Mahakumbh Stampede 2025: अब पूरी तरह सुरक्षित होगा महाकुंभ, योगी ने उतारे जय - वीरू आईएएस अफसर की जोड़ी, पहले भी कर चुके है कमाल
कल रात महाकुंभ में हुई भगदड़ के दौरान 40 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने दो जांबाज आईएएस अफसर को जिम्मेदारी सौंपी है।
महाकुंभ आईएएस अफसर लेटेस्ट न्यूज: महाकुंभ में कल मौनी अमावस्या के दौरान रात में हुई भगदड़ के दौरान 40 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। जबकि 100 से अधिक श्रद्धालु घायल थे। घटना के बाद महाकुंभ मेले में अफरा - तफरी का माहौल पैदा हो गया था। जिसके बाद योगी सरकार की कार्य प्रणाली पर खूब सवाल खड़े हुए। भक्तो से लेकर अखाड़ों के साधु और विपक्षी दलों ने योगी सरकार की व्यवस्था पर जमकर निशाना साधा। दिल्ली से लखनऊ तक फोन की घंटी बजती रही। पीएम नरेंद्र मोदी ने एक एक पल का जायजा लेने के लिए योगी आदित्यनाथ से बात करते रहे। महाकुंभ मेले में आगे से ऐसी कोई अनहोनी ना हो इसके लिए योगी आदित्यनाथ ने जय - वीरू आईएएस अफसरों को मैदान पर उतार दिया है। ये दो अफसर आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी है। जिन्होंने 2019 के अर्द्ध कुंभ में कमाल किया था।
जानिए कौन है आईएएस आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी :
योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ मेले को आगे सुचारू रूप से चलाने के लिए दो आईएएस अफसरों को जिम्मेदारी सौंपी है। सोशल मीडिया से लेकर मीडिया में दोनों अफसरों को जय और वीरू नाम दिया गया है। हादसे के बाद योगी आदित्यनाथ ने एक अहम बैठक बुलाई। जहां उन्होंने आईएएस के पिटारे की लिस्ट से सचिव रैंक के पांच अफसरों को जिम्मेदारी है। साल 2019 में जब अर्द्ध कुंभ हुआ था तो दोनों अधिकारियों ने मेला संचालन की जिम्मेदारी निभाई थी। योगी सरकार अन्य अफसरों के चयन की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ा रही है।
IAS आशीष गोयल :
12 फरवरी 1973 को उत्तर प्रदेश के बिजनौर में जन्मे आईएएस अफसर आशीष गोयल भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1995 बैच के अधिकारी है। उन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता में बी टेक ( इलेक्ट्रिक, इंजीनियरिंग) एमए (अर्थशास्त्र) और पीएचडी भी की है। साल 1995 में आईएएस बनने के बाद आशीष गोयल ने यूपीपीसीएल , जल विद्युत निगम,और यूपी राज्य विद्युत उत्पादन और पारेषण निगम में कार्य कर चुके है। आशीष गोयल अभी प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर राज्य के विकास कार्य में सेवाएं दे रहे हैं।
IAS भानु चंद्र गोस्वामी :
20 अगस्त 1984 को झारखंड की राजधानी रांची में जन्मे आईएएस अधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी यूपी कैडर के 2010 बैच के आईएएस अधिकारी है। उन्होंने प्रीलिम्स परीक्षा में ऑप्शनल विषय के रुप में सायकोलोजी और मेंस ऑप्शनल में सायकोलॉजी और संस्कृत को चुना। भानु चंद्र गोस्वामी ने आगरा में तैनाती के दौरान ताजमहल की सुरक्षा की जिम्मेदारी ली। उन्होंने आगरा के पर्यटन को भी बढ़ावा दिया। साथ ही ताज महोत्सव जैसे कार्यक्रम की भी शुरुआत की। बता दें कि भानु चंद्र गोस्वामी ने 2009 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की और उन्होंने 33 वीं रैंक हासिल की। उनके चाचा केशव चंद्र गोस्वामी भी आईएएस अधिकारी है।
कैसे हुआ हादसा
प्रयागराज महाकुंभ मेले में तैनात डीआईजी कुंभ मेला वैष्णव कृष्ण ने बताया कि मंगलवार रात को मौनी अमावस्या स्नान के लिए 1 और 2 बजे के बीच अखाड़े के रास्ते पर भरी भीड़ जमा हो गई। जिसकी वजह से दूसरी ओर बैरिकेटिंग टूट गई। और भीड़ दूसरी तरफ चली गई। जो श्रद्धालु सो रहे थे उन्हें भीड़ कुचलने लगी। पूरी घटना में 40 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए। सरकार ने बचाव कार्य चलाते हुए घायलों को उपचार दिया गया। वहीं मरने वालों के लिए 25- 25 लाख रुपए मुआवजा देने का एलान किया गया।
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