Saraikela Murder: 24 घंटे में पुलिस ने खोला ताजनगर हत्याकांड का राज, सामने आया रंजिश का खूनी खेल
सरायकेला-खरसावां जिले के ताजनगर में युवक मोहम्मद हुसैन की पत्थर से हत्या का मामला महज 24 घंटे में सुलझा, पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल, सामने आई पुरानी रंजिश की खौफनाक कहानी।

जमशेदपुर से सटे सरायकेला-खरसावां जिले में एक युवक की नृशंस हत्या और फिर पुलिस द्वारा 24 घंटे के भीतर हत्याकांड का खुलासा—यह कहानी जितनी रहस्यमयी है, उतनी ही डरावनी भी।
15 अप्रैल की रात ताजनगर इलाके में मोहम्मद हुसैन नामक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। लेकिन सरायकेला पुलिस ने जिस तेजी और दक्षता से इस मामले को सुलझाया है, उसने एक बार फिर पुलिसिंग पर भरोसा बहाल किया है।
पत्थर और ईंट से की गई थी हत्या
पुलिस को घटनास्थल से पत्थर और ईंट के टुकड़े मिले थे, जिनसे यह स्पष्ट था कि हमला बेहद हिंसक और जानलेवा था। शव के पास ही मृतक मोहम्मद हुसैन का टूटा हुआ मोबाइल मिला, जिसने जांच की पहली कड़ी जोड़ने में मदद की।
हत्या के पीछे कोई लूटपाट नहीं थी, यह बात तब सामने आई जब मृतक के पास से उसकी कुछ व्यक्तिगत वस्तुएं बरामद हुईं। पुलिस ने जब तकनीकी निगरानी और स्थानीय सूचनाओं के आधार पर जांच आगे बढ़ाई, तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई।
तीन अपराधियों की गिरफ्तारी, एक हिस्ट्रीशीटर भी शामिल
पुलिस की विशेष टीम ने इस केस में तीन आरोपियों—हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद सलाउद्दीन, मोहम्मद अब्दुल अंसारी उर्फ सोनू, और मोहम्मद कलीम—को गिरफ्तार कर लिया है। ये तीनों अपराधी पुरानी रंजिश के चलते मोहम्मद हुसैन की हत्या में शामिल थे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसडीपीओ अरविंद बिन्हा ने बताया कि इन अपराधियों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। उन्होंने खुलासा किया कि मोहम्मद हुसैन के साथ पुराना विवाद था, जो अब हत्या में बदल गया।
मोहम्मद सलाउद्दीन का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार आरोपियों में सबसे खतरनाक नाम है मोहम्मद सलाउद्दीन का, जो पहले से कई मामलों में जेल जा चुका है। वह इलाके का कुख्यात अपराधी रहा है और उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
इसका नाम पहले भी कई आपराधिक घटनाओं से जुड़ा रहा है, जिसमें मारपीट, रंगदारी और हथियारों से जुड़ी गतिविधियां शामिल हैं। सलाउद्दीन की गिरफ्तारी से इलाके में दहशत में जी रहे लोगों ने राहत की सांस ली है।
पुरानी रंजिश बनी खूनी साजिश का कारण
हत्या की जड़ें कुछ महीने पुरानी एक रंजिश में छिपी थीं। सूत्रों की मानें तो मोहम्मद हुसैन और सलाउद्दीन के बीच किसी निजी विवाद को लेकर पहले भी झड़प हो चुकी थी। लेकिन किसी को यह अंदेशा नहीं था कि यह विवाद अंत में हत्या में तब्दील हो जाएगा।
पुलिस का मानना है कि यह पूरी साजिश सुनियोजित थी और अपराधियों ने पहले से योजना बनाकर इस घटना को अंजाम दिया। इस हत्याकांड में प्रयुक्त मोबाइल, पत्थर और ईंटों को जब्त कर लिया गया है।
पुलिस की तेजी और तकनीकी दक्षता की मिसाल
सरायकेला पुलिस की तत्परता और तकनीकी निगरानी के इस्तेमाल ने इस केस को एक आदर्श उदाहरण बना दिया है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने न केवल जल्दबाज़ी में काम किया बल्कि पूरे केस को बेहद प्रोफेशनल तरीके से सुलझाया।
यह केस न केवल न्याय की जीत है, बल्कि अपराधियों को यह कड़ा संदेश भी है कि कानून की आंखें हर दिशा में खुली हैं।
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