Ranchi Airshow: आसमान में जेट विमानों का देशभक्ति से लबरेज़ शो, सूर्यकिरण की गूंज ने रांची को किया रोमांचित!
रांची के नामकुम आर्मी ग्राउंड में सूर्य किरण एरोबेटिक टीम ने हैरतअंगेज हवाई करतब दिखाए। जेट विमानों ने तिरंगे की आकृति बनाई, देशभक्ति की लहर दौड़ गई।

रांची का नामकुम आर्मी ग्राउंड रविवार को एक ऐसा साक्षी बना, जहां देशभक्ति, तकनीक और अद्भुत शौर्य ने एक साथ उड़ान भरी। भारतीय वायुसेना की प्रतिष्ठित सूर्य किरण एरोबेटिक टीम ने आसमान में ऐसा करतब दिखाया कि धरती पर खड़े लोग मंत्रमुग्ध होकर ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाने लगे।
9 हॉक जेट, एक आसमान और हजारों दिलों की धड़कनें
सूर्य किरण टीम ने नौ हॉक जेट विमानों के जरिए जो प्रदर्शन किया, वो न केवल रांची बल्कि पूरे झारखंड के लिए गौरव का विषय बन गया। पांच मीटर से भी कम दूरी पर उड़ते इन विमानों ने आसमान में तिरंगे की आकृति बनाई, दिल की धड़कनों को बढ़ाया और लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए। पायलटों की सटीक टाइमिंग, संतुलन और तकनीकी कुशलता ने यह एहसास करा दिया कि भारतीय वायुसेना विश्व की सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में क्यों मानी जाती है।
इतिहास और परंपरा से जुड़ा शौर्य
भारतीय वायुसेना की सूर्य किरण टीम की स्थापना 1996 में हुई थी और तब से अब तक यह टीम देशभर में 600 से अधिक एयरशो कर चुकी है। यह प्रदर्शन सिर्फ एक शो नहीं होता, बल्कि यह देश की सैन्य शक्ति, तकनीकी उन्नति और राष्ट्रभक्ति का जीवंत उदाहरण होता है। रांची में ऐसा मौका पहली बार देखने को मिला, जब लोग अपनी आंखों से देश की ताकत को महसूस कर पाए।
देशभक्ति की भावना से भर गया मैदान
जैसे ही विमान आसमान में चढ़े और कलाबाजियां करते हुए रंग-बिरंगी धुंध छोड़ने लगे, ग्राउंड में मौजूद हज़ारों दर्शक झूम उठे। खासतौर से जब जेट विमानों ने आकाश में तिरंगे की आकृति बनाई, तो लोगों की आंखें नम हो गईं। बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं—हर उम्र के लोग शो का हिस्सा बनने पहुंचे थे, और हर किसी में जोश की एक नई लहर दिखाई दी।
रक्षा राज्य मंत्री भी हुए शामिल
इस विशेष मौके पर रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ खुद भी उपस्थित रहे। उन्होंने न केवल शो की सराहना की, बल्कि कहा कि ऐसे आयोजन युवाओं में देशभक्ति का जज़्बा जगाने का सबसे प्रभावशाली तरीका हैं। उन्होंने पायलटों के साहस, अनुशासन और समर्पण की खुलकर तारीफ़ की।
आज का शो, कल की प्रेरणा
रांची में यह शो रविवार को अपने दूसरे और अंतिम दिन आयोजित हुआ। इसके बाद सूर्य किरण टीम पटना में 22-23 अप्रैल को अपने करतबों से आसमान को फिर रंगीन बनाएगी।
क्या आपने यह शो मिस कर दिया?
अगर आपने यह नजारा नहीं देखा, तो समझिए आपने देशभक्ति का एक ऐतिहासिक पल गंवा दिया। लेकिन चिंता न करें, सूर्य किरण टीम का अगला पड़ाव पटना है—जहां देश की शान फिर से आसमान पर झंडा बुलंद करेगी।
रांची में सूर्यकिरण का यह एयरशो सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं था, यह भारतीय वायुसेना की शक्ति, सटीकता और प्रतिबद्धता का उत्सव था। जिसने यह देखा, वह इसे कभी नहीं भूल सकेगा। और जिन्होंने नहीं देखा, उन्हें अगली बार इसे अपनी आंखों से देखने की तैयारी कर लेनी चाहिए—क्योंकि यह सिर्फ एक शो नहीं, यह भारत की उड़ती आत्मा है!
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