पश्चिम बंगाल में डॉक्टर की सामूहिक दुराचार और हत्या पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का आक्रोश: ममता बनर्जी का पुतला जलाया, फांसी की मांग!
जमशेदपुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कोलकाता के डॉक्टर की सामूहिक दुराचार और हत्या पर पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पढ़ें पूरी खबर।
जमशेदपुर: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई सामूहिक दुराचार और हत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस जघन्य घटना के खिलाफ आक्रोश का इजहार करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की जमशेदपुर महानगर इकाई के कार्यकर्ताओं ने एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला दहन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
करनडीह चौक पर विरोध प्रदर्शन:
शनिवार को जमशेदपुर के करनडीह चौक पर अभाविप के कार्यकर्ताओं ने ममता बनर्जी के पुतले का दहन किया। प्रदर्शनकारियों का गुस्सा इस बात पर था कि इतनी गंभीर घटना के बावजूद भी पश्चिम बंगाल सरकार ने अब तक दोषियों के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया है। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही अभाविप की छात्रा रोशनी कुमारी ने कहा, "घटना के इतने दिन बाद भी दोषियों पर कार्रवाई न होना इस बात का संकेत है कि पश्चिम बंगाल में असुरी प्रवृत्ति वाले लोगों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। यह स्थिति पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नाकामियों को उजागर करती है।"
सरकार पर सवाल और सख्त कार्रवाई की मांग:
रोशनी कुमारी ने ममता बनर्जी पर सवाल उठाते हुए कहा, "जिस प्रदेश की मुखिया खुद एक महिला है, वहां इस तरह की घटनाएं होना बेहद शर्मनाक है। यह सरकार की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। यदि दोषियों पर जल्द से जल्द कठोर कार्रवाई नहीं की गई, तो यह संदेश जाएगा कि पश्चिम बंगाल में इस तरह के कुकृत्य करने वालों को बख्शा जा सकता है।"
अभाविप के प्रदेश खेलो भारत के सह-संयोजक अमन ठाकुर ने कहा, "अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि इस जघन्य अपराध में शामिल सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए। यदि ऐसी घटनाओं पर रोक नहीं लगी, तो केंद्र सरकार को भी कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।"
धर्म और सुरक्षा पर सवाल:
अभाविप जमशेदपुर महानगर के सह मंत्री अभिषेक कुमार ने इस घटना पर बोलते हुए कहा, "जिस प्रदेश में मां दुर्गा की इतनी पूजा-अर्चना होती है, वहां की बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। ममता बनर्जी को खुद पर शर्म आनी चाहिए कि उनके प्रदेश में इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और उनकी सरकार इसे रोकने में पूरी तरह विफल है।"
प्रदर्शन के दौरान अभाविप कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही दोषियों को फांसी की सजा नहीं दी गई, तो वे देशभर में बड़े पैमाने पर उग्र आंदोलन करेंगे। "हमारा धैर्य अब टूट चुका है। सरकार को यह समझना होगा कि इस प्रकार के अपराधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा," अभाविप के सह मंत्री अभिजीत ठाकुर ने कहा।
पुतला दहन कार्यक्रम में सहभागिता:
इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से अभाविप के महानगर सह मंत्री अभिजीत ठाकुर, पूजा कुमारी, संगीता कुमारी, नीलम कुमारी, आस्था कुमारी, मयंक कुमार, सागर कुमार, समीर कुमार, शिवम् कुमार, ईशान कुमार, आशीष कुमार, गौतम कुमार, राहुल कुमार, सुमित कुमार, अजीत कुमार, सुभाजित कुमार, सुभांगी कुमारी और युवराज कुमार समेत कई छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। सभी ने एक स्वर में दोषियों को कठोरतम सजा दिलाने की मांग की।
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