Chakradharpur Murder : चक्रधरपुर में पति ने पत्नी को पीट-पीटकर मारा, शव कंधे पर लादकर रेलवे प्लेटफार्म पर फेंका, दो मासूम बच्चों की माँ की दर्दनाक मौत, जीआरपी और स्थानीय पुलिस के बीच सीमा विवाद
झारखंड के चक्रधरपुर में शुक्रवार रात नशेड़ी पति अजय लोहार ने अपनी पत्नी ज्योति मोदी (30 वर्ष) की बेरहमी से पिटाई करके हत्या कर दी। आरोपी शव को कंधे पर लादकर रेलवे प्लेटफार्म नंबर 1 पर फेंककर फरार हो गया। पुलिस और जीआरपी के बीच मामले के सीमा विवाद में उलझने से एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई है।
पारिवारिक कलह और नशे की लत जब इंसानियत पर हावी होती है, तो अक्सर रिश्तों का खूनी अंजाम देखने को मिलता है। झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर में शुक्रवार रात को हुई एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। यहां एक नशे में धुत पति ने सिर्फ अपनी पत्नी की जान ही नहीं ली, बल्कि शव को कंधे पर लादकर रेलवे प्लेटफार्म पर फेंककर फरार होने की जघन्य कोशिश भी की।
भारतीय समाज में घरेलू हिंसा और नशे के कारण होने वाली मौतें एक गंभीर सामाजिक समस्या रही हैं। चक्रधरपुर की यह घटना विशेष रूप से दर्दनाक है क्योंकि मृतक ज्योति मोदी (30 वर्ष) अपने पीछे दो छोटे बच्चे छोड़ गई हैं। इन बच्चों का भविष्य अब अंधेरे में डूब गया है।
रात 10 बजे पति ने ठिकाने लगाया शव
पुलिस के अनुसार, आरोपी पति अजय लोहार गेंगखोली इलाके का रहने वाला है और वह शौचालय साफ करने और शव आदि उठाने का काम करता था। शुक्रवार रात को पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद नशे में अजय ने ज्योति की इतनी बेरहमी से पिटाई की कि उसकी मौत हो गई।
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जघन्य कोशिश: हत्या के बाद आरोपी अजय लोहार ने सबूत मिटाने और शव को ठिकाने लगाने की घिनौनी कोशिश की। रात लगभग 10 बजे, वह पत्नी के शव को अपने कंधे पर उठाकर रेलवे पार्सल कार्यालय से होते हुए प्लेटफार्म नंबर 1 पर ले गया।
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फरार: शव को प्लेटफार्म पर रखने के बाद, वह मौके से फरार हो गया। सुबह जब प्लेटफार्म पर शव मिला, तो पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
जीआरपी और स्थानीय पुलिस में सीमा विवाद
घटना के बाद रेलवे पुलिस (GRP) ने शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, मामला अब एक गंभीर अवरोध में फंस गया है।
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एफआईआर का विलंब: हत्या स्थानीय थाना क्षेत्र में हुई और शव रेलवे प्लेटफार्म पर मिला। इस कारण, मामला स्थानीय पुलिस और जीआरपी के बीच 'सीमा विवाद' को लेकर उलझ गया है। इस विवाद के कारण अभी तक औपचारिक एफआईआर भी दर्ज नहीं हो पाई है।
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आरोपी की तलाश: पुलिस अब आरोपी पति अजय लोहार की तलाश में जुटी है। सवाल यह है कि पुलिस इस संवेदनशील मामले में कितनी जल्दी कार्रवाई करती है और आरोपी को कब तक गिरफ्तार कर पाती है।
इस दर्दनाक घटना ने घरेलू हिंसा और पुलिस के सीमा विवाद जैसे दोहरे मुद्दों को एक बार फिर से उजागर कर दिया है, जिनका सीधा नकारात्मक असर कानून व्यवस्था पर पड़ता है।
आपकी राय में, रेलवे प्लेटफार्म जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में अपराध होने पर, पुलिस के बीच सीमा विवाद को रोकने और त्वरित एफआईआर दर्ज कराने के लिए कौन से दो प्रशासनिक सुधार किए जाने चाहिए?
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