Shravasti Action: यूपी में 11 दिन में 105 मदरसे बंद, नेपाल बॉर्डर पर सरकार का सबसे बड़ा ऑपरेशन!
श्रावस्ती से लेकर बहराइच और सिद्धार्थनगर तक यूपी सरकार का अवैध मदरसों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन जारी है। अब तक 105 मदरसे बंद और कई पर चला बुलडोजर। जानिए किन जिलों में हो रही है सबसे सख्त कार्रवाई।

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक बार फिर यह जता दिया है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है। खासकर जब बात अवैध धार्मिक संस्थानों की हो। नेपाल सीमा से सटे यूपी के संवेदनशील जिलों में सरकार ने जो ऑपरेशन छेड़ा है, वह अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाहियों में गिना जा रहा है।
श्रावस्ती ज़िले में प्रशासन की निगाह इस बार अवैध मदरसों पर टिकी और नतीजा? महज़ 11 दिनों में 105 ऐसे मदरसे बंद कर दिए गए, जिनका न तो कोई आधिकारिक पंजीकरण था और न ही किसी नियमानुसार अनुमति। यही नहीं, बुधवार को रामपुर बस्ती और केशवपुर में दो मदरसे सीधे धराशायी कर दिए गए।
लेकिन यह सिर्फ शुरुआत है। पूरे ऑपरेशन का दायरा बलरामपुर, बहराइच, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज और लखीमपुर खीरी तक फैला हुआ है।
इतिहास से सबक: कब से बढ़ा ये संकट?
अगर हम इतिहास में झांके तो यह कोई नई बात नहीं है। नेपाल बॉर्डर से लगे यूपी के ये जिले लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय रहे हैं। अवैध घुसपैठ, कट्टरपंथी गतिविधियों और बिना अनुमति चल रहे मदरसों को लेकर बार-बार चेतावनी दी गई। 2022 में भी इंटेलिजेंस इनपुट मिले थे कि कई संस्थान ऐसे हैं जो शिक्षा की आड़ में अलगाववाद फैला रहे हैं।
इन्हीं इनपुट्स को आधार बनाकर अब यह ऑपरेशन शुरू किया गया है।
श्रावस्ती से सिद्धार्थनगर तक चला एक्शन
बुधवार को यूसुफपुर में मदरसा 'दारुल हुदा' की चारदीवारी गिरा दी गई। दूल्हा शुमाली फसादीपुर और सीकरी बाजार गांवों में अवैध मदरसों को सील कर दिया गया, जबकि गौरा और भादा मुस्तहकम में दो और मदरसे ढहा दिए गए।
महाराजगंज और बलरामपुर में कुल पांच मदरसों को तोड़ने की कार्रवाई हुई। लखीमपुर खीरी में तो स्थिति और भी गंभीर निकली। जिला मजिस्ट्रेट दुर्गा शक्ति नागपाल और एसपी संकल्प शर्मा के नेतृत्व में यहां एक मस्जिद, मजार और ईदगाह को अतिक्रमण के तहत चिन्हित कर ध्वस्त किया गया।
सिर्फ मदरसे ही नहीं, मस्जिदें और मजारें भी निशाने पर
बहराइच में अब तक 169 अवैध धार्मिक अतिक्रमण हटाए गए हैं। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि चाहे कोई भी धर्म हो, कानून का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सार्वजनिक ज़मीन पर बनी अवैध मस्जिदों, मजारों और ईदगाहों के खिलाफ भी अब बुलडोजर कार्रवाई हो रही है।
सरकार का सख्त संदेश: अवैधता बर्दाश्त नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नेपाल बॉर्डर के आसपास सभी जिलों में अवैध धार्मिक गतिविधियों पर जीरो टॉलरेंस नीति लागू की जाए।
प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई सिर्फ उन संस्थानों के खिलाफ हो रही है, जो बिना पंजीकरण, बिना अनुमति और बिना किसी मान्यता के संचालित हो रहे थे।
नागरिकों से अपील: अफवाहों से दूर रहें
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों से दूर रहें और किसी भी प्रकार की गलत जानकारी न फैलाएं। हर कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत हो रही है।
नेपाल सीमा के पास चल रहे इस बड़े ऑपरेशन का उद्देश्य सिर्फ अवैधता को खत्म करना नहीं, बल्कि राज्य में शांति और व्यवस्था को बनाए रखना है। यह ऑपरेशन आने वाले समय में और तेज़ हो सकता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस सख्ती के बाद बाकी जिलों में क्या असर पड़ता है।
क्या आप मानते हैं कि यह कार्रवाई ज़रूरी थी? आपकी राय नीचे कमेंट में बताएं।
What's Your Reaction?






