Jamshedpur Celebration: बच्चों की जुबानी इंसानियत की मिसाल, Xavier School में मनाया गया रेड क्रॉस दिवस!
जेवियर स्कूल जमशेदपुर में रेड क्रॉस दिवस पर बच्चों ने भाषण, ड्राइंग और क्विज से किया मानवता का संदेश प्रसारित, जानें इस आयोजन की खास बातें।

"इंसानियत की सेवा सबसे बड़ा धर्म है," इस भाव को आत्मसात करते हुए जमशेदपुर के छोटा गोविंदपुर स्थित जेवियर पब्लिक स्कूल में 8 मई 2025, गुरुवार को "विश्व रेड क्रॉस दिवस" पूरे उत्साह और गर्व के साथ मनाया गया।
इस खास मौके पर स्कूल का माहौल एक नई ऊर्जा और उद्देश्य से भरा था। नन्हें बच्चों ने जहां मानवीय मूल्यों की मिसाल पेश की, वहीं शिक्षकों ने रेड क्रॉस जैसे ऐतिहासिक संगठन के योगदान की जानकारी देकर सबको प्रेरित किया।
क्यों मनाया जाता है विश्व रेड क्रॉस दिवस?
रेड क्रॉस दिवस हर साल 8 मई को मनाया जाता है, जो कि रेड क्रॉस के संस्थापक हेनरी ड्यूनांट की जयंती है। हेनरी ड्यूनांट ने 1863 में इस संगठन की स्थापना की थी, जिसका मुख्य उद्देश्य युद्ध, आपदा और किसी भी संकट के समय मानवता की सेवा करना है। यह दिन हर व्यक्ति को यह याद दिलाता है कि जाति, धर्म और देश की सीमाओं से परे भी इंसान की मदद की जा सकती है।
ज्ञानवर्धक शुरुआत ने बनाया माहौल
कार्यक्रम की शुरुआत एक प्रेरणादायक भाषण से हुई, जिसमें रेड क्रॉस के इतिहास, उसके वैश्विक योगदान और आज के समय में उसकी प्रासंगिकता को बच्चों के सामने बेहद सरल और प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया गया।
बच्चों ने ध्यानपूर्वक सुना और उनसे सवाल भी पूछे — जिसने दर्शाया कि वे इस विषय को समझने और अपनाने के लिए कितने उत्सुक हैं।
बच्चों की रचनात्मक उड़ान
कार्यक्रम की जान बने तीन प्रमुख गतिविधियां — स्पीच, ड्राइंग और क्विज।
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स्पीच प्रतियोगिता में बच्चों ने रेड क्रॉस के कार्यों पर आधारित जोशभरे विचार प्रस्तुत किए। कुछ बच्चों ने अपने भाषणों में युद्ध क्षेत्रों में काम कर रहे वॉलंटियर्स की कहानियाँ सुनाईं, तो कुछ ने प्राकृतिक आपदाओं में रेड क्रॉस की भूमिका को रेखांकित किया।
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ड्राइंग प्रतियोगिता में बच्चों ने रंगों के माध्यम से इंसानियत, मदद और सेवा के भाव को चित्रों में उतारा। किसी ने नर्स को घायल सैनिक की सेवा करते दिखाया, तो किसी ने एक बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में राहत पहुंचा रहे रेड क्रॉस कार्यकर्ताओं को।
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क्विज प्रतियोगिता में रेड क्रॉस के इतिहास, उद्देश्यों और प्रमुख कार्यों से संबंधित सवाल पूछे गए, जिनका बच्चों ने उत्साह से उत्तर दिया।
इन गतिविधियों में बच्चों की कल्पनाशीलता और जागरूकता देखने लायक थी, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि आज की पीढ़ी भी इंसानियत और सेवा जैसे मूल्यों को समझती है।
शिक्षकों और प्रबंधन की अहम भूमिका
विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं इस अवसर पर उपस्थित थे और उन्होंने न सिर्फ कार्यक्रम को सफल बनाया, बल्कि बच्चों को रेड क्रॉस के मूल सिद्धांतों से भी परिचित कराया। विद्यालय प्रबंधन ने बताया कि इस तरह के आयोजनों से बच्चों में सामाजिक जिम्मेदारी और करुणा जैसे गुण विकसित होते हैं।
रेड क्रॉस से जुड़ी एक ऐतिहासिक झलक
रेड क्रॉस की नींव 19वीं सदी के युद्ध की विभीषिका को देख कर रखी गई थी। तब हेनरी ड्यूनांट ने बिना भेदभाव के घायलों की सेवा की थी, जिससे प्रेरित होकर आज रेड क्रॉस पूरी दुनिया में 190 से अधिक देशों में कार्य कर रहा है।
झारखंड जैसे राज्य में, जहां अक्सर प्राकृतिक आपदाएं और स्वास्थ्य सेवाओं की चुनौतियां सामने आती हैं, रेड क्रॉस जैसी संस्थाएं अहम भूमिका निभाती हैं।
जेवियर पब्लिक स्कूल, जमशेदपुर का यह आयोजन न केवल एक समारोह था, बल्कि यह एक संवेदनशील समाज के निर्माण की दिशा में उठाया गया कदम भी था। बच्चों ने न सिर्फ सीखा, बल्कि जी कर दिखाया कि रेड क्रॉस जैसी संस्था सिर्फ संगठन नहीं, बल्कि एक सोच है — जो हर इंसान को इंसान की मदद करने के लिए प्रेरित करती है।
इस प्रकार, "विश्व रेड क्रॉस दिवस" 2025 का यह आयोजन एक शिक्षण अनुभव बना — बच्चों के लिए, शिक्षकों के लिए, और पूरे समाज के लिए।
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