Jamshedpur Blackout: एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए महा-शटडाउन! जमशेदपुर के मानगो समेत कई इलाकों में मंगलवार को 12 घंटे बिजली बंद, 3 लाख से अधिक की आबादी होगी प्रभावित, NH-33 पर 132 KVA टावर का निर्माण, JBVNL ने की अपील- 'जरूरी काम आज ही निपटा लें'!
मानगो में एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण के कारण मंगलवार को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। NH-33 पर 132 KVA टावर स्थानांतरित होगा। डिमना, आजाद नगर समेत कई इलाकों में ब्लैकआउट रहेगा, जिससे 3 लाख से अधिक लोग प्रभावित होंगे। आवश्यक सेवाओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।
विकास की कीमत अक्सर अस्थायी असुविधा के रूप में चुकानी पड़ती है। झारखंड में जमशेदपुर के मानगो इलाके में बन रहे बहुप्रतीक्षित एलिवेटेड कॉरिडोर (Elevated Corridor) का निर्माण अब एक अहम चरण में पहुंच गया है, जिसके चलते मंगलवार को शहर के एक बड़े हिस्से को पूरे दिन अंधेरे में रहना पड़ेगा। बिजली विभाग ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक मेगा शटडाउन का ऐलान किया है, जिससे करीब 3 लाख से अधिक लोगों की दिनचर्या प्रभावित होगी।
इतिहास गवाह है कि बुनियादी ढांचे के बड़े परियोजनाओं के दौरान बिजली और जल आपूर्ति को अस्थायी रूप से बाधित करना पड़ता है। जमशेदपुर में यह कॉरिडोर ट्रैफिक की समस्या को हल करने के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके रास्ते में आने वाले हाई टेंशन तारों और महत्वपूर्ण टावरों को हटाना एक जोखिमभरा और समय लेने वाला काम है। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) ने इसी काम को सुरक्षित ढंग से पूरा करने के लिए 'पावर शटडाउन' की घोषणा की है।
सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक बिजली बंद
बिजली विभाग के अनुसार, मंगलवार को यह बिजली कटौती सुबह 6:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक, यानी पूरे 12 घंटे के लिए रहेगी। इस अवधि के दौरान NH-33 पर 132 KVA ट्रांसमिशन टावर (Transmission Tower) का निर्माण कार्य किया जाएगा, जो कि अत्यंत जोखिमभरा होता है।
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प्रभावित इलाके: शटडाउन का सबसे अधिक असर मानगो इलाके पर पड़ेगा। प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं डिमना, आजाद नगर, स्वर्णरेखा हाउसिंग कॉलोनी, बालिगुमा, उलीडीह, दाईगुट्टू, कुम्हारपाड़ा समेत कई घनी आबादी वाले क्षेत्र।
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बाहरी क्षेत्र भी प्रभावित: मानगो के अलावा पटमदा और बोड़ाम क्षेत्र की बिजली आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित होगी। महाप्रबंधक अजीत कुमार ने बताया कि इस शटडाउन से लगभग 3 लाख से अधिक की आबादी को परेशानी झेलनी पड़ेगी।
वैकल्पिक व्यवस्था से चलेगी आवश्यक सेवाएं
JBVNL के महाप्रबंधक अजीत कुमार ने स्पष्ट किया है कि बिजली विभाग यह कदम कॉरिडोर निर्माण क्षेत्र में आने वाले हाई टेंशन तारों और ट्रांसमिशन टावर को सुरक्षित रूप से स्थानांतरित करने के लिए उठा रहा है। हालांकि, लोगों की सुविधा और सुरक्षा के लिए आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति जारी रहेगी।
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अस्पताल और पानी प्लांट: MG M अस्पताल और पेयजल प्लांट की बिजली आपूर्ति को विकल्पिक स्रोत (Alternative Source) से बहाल रखने की तैयारी की गई है।
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रोटेशन से सप्लाई: अन्य आवश्यक सेवाओं के लिए चांडिल ग्रिड से रोटेशन के तहत बिजली आपूर्ति की व्यवस्था रहेगी।
विभाग ने लोगों से खास अपील की है कि वे मंगलवार को बिजली कटौती शुरू होने से पहले ही अपने सभी जरूरी काम (जैसे पानी भरना, मोबाइल चार्ज करना आदि) निपटा लें ताकि कम से कम असुविधा हो।
आपकी राय में, बड़े शहरी विकास परियोजनाओं (जैसे एलिवेटेड कॉरिडोर) के दौरान बिजली कटौती से प्रभावित होने वाली 3 लाख से अधिक की आबादी की असुविधा को कम करने के लिए स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग को कौन से दो सबसे प्रभावी अस्थायी और लॉजिस्टिक उपाय करने चाहिए?
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