और पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।

पाकिस्तानी सेना की नाकामी?

बलूचिस्तान में बढ़ते हमले यह सवाल खड़ा कर रहे हैं कि क्या पाकिस्तानी सेना इस क्षेत्र में नियंत्रण खो रही है? हाल के वर्षों में यहां पाकिस्तानी सेना और BLA के बीच कई झड़पें हो चुकी हैं, लेकिन पाकिस्तान अब तक इस विद्रोह को कुचलने में असफल रहा है।

BLA के इस हमले ने पाकिस्तान सरकार के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है, और ऐसा लगता है कि बलूचिस्तान का संघर्ष अब और ज्यादा उग्र हो सकता है

बलूचिस्तान में हुए इस हमले ने एक बार फिर पाकिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। BLA का विद्रोह थमने का नाम नहीं ले रहा, और पाकिस्तान के लिए यह समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। अब यह देखना होगा कि क्या पाकिस्तान सरकार इस विद्रोह को शांत कर पाएगी या बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की मांग और तेज होगी?

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।