Ranchi Suspense: फंदे पर झूलता मिला जवान! जगन्नाथपुर में JAP-2 के शिवपूजन रजवार की संदिग्ध मौत, पैर जमीन से सटा होने पर क्यों उठी हत्या की आशंका?
जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में झारखंड आर्म्ड पुलिस-2 (JAP-2) के जवान शिवपूजन रजवार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हालांकि, शव का पैर जमीन से सटा होने के कारण मामला संदिग्ध लग रहा है। सिटी एसपी और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है। पुलिस आत्महत्या और हत्या के दोनों एंगलों से तफ्तीश कर रही है।
झारखंड की राजधानी के पास जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में झारखंड आर्म्ड पुलिस-2 (JAP-2) के एक जवान की मौत ने सिर्फ पुलिस महानिदेशालय ही नहीं, बल्कि पूरे इलाके को एक गहरे रहस्य और संदेह के माहौल में डाल दिया है। मृतक की पहचान शिवपूजन रजवार के रूप में हुई है, जिन्होंने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। लेकिन यह मामला आत्महत्या के बजाय हत्या का संकेत दे रहा है, क्योंकि शिवपूजन का शव जिस फंदे से झूल रहा था, उसमें उनका पैर जमीन से सटा हुआ था।
वह कौन सा राज है जो दबा है इस मामले में?
किसी भी आत्महत्या के मामले में, खासकर फांसी लगाने पर, मृतक का पूरा वजन फंदे पर होता है और पैर जमीन से ऊपर उठ जाते हैं। लेकिन शिवपूजन रजवार के मामले में पैर जमीन से सटा होना कई गंभीर सवाल खड़े करता है। पुलिस विभाग के भीतर और जानकारों के बीच यह आशंका तेज हो गई है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या का मामला हो सकता है, जिसे फांसी का रूप देने की कोशिश की गई है।
आखिर वो कौन सी वजह रही होगी, जिसके चलते एक पुलिस जवान ने आत्महत्या की होगी? क्या यह कोई पारिवारिक समस्या थी? या सेवाकाल से जुड़ा कोई दबाव? या फिर किसी व्यक्तिगत रंजिश के कारण इस हत्याकांड को आत्महत्या का रूप दिया गया? इन सभी कड़ियों को जोड़ने के लिए सिटी एसपी ने तुरंत एफएसएल (Forensic Science Laboratory) की टीम को मौके पर बुलाया।
पुलिस और एफएसएल की गहन जांच
घटना की सूचना मिलते ही सिटी एसपी समेत थाना प्रभारी और एफएसएल की विशेषज्ञ टीम मौके पर पहुंची। एफएसएल टीम ने फंदे की ऊंचाई, मृतक के शरीर पर पाये गए निशान, कमरे की स्थितियां और पैर का जमीन से सटा होना जैसे सभी महत्वपूर्ण साक्ष्यों को इकट्ठा किया है। यह जांच रिपोर्ट ही तय करेगी कि यह वास्तव में आत्महत्या थी या कोई अपराधिक मामला।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और एफएसएल रिपोर्ट दोनों ही पुलिस के लिए इस मामले की गुत्थी सुलझाने में मील का पत्थर साबित होंगे। फिलहाल परिजनों को सूचना दे दी गई है और पुलिस प्रशासन पूरे मामले की गहन तहकीकात कर रहा है। एक पुलिस जवान की मौत के पीछे छिपा गहरा राज बहुत जल्द ही सामने आने की उम्मीद है।
आपकी राय में, जब फांसी लगाकर आत्महत्या के मामले में पैर जमीन से सटा हुआ हो, तो हत्या के कोण की पुष्टि के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों को दो सबसे महत्वपूर्ण कौन से शारीरिक या स्थानिक साक्ष्य तलाशने चाहिए?
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