Delhi Revenge Attack: पुरानी दुश्मनी में 17 साल के किशोर को मारी दो गोलियां, हालत नाजुक
दिल्ली के गीता कॉलोनी में पुरानी रंजिश का खौफनाक अंजाम, 17 वर्षीय किशोर को गोली मारकर गंभीर रूप से घायल किया गया। हमले के पीछे सालभर पुरानी हत्या की रंजिश सामने आई।

दिल्ली के गीता कॉलोनी इलाके में मंगलवार रात एक ऐसा वाकया हुआ जिसने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी। रानी गार्डन से लौट रहे एक 17 वर्षीय किशोर पर दो युवकों ने ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं, जिनमें से दो गोलियां किशोर के सिर और पेट में लगीं। इस हमले के पीछे एक साल पुरानी हत्या की खौफनाक रंजिश सामने आई है।
घटना रात करीब 9:15 बजे की है जब पीड़ित युवक अपनी मौसी से मिलकर घर लौट रहा था। वह स्कूटर चला रहा था, तभी दो हमलावरों ने घात लगाकर उस पर देसी पिस्तौल से हमला कर दिया। गोली लगने के बाद युवक लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ा। पास में मौजूद उसके दोस्त ने तत्परता दिखाते हुए उसे ऑटो में डालकर नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज अब भी चल रहा है। हालत गंभीर बनी हुई है।
क्यों हुआ हमला?
पुलिस जांच के मुताबिक, यह हमला कोई अचानक हुई वारदात नहीं थी, बल्कि एक सोची-समझी बदले की कार्रवाई थी। पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) प्रशांत गौतम के अनुसार, पकड़े गए दोनों आरोपी – 19 वर्षीय अमन और 17 वर्षीय एक अन्य किशोर – पिछले साल मारे गए दो युवकों शाहिद और इरशाद के दोस्त थे। इन दोनों की कथित हत्या के पीछे इसी घायल किशोर का नाम सामने आया था।
सितंबर 2023 में शाहिद और इरशाद की हत्या ने इलाके में खलबली मचा दी थी। तब से ही यह माना जा रहा था कि उनके दोस्त किसी भी समय इस हत्या का बदला लेने की फिराक में हैं। और आखिरकार, बीते मंगलवार को उन्होंने अपने इरादे को अंजाम दे दिया।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
हमले के कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो संदिग्धों को धर दबोचा। पूछताछ में दोनों ने अपराध स्वीकार कर लिया और हत्या में इस्तेमाल की गई देसी पिस्तौल भी उनके पास से बरामद कर ली गई है। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
इलाके में खौफ और सवाल
घटना के बाद गीता कॉलोनी और आसपास के इलाकों में खौफ का माहौल है। सवाल उठ रहे हैं कि कैसे नाबालिग और युवक इतनी आसानी से हथियार हासिल कर लेते हैं और दिनदहाड़े किसी की जान लेने की कोशिश कर डालते हैं।
दिल्ली में किशोरों द्वारा अपराध के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ये घटनाएं न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती हैं, बल्कि समाज में पल रही घातक मानसिकता की भी निशानी हैं, जहां बदले की भावना इतनी गहराई तक पैठ चुकी है कि बच्चे भी खून-खराबे से पीछे नहीं हटते।
अब आगे क्या?
पीड़ित युवक की हालत अभी भी गंभीर है और डॉक्टरों की टीम उसकी जान बचाने की हरसंभव कोशिश कर रही है। पुलिस का कहना है कि यह मामला पूरी तरह रंजिश से जुड़ा हुआ है और बाकी संदिग्धों की पहचान कर उन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
दिल्ली में अपराध की जड़ें कितनी गहरी हो चुकी हैं, यह घटना उसका ताजा उदाहरण है। किशोरों का अपराध की दुनिया में कदम रखना और हथियार चलाना एक बड़े सामाजिक संकट की ओर इशारा करता है।
क्या आपका इलाका सुरक्षित है?
क्या बच्चों की सोच में बदलाव लाने की ज़रूरत है?
क्या कानून व्यवस्था में और सख्ती होनी चाहिए?
जवाब हमें सोचने होंगे... वरना अगली खबर किसी और मासूम की हो सकती है।
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