Jugsalai Firing : जुगसलाई में चिकन दुकानदार पर ताबड़तोड़ फायरिंग! क्या 'प्रिंस खान गैंग' ने फिर ली रंगदारी न देने का बदला? शहर में फिर लहराई बदमाशों की पिस्तौल!
क्या जमशेदपुर में छोटे कारोबारी भी सुरक्षित नहीं? जुगसलाई के मिल्लत नगर में ज़ाफर अली को क्यों लगी दो से तीन गोलियां? क्या इस गोलीकांड के तार हाल ही में बढ़ती रंगदारी और गैंगवार से जुड़े हैं? जानें टी एम एच में जिंदगी की जंग लड़ रहे पीड़ित और पुलिस की जांच का लेटेस्ट अपडेट!
जमशेदपुर, 24 अक्टूबर 2025 - लौहनगरी जमशेदपुर में आज एक बार फिर अपराधियों ने देर शाम खुलेआम हथियार लहराए और एक छोटे कारोबारी को गोलियों से भूनकर शहर में दहशत फैला दी। यह सनसनीखेज गोलीकांड जुगसलाई थाना क्षेत्र के मिल्लत नगर में जुगसलाई फाटक के पास घटा, जिसने एक बार फिर शहर की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घात लगाकर हमला: कारोबारी ज़ाफर अली पर गोलियों की बरसात
शुक्रवार देर शाम की यह घटना जुगसलाई फाटक के पास घटी। पीड़ित युवक की पहचान ज़ाफर अली के रूप में हुई है, जो गोलमुरी बाजार में एक चिकन की दुकान चलाता है।
ज़ाफर अली अपने एक साथी के साथ किसी निजी काम से मिल्लत नगर स्थित फाटक के पास पहुंचा था। प्रत्यक्षदर्शी और ज़ाफर के साथी के अनुसार, जैसे ही वे मौके पर पहुंचे, वहाँ पहले से घात लगाए बैठे अज्ञात हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। ज़ाफर को दो से तीन गोलियां लगी हैं।
हमलावर वारदात को अंजाम देकर इतनी तेजी से मौके से फरार हुए कि स्थानीय लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही वे भीड़ का फायदा उठाकर अंधेरे में गायब हो गए। स्थानीय लोगों और साथी की मदद से ज़ाफर अली को तत्काल टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) पहुँचाया गया, जहाँ उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
जमशेदपुर और रंगदारी का खूनी इतिहास
यह घटना जमशेदपुर के आपराधिक इतिहास को फिर से दोहराती हुई लगती है, जहाँ रंगदारी न देने या गैंगवार के चलते फायरिंग की घटनाएं आम हो गई हैं।
क्या यह रंगदारी का मामला है?
हाल के महीनों में, जमशेदपुर के कई छोटे और बड़े कारोबारियों को दुबई में बैठे कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस खान और अन्य गैंगों से लगातार रंगदारी की धमकियाँ मिल रही हैं। रंगदारी न देने पर स्कूल संचालक और जमीन कारोबारी के घरों पर भी गोलीबारी की घटनाएं हो चुकी हैं। चिकन दुकानदार ज़ाफर अली पर यह हमला सीधे-सीधे किसी रंगदारी सिंडिकेट की चेतावनी या कार्रवाई की ओर इशारा कर रहा है, जिसका मकसद शहर के कारोबारियों में भय पैदा करना है।
जुगसलाई फाटक का इतिहास: जुगसलाई फाटक और उसके आसपास का क्षेत्र पूर्व में भी गैंगवार और अपराधिक गतिविधियों के लिए कुख्यात रहा है। अनवर गिरोह जैसे कुख्यात गैंगस्टरों को भी पुलिस ने इसी जुगसलाई रेलवे फाटक के पास मुठभेड़ में मारा था। यह इलाका हमेशा से अपराधियों के लिए एक आसान ठिकाना रहा है।
पुलिस की जांच शुरू: क्या पकड़े जाएंगे हमलावर?
गोलीकांड की सूचना मिलते ही जुगसलाई थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं और ज़ाफर अली के साथी से पूछताछ कर हमलावरों के बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही है।
सिटी एसपी कुमार शिवाशीष (या संबंधित अधिकारी) ने हाल ही में व्यापारियों से अपील की थी कि वे रंगदारी की धमकी मिलने पर डरें नहीं, बल्कि तुरंत पुलिस को सूचित करें। अब इस घटना के बाद, पुलिस के लिए यह आवश्यक हो गया है कि वे तुरंत इस गोलीकांड के पीछे के गैंग का पर्दाफाश करें और शहर के कारोबारियों के मन से डर को खत्म करें।
ज़ख्मी ज़ाफर अली टीएमएच में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। उसकी जुबान खुलने पर ही यह रहस्य सुलझ पाएगा कि उस पर हमला करने वाले कौन थे और इस फायरिंग का असली मकसद क्या था।
आपके अनुसार, जमशेदपुर जैसे औद्योगिक शहर में बढ़ते गैंगवार और रंगदारी को रोकने के लिए पुलिस को क्या 'ऑपरेशन क्लीन' शुरू करना चाहिए? कमेंट में अपनी राय बताएं!
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