Jharkhand Alert: राशन कार्ड वालों के लिए खतरे की घंटी, नहीं किया ई-केवाईसी तो कट जाएगा नाम
झारखंड में राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी की अंतिम तिथि 30 अप्रैल 2025 है। अगर अब भी नहीं कराया तो राशन कार्ड से नाम कट सकता है। जानिए पूरी जानकारी और जरूरी चेतावनी।

अगर आप झारखंड के राशन कार्डधारी हैं और अब तक ई-केवाईसी नहीं करवाया है, तो अब अलार्म बज चुका है। केंद्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि 30 अप्रैल 2025 के बाद बिना ई-केवाईसी वाले कार्डधारकों के नाम राशन लिस्ट से काटे जा सकते हैं। और यह सिर्फ झारखंड की बात नहीं है—पूरे देश में ई-केवाईसी की प्रक्रिया अब अनिवार्य बना दी गई है।
इतिहास जानिए: क्यों जरूरी हो गई ई-केवाईसी?
भारत में राशन प्रणाली की शुरुआत 1940 के दशक में युद्धकालीन आपूर्ति व्यवस्था के रूप में हुई थी, जो धीरे-धीरे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत एक संरचित प्रणाली बनी। परंतु इसके साथ ही डुप्लीकेट कार्ड, फर्जीवाड़ा और अपात्र लोगों को अनाज मिलने की शिकायतें भी सामने आती रहीं।
इन्हीं गड़बड़ियों को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने डिजिटल पहचान (आधार आधारित ई-केवाईसी) को जरूरी बनाया है। इससे न केवल पात्र लाभार्थी सुनिश्चित हो पाएंगे, बल्कि सरकारी सब्सिडी की पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
झारखंड की स्थिति क्या है?
झारखंड में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 2 करोड़ 63 लाख 80 हजार 652 लाभार्थी पंजीकृत हैं। लेकिन 30 मार्च 2025 तक केवल 1 करोड़ 78 लाख 60 हजार 286 लोगों ने ही ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी की थी। इसका मतलब है कि अब भी 85 लाख 20 हजार 366 लाभार्थी ई-केवाईसी से वंचित हैं।
इसी वजह से अंतिम तिथि को 30 अप्रैल 2025 तक के लिए बढ़ाया गया है। पर अब यह डेडलाइन भी तेजी से नज़दीक आ रही है।
सरकार की सख्त चेतावनी: सब्सिडी और अनाज पर असर
खाद्य आपूर्ति मंत्रालय के संयुक्त सचिव जय पाटिल ने मार्च में सभी राज्यों को पत्र भेजकर सख्त निर्देश दिया कि शत-प्रतिशत ई-केवाईसी 30 अप्रैल तक पूरा किया जाए। चेतावनी दी गई है कि:
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जिन राज्यों में ई-केवाईसी पूरा नहीं होगा, वहां की सब्सिडी होल्ड पर रखी जाएगी।
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अनाज के आवंटन में कटौती की जाएगी।
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राज्य की राशन प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल उठेगा।
आखिरी मौका या आखिरी झटका?
अगर आपने अब तक "समय नहीं मिला", "नेटवर्क नहीं था", या "समझ नहीं आया" जैसे बहाने से काम टाल रखा है, तो अब समय नहीं बचा। 30 अप्रैल के बाद आपका नाम राशन कार्ड की सूची से हट सकता है और आप अनाज से वंचित हो सकते हैं।
कैसे कराएं ई-केवाईसी?
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अपने नजदीकी राशन दुकान या जन सेवा केंद्र पर जाएं।
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आधार कार्ड और मोबाइल नंबर साथ रखें।
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बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद आपकी ई-केवाईसी तुरंत अपडेट हो जाएगी।
आपकी एक लापरवाही, परिवार की भूख का कारण बन सकती है!
क्या आप चाहते हैं कि सिर्फ एक ई-केवाईसी ना कराने के कारण आपकी सब्सिडी बंद हो जाए? या फिर आपके बच्चों का पेट भूखा रहे? नहीं ना?
तो आज ही जाकर ई-केवाईसी पूरा करें और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं—शायद किसी और का राशन बच जाए।
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