Kurnool Bus Tragedy : आधी रात नेशनल हाईवे 44 पर 'जलती चिता' बनी बस! 20 से ज़्यादा यात्री ज़िंदा जले; ड्राइवर फरार, क्या ये सिर्फ 'हादसा' है?

हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही कावेरी ट्रैवल्स की बस में आधी रात क्यों लगी भीषण आग? क्या बस के दरवाजे जाम हो गए थे? 20 से ज़्यादा यात्रियों के जिंदा जलने की खौफनाक कहानी! क्या यह सिर्फ एक टक्कर थी या ड्राइवर की लापरवाही? जानें, NH-44 पर हुए इस दर्दनाक हादसे का सच, जिसने परिवहन सुरक्षा पर खड़े किए गहरे सवाल।

Oct 24, 2025 - 15:27
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Kurnool Bus Tragedy : आधी रात नेशनल हाईवे 44 पर 'जलती चिता' बनी बस! 20 से ज़्यादा यात्री ज़िंदा जले; ड्राइवर फरार, क्या ये सिर्फ 'हादसा' है?
Kurnool Bus Tragedy : आधी रात नेशनल हाईवे 44 पर 'जलती चिता' बनी बस! 20 से ज़्यादा यात्री ज़िंदा जले; ड्राइवर फरार, क्या ये सिर्फ 'हादसा' है?

शुक्रवार की सुबह आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले से एक ऐसा दर्दनाक हादसा सामने आया, जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही कावेरी ट्रैवल्स की एक निजी स्लीपर बस नेशनल हाईवे 44 (NH-44) पर चिन्नाटेकुर उपनगर के पास कुछ ही मिनटों में 'जलती चिता' में बदल गई। इस भयानक अग्निकांड में 20 से अधिक यात्रियों की जलकर मौत हो गई, जबकि कई गंभीर रूप से झुलस गए।

यह हादसा सिर्फ एक सड़क दुर्घटना नहीं है, बल्कि यह रात की लंबी यात्राओं के दौरान परिवहन सुरक्षा, स्लीपर कोचों के आपातकालीन निकास और लापरवाह ड्राइवरों पर गंभीर सवाल खड़े करता है।

रात 3 बजे का खौफनाक मंजर: टक्कर और विस्फोट

हादसा शुक्रवार तड़के लगभग 3:00 से 3:30 बजे के बीच हुआ, जब अधिकांश यात्री गहरी नींद में थे। कुरनूल शहर के बाहरी इलाके, उलिंडकोंडा के पास, बस की तेज टक्कर एक दोपहिया वाहन से हुई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार:

  1. बस के नीचे दोपहिया वाहन फंस गया

  2. फंसा हुआ वाहन बस के ईंधन टैंक (Fuel Tank) से टकराया।

  3. टक्कर के कारण हुए घर्षण (Friction) और ईंधन के रिसाव ने भीषण आग का रूप ले लिया।

प्रत्यक्षदर्शियों और बचे हुए यात्रियों के अनुसार, आग ने इतनी तेजी से बस को अपनी चपेट में लिया कि किसी को संभलने तक का मौका नहीं मिला। वातानुकूलित (AC) बस होने के कारण इसकी खिड़कियाँ बंद थीं और कई यात्रियों के लिए बाहर निकलने का रास्ता जाम हो गया।

बस में कुल 39 यात्री सवार थे। जो लोग जाग रहे थे, उन्होंने किसी तरह खिड़कियों के शीशे तोड़कर जान बचाई, लेकिन गहरी नींद में सोये यात्री बस के अंदर ही फंसे रह गए और जलकर खाक हो गए। 20 से अधिक शव इतने झुलस गए हैं कि उनकी पहचान करना भी मुश्किल हो गया है।

NH-44: हादसों का एक काला इतिहास

यह घटना हैदराबाद-बेंगलुरु नेशनल हाईवे 44 पर हुई है, जिसे पहले NH-7 के नाम से जाना जाता था। यह मार्ग दक्षिणी भारत के दो सबसे बड़े तकनीकी शहरों को जोड़ता है और रात में लंबी दूरी की बसों का सबसे व्यस्त कॉरिडोर है। दुर्भाग्य से, इस स्ट्रेच पर भीषण हादसे, खासकर निजी स्लीपर बसों में आग लगने की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं।

2013 में, महबूबनगर के पास इसी रूट पर एक निजी वॉल्वो बस में आग लगने से 45 यात्रियों की मौत हो गई थी। यह बार-बार होने वाले हादसे स्पष्ट करते हैं कि लंबी दूरी की बसों में आपातकालीन निकास (Emergency Exit) और ईंधन टैंकों के सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर खामियां मौजूद हैं, जिन पर परिवहन विभाग ने पर्याप्त ध्यान नहीं दिया।

ड्राइवर फरार: क्या यह लापरवाही थी?

इस पूरे दर्दनाक मंजर के बाद सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बस के दोनों चालक (Drivers) दुर्घटनास्थल से फरार हो गए हैं। चालकों का घटना के तुरंत बाद भाग जाना, उनकी संभावित लापरवाही या तेज गति से गाड़ी चलाने के आरोप को और मजबूत करता है।

पुलिस ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है और घायलों को कुरनूल के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डीएनए परीक्षण के माध्यम से शवों की पहचान करने का मुश्किल काम शुरू कर दिया गया है, क्योंकि अधिकतर मृतक हैदराबाद शहर के निवासी थे।

यह बस हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि हमारे परिवहन सिस्टम की गहरी खामियों और यात्रियों की सुरक्षा के प्रति आपराधिक लापरवाही का प्रतीक है। जब तक निजी बस ऑपरेटरों के लिए सख्त सुरक्षा नियम लागू नहीं किए जाते और उनके परिचालन की नियमित निगरानी नहीं होती, तब तक ऐसी 'जलती चिताओं' का खौफ यात्रियों को डराता रहेगा।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।