मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बड़ा दांव: पीएम मोदी को लिखा पत्र, मांगा 1.36 लाख करोड़ रुपये

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोल कंपनियों पर बकाया राशि का भुगतान करने की मांग की। जानें इस पत्र में क्या हैं प्रमुख बिंदु।

Sep 25, 2024 - 16:52
 0
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बड़ा दांव: पीएम मोदी को लिखा पत्र, मांगा 1.36 लाख करोड़ रुपये
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बड़ा दांव: पीएम मोदी को लिखा पत्र, मांगा 1.36 लाख करोड़ रुपये

रांची : 25 सितंबर 2024: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 25 सितंबर 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक महत्वपूर्ण पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने केंद्रीय कोल कंपनियों पर झारखंड का 1.36 लाख करोड़ रुपये बकाया दिलाने की मांग की है। मुख्यमंत्री ने बकाया राशि के भुगतान के लिए पीएम मोदी को दो विकल्प दिए हैं।

सीएम हेमंत सोरेन का पहला सुझाव है कि जब तक बकाया राशि का भुगतान किस्तों में नहीं होता, तब तक कोल इंडिया और उसकी सहायक कंपनियों को ब्याज राशि का भुगतान शुरू करना चाहिए। उनका दूसरा विकल्प यह है कि भारतीय रिजर्व बैंक में कोल इंडिया के खाते में जमा राशि से झारखंड राज्य को सीधे डेबिट कराया जाए। उन्होंने उदाहरण दिया कि यह उसी तरह हो सकता है जैसे झारखंड राज्य बिजली बोर्ड के साथ डीवीसी के बकाया मामले में किया गया था।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि यदि केंद्र सरकार बकाया पैसा देगी, तो वे महिलाओं के सम्मान योजना में राशि बढ़ाएंगे। इसके अलावा, यह राशि लोगों को नई सुविधाएं प्रदान करने में मदद करेगी। इस पत्र के जरिए राजनीतिक माहौल में भी एक नई गर्माहट देखने को मिल सकती है।

हेमंत सोरेन ने पहले भी कई बार केंद्र सरकार से बकाया राशि की मांग की है। उनका मानना है कि झारखंड के विकास के लिए यह राशि अत्यंत आवश्यक है। आने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर, इस पत्र के माध्यम से उन्होंने राजनीतिक समर्थन हासिल करने का प्रयास किया है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह पत्र केवल एक वित्तीय मांग नहीं है, बल्कि यह झारखंड और केंद्र के बीच के संबंधों को भी प्रभावित कर सकता है। हेमंत सोरेन के इस कदम से निश्चित तौर पर राजनीतिक तनाव बढ़ सकता है।

जैसे ही यह मामला सामने आया है, स्थानीय राजनीतिक दलों में चर्चाएँ तेज हो गई हैं। अब सभी की निगाहें केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या केंद्र सरकार इस मांग पर कोई कार्रवाई करती है या नहीं।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।