गोरखपुर में धान क्रय केंद्रों की समीक्षा, किसानों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश

प्रमुख सचिव आलोक कुमार सिंह ने गोरखपुर में धान क्रय केंद्रों की समीक्षा की। 2024-25 के लिए लक्ष्य 5,23,000 मीट्रिक टन निर्धारित, किसानों को पंजीकरण के लिए दिशा-निर्देश।

Nov 4, 2024 - 21:01
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गोरखपुर में धान क्रय केंद्रों की समीक्षा, किसानों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश
गोरखपुर में धान क्रय केंद्रों की समीक्षा, किसानों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश

गोरखपुर, 4 नवंबर 2024: प्रमुख सचिव खाद्य रसद आलोक कुमार सिंह ने आज लखनऊ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गोरखपुर के धान क्रय केंद्रों की समीक्षा की। इस बैठक में गोरखपुर एनआईसी सभागार में मौजूद आईएफसी/गीडा के सीईओ अनुज मलिक और अन्य संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।

धान क्रय का लक्ष्य

इस वर्ष 2024-25 के लिए गोरखपुर मंडल का धान क्रय लक्ष्य 5,23,000 मीट्रिक टन निर्धारित किया गया है। इसमें जनपद गोरखपुर का लक्ष्य 1,43,000 मीट्रिक टन, महराजगंज का 2,00,000 मीट्रिक टन, देवरिया का 1,06,000 मीट्रिक टन और कुशीनगर का 74,000 मीट्रिक टन है।

क्रय केंद्रों की जानकारी

गोरखपुर मंडल में कुल 461 धान क्रय केंद्रों की स्थापना की गई है। इनमें जनपद गोरखपुर में 133, महराजगंज में 167, देवरिया में 95 और कुशीनगर में 66 केंद्र शामिल हैं। इन केंद्रों पर किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य के तहत सामान्य धान का मूल्य 2300 रुपये प्रति कुंटल और ग्रेड 'ए' का मूल्य 2320 रुपये प्रति कुंटल होगा।

पंजीकरण की प्रक्रिया

धान विक्रय के लिए 9358 किसानों ने पंजीकरण कराया है। इसमें गोरखपुर के 2451, महराजगंज के 5535, देवरिया के 421 और कुशीनगर के 937 किसान शामिल हैं। किसान अपने पंजीकरण के लिए विभागीय वेबसाइट fcs.up.gov.in पर जा सकते हैं या अपने नजदीकी धान क्रय केंद्र पर जाकर भी पंजीकरण करा सकते हैं।

नियंत्रण कक्ष की स्थापना

किसानों की सुविधा के लिए मंडल और जनपद स्तर पर नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। किसान मंडल स्तर पर दिए गए दूरभाष नंबर 0551-3582386 और 8004143905 पर संपर्क कर सकते हैं। यह सेवा प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक उपलब्ध रहेगी, except सरकारी अवकाश और रविवार को।

निष्कर्ष

इस समीक्षा से यह स्पष्ट है कि सरकार किसानों की भलाई के लिए ठोस कदम उठा रही है। आलोक कुमार सिंह ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सुनिश्चित करें कि सभी धान क्रय केंद्र समय पर और सही तरीके से कार्य करें। इससे किसानों को सही मूल्य मिल सकेगा और उनकी फसल का उचित क्रय होगा।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।