Deoghar Murder Case: दादा-दादी ने सात महीने के मासूम की गला दबाकर की हत्या? गांव में मचा कोहराम
देवघर के कुंडा थाना क्षेत्र में सात महीने के मासूम की गला दबाकर हत्या, शव स्कूल के पास गड्ढे में मिला। दादी गिरफ्तार, दादा फरार। गांव में मचा हड़कंप!

झारखंड के देवघर जिले से एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे गांव को हिला कर रख दिया। कुंडा थाना क्षेत्र के ढाकोडीह गांव में सात महीने के मासूम की गला दबाकर हत्या कर दी गई। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस निर्मम हत्या का आरोप खुद उसके दादा-दादी पर लगा है! गांव के पास स्थित स्कूल के समीप एक गड्ढे से बच्चे का शव मिलने के बाद पूरे इलाके में कोहराम मच गया।
बच्चे की पहचान चंदन यादव के सात महीने के बेटे शिवांश के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पूछताछ के बाद पुलिस ने बच्चे की दादी पंचा देवी को हिरासत में ले लिया है, जबकि दादा बाजो महतो अभी भी फरार है।
सुबह तालाब जाने वाले ग्रामीण ने देखा मासूम का शव
रविवार सुबह जब गांव का एक व्यक्ति तालाब की ओर जा रहा था, तो उसने स्कूल के पास गड्ढे में कुछ अजीब देखा। जब पास जाकर देखा, तो वहां एक मासूम बच्चे का शव पड़ा था। यह दृश्य इतना हृदयविदारक था कि देखते ही देखते पूरे गांव में सनसनी फैल गई।
मृतक बच्चे के माता-पिता सहित सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर जमा हो गए। लोगों में आक्रोश इतना था कि उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना देने के साथ-साथ आरोपी पंचा देवी की जमकर पिटाई कर दी। पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह पंचा देवी को भीड़ के गुस्से से बचाकर थाने ले गई।
गांव में पहले भी खून से सनी है पंचा देवी की कहानी!
पंचा देवी पर हत्या का यह पहला आरोप नहीं है! ग्रामीणों के अनुसार, इससे पहले भी वह अपने भैंसुर (पति के बड़े भाई) की बेटी की हत्या के आरोप में जेल जा चुकी है। इस खुलासे के बाद मामले ने और भी भयावह मोड़ ले लिया।
लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर एक महिला कैसे इतनी बेरहमी से हत्याएं कर सकती है? क्या यह एक मानसिक विकृति है या फिर किसी अंधविश्वास का नतीजा? पुलिस अब पंचा देवी से पूछताछ कर रही है कि आखिर इस हत्या के पीछे की असली वजह क्या थी।
क्या है हत्या का मकसद? कहीं अंधविश्वास तो नहीं?
झारखंड और बिहार के कई इलाकों में अंधविश्वास के नाम पर बच्चों की बलि देने की घटनाएं सामने आती रही हैं। खासकर झारखंड के ग्रामीण इलाकों में "डायन प्रथा" जैसी कुप्रथाओं का भी गहरा प्रभाव देखा गया है।
इस मामले में भी सवाल उठ रहा है कि क्या शिवांश की हत्या किसी अंधविश्वास के कारण हुई? या फिर पारिवारिक विवाद का नतीजा थी? पुलिस इन सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
बच्चे के शव का पोस्टमार्टम, जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने मासूम बच्चे के शव का पंचनामा कर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। शुरुआती जांच में गला दबाने से मौत की पुष्टि हुई है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हत्या की पूरी सच्चाई सामने आएगी।
पुलिस अब फरार दादा बाजो महतो की तलाश में जुट गई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या के पीछे की असली वजह क्या थी।
गांव में अब भी सन्नाटा, लोगों में गुस्सा
ढाकोडीह गांव में अब भी गम और गुस्से का माहौल बना हुआ है। लोग इस निर्मम हत्या से स्तब्ध हैं और पंचा देवी पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि क्या पुलिस इस केस की पूरी सच्चाई सामने ला पाएगी? क्या यह हत्या किसी गहरे षड्यंत्र का हिस्सा थी? या फिर किसी पुराने विवाद का खौफनाक अंजाम?
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