Gorakhpur Police Encounter: Encounter में सरफराज गिरफ्तार, पुलिस की बड़ी कार्रवाई से अपराधियों में हड़कंप
गोरखपुर में कुख्यात बदमाश सरफराज पुलिस मुठभेड़ में घायल होकर गिरफ्तार। 16 से अधिक मामलों में वांछित इस अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस की बड़ी कार्रवाई। जानें पूरी घटना।
गोरखपुर में रविवार को पुलिस की सटीक कार्रवाई ने शहर को खतरनाक अपराधी सरफराज के आतंक से राहत दिला दी। कैंपियरगंज थाना क्षेत्र में हुई इस मुठभेड़ में सरफराज घायल होकर गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसका साथी भागने में कामयाब हो गया। यह वही सरफराज है, जो पिछले कई महीनों से हत्या, लूट, और फायरिंग जैसी वारदातों से पूरे शहर में दहशत फैला रहा था।
कौन है सरफराज? गोरखपुर का खौफनाक अपराधी
सरफराज गोरखपुर का कुख्यात अपराधी है, जिस पर 16 से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, लूट, मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध हथियारों का कब्जा जैसे संगीन आरोप शामिल हैं। 6 दिसंबर को पैडलेगंज के पेट्रोल पंप पर दिनदहाड़े हुई फायरिंग ने पुलिस को अलर्ट पर डाल दिया था। यह वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई थी, जिसके बाद से सरफराज पुलिस की हिट लिस्ट में सबसे ऊपर था।
कैसे हुआ Encounter?
रविवार की सुबह, गोरखनाथ थाना क्षेत्र के रामपुर नयागांव में पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि सरफराज और उसका साथी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश कर रहे हैं। एसओजी टीम और स्थानीय पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर संदिग्ध मोटरसाइकिल सवारों को रोका। पुलिस को देखते ही सरफराज और उसका साथी अंधाधुंध फायरिंग करने लगे।
लेकिन गोरखपुर पुलिस ने जवाबी फायरिंग में सरफराज को घायल कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस कार्रवाई में सरफराज का साथी भागने में सफल रहा, लेकिन उसे पकड़ने के लिए सघन तलाशी अभियान जारी है।
क्या बरामद हुआ?
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सरफराज के पास से .32 बोर का तमंचा, चार जिंदा कारतूस और एक खोखा कारतूस बरामद किया। यह हथियार उसकी आपराधिक गतिविधियों की गंभीरता को उजागर करते हैं।
6 दिसंबर की घटना: जब सरफराज ने मचाया आतंक
पैडलेगंज के पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भराने के दौरान सरफराज ने एक युवक से मामूली विवाद के बाद फायरिंग कर दी थी। इस हमले में युवक बाल-बाल बच गया, लेकिन यह घटना शहर में सरफराज के बढ़ते आतंक का प्रतीक बन गई। सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस को बदमाशों की पहचान में मदद की, और तब से सरफराज पर कार्रवाई का दबाव तेज हो गया।
गोरखपुर में पुलिस की कार्रवाई का इतिहास
उत्तर प्रदेश में अपराधियों पर पुलिस का शिकंजा हमेशा से चर्चा में रहा है। 2020 में विकास दुबे जैसे कुख्यात अपराधी के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद प्रदेश पुलिस की छवि और मजबूत हुई थी। गोरखपुर में सरफराज की गिरफ्तारी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि यूपी पुलिस अपराधियों के लिए खतरनाक साबित हो रही है।
पुलिस की सख्ती से अपराधियों में खौफ
गोरखपुर पुलिस और एसओजी टीम की इस कार्रवाई ने शहर में कानून व्यवस्था को मजबूत किया है। एसपी नॉर्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि इस मुठभेड़ का संदेश स्पष्ट है: गोरखपुर में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। पुलिस का यह कदम न केवल सरफराज के आतंक को खत्म करने की दिशा में अहम था, बल्कि यह अन्य अपराधियों के लिए भी एक सख्त चेतावनी है।
फरार साथी की तलाश जारी
पुलिस ने बताया कि सरफराज का साथी जल्द ही गिरफ्त में होगा। एसपी नॉर्थ ने इसके लिए एक विशेष टीम गठित की है, जो संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
शहरवासियों की प्रतिक्रिया
गोरखपुर के लोगों ने पुलिस की कार्रवाई पर संतोष व्यक्त किया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सरफराज जैसे अपराधी की गिरफ्तारी से शहर में सुरक्षा की भावना बढ़ी है। पुलिस की इस कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि कानून का शासन बहाल करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
पुलिस की कार्रवाई पर निष्कर्ष
गोरखपुर पुलिस ने सरफराज जैसे अपराधी को पकड़कर एक बार फिर अपनी दक्षता और तत्परता साबित की है। यह कार्रवाई न केवल अपराधियों के लिए एक सख्त संदेश है, बल्कि आम जनता के लिए भी राहतभरी खबर है। इस मुठभेड़ ने गोरखपुर को अपराधमुक्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है।
गोरखपुर में इस मुठभेड़ के बाद यह साफ हो गया है कि अब अपराधियों का बचना मुश्किल है। पुलिस की मुस्तैदी और जनता के समर्थन से शहर का माहौल सुरक्षित और अपराधमुक्त बनेगा।
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