Spain Fraud: 16 साल तक गूंगी बनकर लूटती रही सरकार और कंपनी, आखिर कैसे हुआ पर्दाफाश?

स्पेन की एक महिला ने 16 साल तक खुद को गूंगी बताकर सरकार और कंपनी से लाखों की पेंशन और मुआवज़ा लेती रही। जानिए कैसे एक जासूस ने उसका राज़ उजागर किया और क्या हुआ उसके बाद।

Apr 16, 2025 - 17:36
 0
Spain Fraud: 16 साल तक गूंगी बनकर लूटती रही सरकार और कंपनी, आखिर कैसे हुआ पर्दाफाश?
Spain Fraud: 16 साल तक गूंगी बनकर लूटती रही सरकार और कंपनी, आखिर कैसे हुआ पर्दाफाश?

दुनिया में ऐसे लोग भी हैं जो फायदे के लिए अपनी पूरी ज़िंदगी एक झूठ पर जीने को तैयार रहते हैं। सोचिए, अगर कोई इंसान लगातार 16 साल तक गूंगी बनने का नाटक करे और पूरे देश की आंखों में धूल झोंक दे तो? यकीन करना मुश्किल है, लेकिन स्पेन की एक महिला ने ऐसा ही कारनामा कर दिखाया। ये कहानी ना सिर्फ चौंकाने वाली है, बल्कि इस बात का सबूत भी है कि इंसान जब जुगाड़ में उतरता है, तो हर सिस्टम को मात दे सकता है—भले ही वो सरकार हो या इंश्योरेंस कंपनी।

सब कुछ शुरू हुआ एक हादसे से

स्पेन के एंडालुसिया क्षेत्र में रहने वाली यह महिला एक सुपरमार्केट में काम करती थी। एक दिन वहां पर एक ग्राहक ने उस पर हमला कर दिया। इस घटना ने महिला को मानसिक तौर पर झकझोर कर रख दिया। डॉक्टरों ने उसे पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) से पीड़ित बताया, जिससे उसकी आवाज़ चली गई—कम से कम यही दावा किया गया।

इस हादसे के बाद महिला को स्पेन सरकार की तरफ से स्थायी विकलांगता पेंशन मिलनी शुरू हो गई। चूंकि यह घटना कार्यस्थल पर हुई थी, इसलिए इंश्योरेंस कंपनी ने भी उसे अच्छा-खासा मुआवज़ा दे दिया।

16 साल तक कोई नहीं पकड़ पाया

आप सोचेंगे कि कोई इतनी बड़ी स्कीम को इतने लंबे समय तक कैसे छिपा सकता है? लेकिन इस महिला ने बड़ी सफाई से अपने झूठ को निभाया। किसी को शक भी नहीं हुआ कि वो असल में बोल सकती है। वह सार्वजनिक स्थानों पर भी चुप रहती, इशारों से बात करती और अपने "दर्द" का अभिनय इतनी सफाई से करती थी कि हर कोई उसकी कहानी पर यकीन कर लेता।

शक हुआ, तो लगाया गया जासूस

करीब 10 साल बाद इंश्योरेंस कंपनी ने रिव्यू के तहत महिला के केस को दोबारा जांचना शुरू किया। उन्हें कुछ अजीब लगा—कोई न कोई कड़ी गुम थी। इसके बाद उन्होंने एक प्राइवेट डिटेक्टिव को महिला की निगरानी में लगा दिया। महिला को इसका जरा भी अंदाज़ा नहीं था कि उस पर नज़र रखी जा रही है।

जासूस ने कुछ ही हफ्तों में बड़ा खुलासा किया। उसने देखा कि महिला अपने दोस्तों और परिवार से सामान्य बातचीत कर रही है। उसने इस बातचीत का एक छोटा सा ऑडियो क्लिप रिकॉर्ड कर लिया, जो सबूत के तौर पर काफी था।

झूठ का पर्दाफाश और भारी सज़ा

रिकॉर्डिंग सामने आते ही इंश्योरेंस कंपनी ने महिला के खिलाफ फ्रॉड का मुकदमा दायर कर दिया। तुरंत प्रभाव से उसकी पेंशन बंद कर दी गई और उस पर लाखों यूरो का जुर्माना भी ठोंका गया। अब महिला को न सिर्फ अपने झूठ की कीमत चुकानी पड़ी, बल्कि देशभर में उसकी बदनामी भी हो गई।

ऐसे मामले कितने आम हैं?

इतिहास में ऐसे कई केस सामने आए हैं जहां लोगों ने बीमा या सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग किया है। खासतौर पर यूरोप और अमेरिका में "फेक डिसएबिलिटी" स्कैम अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। लेकिन इतने लंबे समय तक बिना पकड़े रहना कम ही देखने को मिलता है।

क्या सबक मिलते हैं?

इस घटना से दो चीज़ें साफ़ होती हैं—पहली, कि हर सिस्टम में खामियां होती हैं, और दूसरी, कि झूठ कितनी भी देर टिके, एक दिन सच बाहर आ ही जाता है। महिला ने सरकार और सिस्टम को चकमा देने में भले ही महारत हासिल की हो, लेकिन आखिरकार उसके नाटक का पर्दाफाश हो ही गया।

अगर आप भी सोचते हैं कि जुगाड़ से सब कुछ पाया जा सकता है, तो ज़रा इस स्पेनिश महिला की कहानी याद रखिए। क्योंकि हर झूठ की एक एक्सपायरी डेट होती है—और कभी-कभी उसका बिल बहुत भारी पड़ता है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।