Deoghar Loot: धपरा गिरोह का आतंक, मजदूर से रुपये और मोबाइल लूटकर फरार
देवघर में धपरा गिरोह का आतंक जारी, बस स्टैंड पर सो रहे मजदूर से रुपये और मोबाइल लूटे। पुलिस पर लापरवाही के आरोप। पढ़ें पूरी खबर।

देवघर में अपराधी बेखौफ हो गए हैं। शहर में धपरा गिरोह का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में बस स्टैंड पर सो रहे एक मजदूर को गिरोह के सदस्यों ने निशाना बनाया और उससे रुपये और मोबाइल लूटकर फरार हो गए।
गिरोह के बढ़ते अपराधों से स्थानीय लोग दहशत में हैं, लेकिन पुलिस की कार्रवाई सिर्फ खानापूर्ति तक सीमित नजर आ रही है।
बस स्टैंड पर सो रहे मजदूर को बनाया निशाना
घटना गुरुवार तड़के करीब 4 बजे की है। गिरिडीह जिले के हरलाडीह गांव निवासी बाबूराम हांसदा देवघर में बोरिंग गाड़ी में मजदूरी का काम करता है। बुधवार रात वह घर जाने के लिए बस स्टैंड पहुंचा, लेकिन बस सुबह मिलने की वजह से उसने वहीं किनारे पर सोने का फैसला किया।
अहले सुबह तीन युवक उसके पास पहुंचे और छिनतई करने लगे। बाबूराम ने विरोध किया, तो अपराधियों ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी और 700 रुपये नकद व मोबाइल लूटकर फरार हो गए।
घटना के बाद बाबूराम नगर थाना पहुंचा और पुलिस से न्याय की गुहार लगाई।
धपरा गिरोह का आतंक क्यों बढ़ रहा है?
देवघर में धपरा गिरोह का खौफ पिछले कुछ वर्षों से बढ़ता जा रहा है। यह गिरोह बस स्टैंड, बाजार, स्कूल और सार्वजनिक स्थानों पर खुलेआम लूटपाट करता है।
छोटे व्यापारियों से सामान लूटना
स्ट्रीट वेंडर्स से मुफ्त में चीजें उठाना
बस यात्रियों और मजदूरों से छिनतई करना
पैसे मांगने पर गाली-गलौज और धमकी देना
स्थानीय लोगों के अनुसार, गिरोह के लोग नगर निगम में सफाई कर्मी का काम करने की आड़ में अपराध को अंजाम देते हैं।
पुलिस की ढीली कार्रवाई, जनता में नाराजगी
देवघर पुलिस पर कई बार लापरवाही के आरोप लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस शिकायत दर्ज तो करती है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती है।
कई बार अपराधी पकड़े गए, लेकिन जेल से छूटकर फिर अपराध करने लगे
शहर के कई इलाकों में गिरोह सक्रिय, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है
कॉलोनी में अवैध बिजली कनेक्शन और गैरकानूनी गतिविधियां जारी
धपरा गिरोह का गढ़ कहां है?
बस स्टैंड के पीछे क्लब ग्राउंड और नगर स्टेडियम के पास इस गिरोह ने अवैध कॉलोनी बसा रखी है। यहां रहने वाले अधिकतर लोग बिहार के मोकामा, जमुई, मुंगेर, बांका आदि इलाकों से आए हुए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि शुरुआत में इन्हें संरक्षण मिला, लेकिन अब यह गिरोह शहर के लिए सिरदर्द बन चुका है।
गिरोह पर लगाम कैसे लगेगी?
अवैध कॉलोनी को हटाने की जरूरत
पुलिस को नियमित गश्त करनी होगी
गिरोह के सरगनाओं की गिरफ्तारी होनी चाहिए
स्थानीय प्रशासन को सख्ती बरतनी होगी
क्या पुलिस अब जागेगी?
देवघर पुलिस ने इस मामले में कहा है कि—
"हम घटना की जांच कर रहे हैं और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।"
लेकिन सवाल यही है कि क्या पुलिस इस बार सच में कार्रवाई करेगी, या फिर यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला जाएगा?
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