Khunti Murder : चाचा का सिर ईंट से कूचा! शक की आग में भतीजा बना 'हत्यारा', आखिर क्या था वह 'अवैध संबंध'?
क्या रिश्तों में इतना जहर घुल चुका है? खूंटी जिले के साके गांव में भतीजे ने अपने चाचा को क्यों बेरहमी से मार डाला? वह कौन सा शक था जिसने एक परिवार को बर्बाद कर दिया? जानें झारखंड में अवैध संबंधों के नाम पर हो रहे वीभत्स अपराधों का लेटेस्ट मामला और पुलिस की तत्काल गिरफ्तारी!
खूंटी, 24 अक्टूबर 2025 - झारखंड के खूंटी जिले से आज एक बार फिर रिश्तों के कत्ल की सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। अड़की थाना क्षेत्र के साके गांव में सिर्फ एक 'शक' की आग में जलकर एक भतीजे ने अपने ही चाचा का सिर ईंट से कूचकर बेरहमी से मार डाला। यह घटना दर्शाती है कि पारिवारिक विवाद और अविश्वास कैसे झारखंड के ग्रामीण इलाकों में एक गंभीर सामाजिक और आपराधिक समस्या बन चुका है।
शक की आग: जब भतीजा बना चाचा का कातिल
यह दिल दहला देने वाली घटना साके गांव की है, जहाँ मृतक सामू सोय (25) अपने ही भतीजे एतवा सोय (18) के गुस्से का शिकार बन गया। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी एतवा सोय को यह गहरा और खतरनाक शक था कि उसके चाचा सामू सोय का उसकी माँ के साथ अनैतिक संबंध है।
अवैध संबंधों का यह शक ग्रामीण झारखंड में अक्सर 'चुड़ैल' या 'डायन' हत्याकांडों की तरह ही वीभत्स अपराधों को जन्म देता है। पिछले एक साल में, पूर्वी सिंहभूम जैसे इलाकों में भी रिश्तेदारों द्वारा रिश्तेदारों का कत्ल करने के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें अधिकांश की वजह अवैध संबंधों का शक रहा है।
इसी अविश्वास और आक्रोश की चरम सीमा पर पहुँचकर, एतवा सोय ने अपने चाचा पर हमला कर दिया और ईंट से उनका सिर तब तक कुचला जब तक कि उनकी मौके पर ही मौत नहीं हो गई। यह निर्मम हत्या दर्शाती है कि गुस्से और शक में इंसान किस हद तक जा सकता है।
पुलिस की तत्काल कार्रवाई: कातिल घंटों में गिरफ्तार
इस वीभत्स हत्याकांड की सूचना मिलते ही अड़की थाना पुलिस ने तत्परता दिखाई। थाना प्रभारी प्रवीण कुमार तिवारी के निर्देश पर पुलिस उपनिरीक्षक कुंदन कुमार सशस्त्र बल के साथ तुरंत साके गांव पहुंचे। पुलिस टीम की तेजी का ही नतीजा था कि हत्या करने के कुछ ही घंटों के भीतर आरोपी भतीजे एतवा सोय को गांव से ही गिरफ्तार कर लिया गया।
जांच में जुटी पुलिस टीम ने मौके से कई महत्वपूर्ण साक्ष्य भी बरामद किए हैं:
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हत्या में इस्तेमाल की गई खून से सनी ईंट।
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आरोपी एतवा सोय की खून से लथपथ टी-शर्ट।
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खून लगी मिट्टी का नमूना।
इन साक्ष्यों की बरामदगी से यह साफ हो जाता है कि पुलिस के पास आरोपी को सजा दिलाने के लिए पर्याप्त सबूत मौजूद हैं। फिलहाल, हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
रिश्तों की टूटती डोरी और गांव में दहशत
यह हत्याकांड साके गांव में दहशत का माहौल पैदा कर चुका है। पड़ोसी और रिश्तेदार स्तब्ध हैं कि सिर्फ एक शक के आधार पर परिवार के अंदर ऐसा खूनी खेल हो सकता है। यह घटना झारखंड के ग्रामीण समाज में गहरे बैठे सामाजिक और पारिवारिक संघर्षों को भी उजागर करती है, जहाँ पुलिस और कानूनी प्रक्रिया से पहले 'आन' और 'प्रतिष्ठा' के नाम पर लोग खुद ही अपराधी बन जाते हैं।
झारखंड पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है कि क्या सामू सोय और एतवा सोय की मां के बीच वास्तव में कोई अनैतिक संबंध था, या फिर यह सिर्फ किसी गलतफहमी या आपसी दुश्मनी का नतीजा था, जिसे 'अवैध संबंध' का रूप देकर अंजाम दिया गया।
पाठकों से सवाल:
आपके विचार में, झारखंड के ग्रामीण इलाकों में परिवारों के बीच बढ़ते शक और हिंसा को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन और समाज को क्या कदम उठाने चाहिए? कमेंट करके अपनी राय ज़रूर बताएं।
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