Gorakhpur Loot: दिनदहाड़े 25 लाख की लूट, CCTV में कैद हुए बदमाश, पुलिस के सामने खुला बड़ा सवाल!
गोरखपुर के राजघाट थानाक्षेत्र में एक हॉलमार्किंग कर्मचारी से 25 लाख के जेवर लूट लिए गए। CCTV में लुटेरों की हरकत कैद, पुलिस तलाश में जुटी।

गोरखपुर में दिनदहाड़े हुई एक बड़ी लूट ने न सिर्फ पुलिस को सकते में डाल दिया है बल्कि सर्राफा कारोबारियों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
राजघाट थाना क्षेत्र के बसंतपुर मोहल्ले में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया जब समीर कशवाहा नामक एक कर्मचारी से 256.880 ग्राम सोना, जिसकी कीमत करीब 25 लाख रुपये थी, लूट लिया गया। यह वारदात शहर के भीड़भाड़ वाले क्षेत्र मानी जाने वाली मछली गली के पास हुई — जहाँ आमतौर पर दिन में कदम रखने की जगह नहीं मिलती।
क्या है पूरी घटना?
समीर कशवाहा एक हॉलमार्किंग सेंटर में काम करता है। गुरुवार को वह मछली गली स्थित तीन सर्राफा दुकानों से गहने इकट्ठा कर सेंटर की ओर लौट रहा था। तभी, अचानक एक युवक उसके पास आया, उसे जोर का धक्का दिया और झोला छीनकर भाग गया। झोले में उन्हीं तीन दुकानों से लिए गए सोने के जेवरात थे।
लुटेरा कुछ दूरी पर पहले से खड़ी एक बाइक पर सवार अपने दो साथियों के साथ फरार हो गया। यह पूरा घटनाक्रम CCTV कैमरे में कैद हो गया है, जिसमें लुटेरे की हर हरकत स्पष्ट देखी जा सकती है।
पुलिस की जांच और व्यापारियों में खलबली
घटना के तुरंत बाद समीर ने शोर मचाया, जिसके बाद आसपास के दुकानदार और राहगीर मौके पर इकट्ठा हो गए। पुलिस को सूचना दी गई और राजघाट थाना पुलिस कुछ ही देर में घटनास्थल पर पहुंच गई।
SP सिटी अभिनव त्यागी और CO कोतवाली ओंकार दत्त तिवारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आस-पास के CCTV फुटेज खंगाले, जिनमें एक युवक समीर के पास आता, झोला छीनता और बाइक पर बैठ कर भागता साफ दिख रहा है।
SP सिटी ने बताया कि वीडियो फुटेज से अहम सुराग हाथ लगे हैं और जल्द ही लुटेरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
क्यों बनी ये लूट चर्चा का विषय?
गोरखपुर जैसे शहर में, जहां दिन-रात पुलिस गश्त होती है, वहां इतनी बड़ी दिनदहाड़े लूट ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर अपराधी इतने बेखौफ कैसे हो गए हैं?
इस घटना ने सर्राफा व्यापारियों में चिंता की लहर दौड़ा दी है। उन्होंने न सिर्फ सुरक्षा की मांग की है, बल्कि यह भी कहा है कि हॉलमार्किंग के नाम पर जेवर एकत्र करना अब जोखिम भरा हो गया है।
इतिहास की एक झलक: गोरखपुर और सर्राफा कारोबार
गोरखपुर का मछली गली इलाका लंबे समय से सर्राफा कारोबार का हब रहा है। पुराने समय में भी यह क्षेत्र चांदी और सोने के व्यापार के लिए जाना जाता था। लेकिन आज जब तकनीक और सुरक्षा व्यवस्था इतनी उन्नत हो गई है, तब भी ऐसे लूटकांड होना सुरक्षा तंत्र की कमजोरी को उजागर करता है।
सवाल जो अभी भी बाकी हैं...
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क्या समीर कशवाहा की गतिविधियों पर पहले से नजर रखी जा रही थी?
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क्या यह घटना एक सोची-समझी साजिश थी या मौके का फायदा उठाया गया?
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क्या लुटेरों को किसी अंदरूनी व्यक्ति से सूचना मिली थी?
इन सवालों के जवाब तो पुलिस की जांच के बाद ही मिलेंगे, लेकिन इस वारदात ने गोरखपुर के व्यापारिक हलकों में भय और अविश्वास का माहौल जरूर पैदा कर दिया है।
गोरखपुर की इस दिल दहला देने वाली लूट की घटना ने न सिर्फ पुलिस की सतर्कता को कसौटी पर रखा है, बल्कि आमजन में यह डर भी पैदा किया है कि किसी भी वक्त, कहीं भी, कोई सुरक्षित नहीं।
अब देखना यह है कि पुलिस कितनी जल्दी इन लुटेरों को पकड़कर इस केस का पर्दाफाश कर पाती है — क्योंकि हर बीतता दिन अपराधियों के हौसले को और बुलंद कर सकता है।
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