देवघर के सिविल सर्जन 70 हजार की घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार
देवघर के सिविल सर्जन को एंटी करप्शन ब्यूरो ने 70 हजार की घूस लेते हुए गिरफ्तार किया। वादी की शिकायत पर एसीबी ने की कार्रवाई।
देवघर (16 अक्टूबर 2024): देवघर में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सिविल सर्जन को 70 हजार रुपये की घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह घटना बुधवार, 16 अक्टूबर 2024 की है। दुमका एसीबी की टीम ने सिविल सर्जन को उनके बेला बागान स्थित आवास से घूस लेते हुए पकड़ा।
मामला तब सामने आया जब सिविल सर्जन ने अस्पताल से जुड़े एक काम की रिपोर्ट देने के बदले रिश्वत की मांग की। वादी, जो इस काम से जुड़ा था, घूस देने को तैयार नहीं था। उसने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) से इसकी शिकायत की। एसीबी ने जब मामले की जांच की, तो सिविल सर्जन द्वारा घूस मांगने की पुष्टि हुई।
जांच के बाद, एसीबी की टीम ने बुधवार को देवघर में छापेमारी कर सिविल सर्जन को 70 हजार रुपये लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद सिविल सर्जन को दुमका ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ की जाएगी।
एसीबी की यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। देवघर के स्वास्थ्य विभाग से जुड़े इस मामले ने स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। इससे पहले भी कई अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, लेकिन यह कार्रवाई सिविल सर्जन जैसे उच्च पद पर बैठे अधिकारी के खिलाफ होने के कारण और भी महत्वपूर्ण हो गई है।
इस मामले में एसीबी के अधिकारी आगे की जांच में जुटे हुए हैं। गिरफ्तारी के बाद सिविल सर्जन से जुड़े और भी मामलों की जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या अन्य विभागों में भी इसी तरह का भ्रष्टाचार हो रहा है।
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