Pakistan Strike: ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर के ठिकाने तबाह, परिवार के 10 सदस्य ढेर, भारत का सबसे सटीक जवाब!
ऑपरेशन सिंदूर के तहत इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर कहर बरपाया। मसूद अजहर के 10 परिजन और 4 करीबी मारे गए। जानिए कैसे इंडियन फोर्सेज ने लिया पुलवामा जैसे हमलों का बदला।

"जहां से आतंक की जड़ें फैलती हैं, वहीं जाकर उन्हें उखाड़ फेंकना जरूरी होता है।"
और यही किया भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए। इस बार निशाना सिर्फ आतंकी नहीं थे, बल्कि वो ज़मीनें थीं जहां इनका जन्म और पालन-पोषण होता है।
क्या है 'ऑपरेशन सिंदूर'?
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना और वायुसेना का एक संयुक्त और बेहद गोपनीय मिशन था, जो पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में सक्रिय आतंकवादी संगठनों पर केंद्रित था। इस ऑपरेशन के तहत जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के 9 ठिकानों को सटीक हमलों में तबाह कर दिया गया।
मसूद अजहर का कबूलनामा
जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर ने खुद इस हमले की पुष्टि की है। उसके अनुसार, इस हमले में उसके 10 परिजन और 4 करीबी सहयोगी मारे गए। ये सभी लोग मर्कज़ सुब्हान अल्लाह में मौजूद थे, जो बहावलपुर के पास कराची-मोर स्थित 15 एकड़ में फैला जैश का मुख्य ट्रेनिंग सेंटर था। यही वो जगह थी जहां युवाओं को आतंक की विचारधारा में ढाला जाता था।
इस सेंटर में न केवल मसूद अजहर बल्कि जैश के डिफैक्टो प्रमुख मुफ़्ती अब्दुल रऊफ असग़र, मौलाना अम्मार और कई प्रमुख नेता भी ठहरे हुए थे।
कहां-कहां हुआ हमला?
भारत ने पाकिस्तान की सीमा के भीतर चार ठिकानों और PoK में पांच आतंकी बेस को टारगेट किया। इंडियन एयरफोर्स ने इन हमलों को इतने सटीक ढंग से अंजाम दिया कि एक भी पाकिस्तानी सेना की जगह को टच नहीं किया गया। भारत ने इसे "फोकस्ड, मेजर्ड और नॉन-एस्केलेटरी" करार दिया।
पृष्ठभूमि: पहलगाम हमला बना आग का शोला
इस ऑपरेशन की सबसे बड़ी वजह बना पहलगाम आतंकी हमला, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी भले किसी ने न ली हो, लेकिन जांच ने इशारा साफ कर दिया — जैश, लश्कर और हिजबुल के नेटवर्क के खिलाफ अब चुप्पी नहीं, सीधा वार होगा।
भारत के रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, "हमने पहले ही कहा था कि इस हमले का बदला लिया जाएगा, और अब वादा पूरा किया गया है।"
क्या यह surgical strike 3.0 है?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह ऑपरेशन सर्जिकल स्ट्राइक 3.0 जैसा ही है, लेकिन इसका स्केल कहीं बड़ा और सटीक है। 2016 में उरी हमले के बाद और 2019 में पुलवामा के जवाब में बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद यह तीसरा सबसे बड़ा ऐक्शन है, जो सीमा पार हुआ।
पाकिस्तान की चुप्पी — डर या रणनीति?
अब तक पाकिस्तान की ओर से इस ऑपरेशन को लेकर कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है। कुछ पाकिस्तानी मीडिया चैनलों ने हमलों की खबर को दबाने की कोशिश की है, तो कुछ ने इसे “फेक न्यूज़” बताया। लेकिन मसूद अजहर जैसे आतंकी का खुद सामने आकर अपने परिजनों की मौत स्वीकार करना — अपने आप में भारत की कार्यवाही की पुष्टि है।
अब भारत सिर्फ सुनता नहीं, जवाब देता है
ऑपरेशन सिंदूर ने साफ कर दिया है कि अब भारत किसी भी आतंकी हरकत का जवाब केवल निंदा से नहीं, बल्कि सटीक निशानों के जरिए देता है। मसूद अजहर जैसे आतंकी अब खुद को सुरक्षित नहीं मान सकते — चाहे वो किसी भी कोने में छिपे हों।
इस ऑपरेशन ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि जब बात भारत की सुरक्षा की आती है, तो सेना अपने दुश्मनों को उनके घर में घुसकर खत्म करने में जरा भी संकोच नहीं करती।
क्या यह अब नई रणनीति की शुरुआत है? क्या भारत हर आतंकी हमले का जवाब इस तरह देगा?
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