Dhanbad Accident: होली ट्रिप के दौरान बड़ा हादसा, 100 फीट गहरी खाई में गिरी MBA स्टूडेंट्स की गाड़ी!
धनबाद के IIT ISM के MBA स्टूडेंट्स की गाड़ी सिक्किम में 100 फीट गहरी खाई में गिर गई! 10 घायल, 3 की हालत गंभीर। जानें कैसे हुआ ये हादसा और कौन है जिम्मेदार?

धनबाद – सिक्किम की खूबसूरत वादियों में होली की मस्ती मनाने गए आईआईटी आईएसएम धनबाद के MBA प्रथम वर्ष के 10 छात्रों की ट्रिप उस वक्त दर्दनाक हादसे में बदल गई, जब उनकी गाड़ी 100 फीट गहरी खाई में जा गिरी। इस भयानक सड़क दुर्घटना में तीन छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें गंगटोक के एसटीएनएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, अन्य सात घायलों का इलाज मंगन जिले के स्थानीय अस्पताल में चल रहा है।
कैसे हुआ भीषण सड़क हादसा?
यह हादसा 14 मार्च की रात उत्तर सिक्किम के पेक्शेप क्षेत्र के जंगलों में हुआ। आईआईटी आईएसएम धनबाद के छह छात्र और चार छात्राएं एक वाहन से लाचुंग से गंगटोक जा रहे थे। रात करीब 9:30 बजे, ड्राइवर का नियंत्रण बिगड़ा और गाड़ी सीधे 100 फीट गहरी खाई में जा समाई। ड्राइवर भी इस हादसे में घायल हुआ है।
छुट्टियों में सिक्किम घूमने गए थे स्टूडेंट्स
धनबाद के प्रतिष्ठित आईआईटी आईएसएम के MBA प्रथम वर्ष के ये सभी छात्र होली की चार दिनों (13 से 16 मार्च) की छुट्टियों में सिक्किम घूमने निकले थे। उत्तर सिक्किम की लाचुंग घाटी अपनी बर्फीली पहाड़ियों और खूबसूरत नजारों के लिए मशहूर है, लेकिन यहां की संकीर्ण और खतरनाक पहाड़ी सड़कों पर ड्राइविंग जोखिम भरी होती है।
संस्थान को मीडिया से मिली खबर!
चौंकाने वाली बात यह है कि आईआईटी आईएसएम प्रशासन को इस बड़े हादसे की खबर सिक्किम मीडिया में आई खबरों के बाद मिली। संस्थान के मुख्य सुरक्षा अधिकारी राम मनोहर ने बताया कि जैसे ही यह खबर सामने आई, संस्थान ने सिक्किम पुलिस से संपर्क कर सभी छात्रों की जानकारी जुटाई।
कौन-कौन हैं घायल स्टूडेंट्स?
संस्थान की जानकारी के अनुसार, सभी घायल छात्र दक्षिण भारत के रहने वाले हैं। लड़कों को आईआईटी आईएसएम के अंबर हॉस्टल में और छात्राओं को रोजलीन हॉस्टल में रहने की सुविधा मिली हुई है। हादसे के बाद सभी को मेडिकल सुविधाएं दी जा रही हैं और संस्थान ने यह सुनिश्चित किया है कि वे अब खतरे से बाहर हैं।
माता-पिता को दी गई सूचना, अनुशासनात्मक कार्रवाई संभव
जैसे ही संस्थान को इस दुर्घटना की सूचना मिली, तुरंत अभिभावकों को सूचित किया गया। हॉस्टल वार्डन ने छात्रों के घर फोन कर परिजनों को पूरी जानकारी दी। हालांकि, एक चौंकाने वाली बात सामने आई है – छात्रों ने सिक्किम ट्रिप के बारे में अपने वार्डन को कोई जानकारी नहीं दी थी।
संस्थान प्रशासन अब यह जांच कर रहा है कि वे बिना आधिकारिक अनुमति के सिक्किम कैसे पहुंचे। इस लापरवाही के चलते, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स? पहाड़ी सड़कों पर क्यों बढ़ रहे हादसे?
सिक्किम और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में इस तरह के सड़क हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। ट्रैफिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि संकीर्ण सड़कों, अचानक बदलते मौसम और तेज रफ्तार गाड़ियों के कारण यहां सड़क दुर्घटनाओं का खतरा अधिक होता है।
विशेषज्ञों की राय:
- अनुभवी ड्राइवर के बिना पहाड़ी क्षेत्रों में सफर खतरनाक हो सकता है।
- तेज रफ्तार और ओवरलोडेड वाहन दुर्घटनाओं का बड़ा कारण हैं।
- रात में ड्राइविंग करने से दृश्यता कम हो जाती है, जिससे दुर्घटनाएं बढ़ती हैं।
ऐसे करें बचाव! पहाड़ी इलाकों में सफर से पहले ध्यान दें
अगर आप भी किसी पहाड़ी इलाके में घूमने जा रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें:
अनुभवी ड्राइवर को ही गाड़ी चलाने दें।
रात में ड्राइविंग से बचें, खासकर अनजान इलाकों में।
गाड़ी की ब्रेक और टायर अच्छी स्थिति में हैं या नहीं, चेक करें।
संस्थान या परिवार को अपनी ट्रिप के बारे में जानकारी दें।
आखिरी सवाल – क्या मिल पाएगा न्याय?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या संस्थान बिना अनुमति सिक्किम जाने वाले इन छात्रों पर कोई कार्रवाई करेगा? और क्या पहाड़ी राज्यों में रोड सेफ्टी के नियम और सख्त किए जाएंगे?
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