Jharkhand Gift: झारखंड की महिलाओं को मिल रही है बड़ी सौगात, योजना के तहत जल्द खाते में आएंगे ₹5000

झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मंईयां सम्मान योजना के तहत महिलाओं को जल्द ही खाते में ₹5000 की दो महीने की राशि मिलेगी। जानिए किस जिले को मिली सबसे बड़ी रकम और कौन रहेगा सबसे पीछे।

May 19, 2025 - 17:10
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Jharkhand Gift: झारखंड की महिलाओं को मिल रही है बड़ी सौगात, योजना के तहत जल्द खाते में आएंगे ₹5000
Jharkhand Gift: मंईयां योजना की 5000 की सौगात, जानिए किस जिले को मिला सबसे ज्यादा पैसा?

झारखंड की महिलाओं के लिए एक राहतभरी खबर सामने आई है। राज्य सरकार की बहुप्रचारित मंईयां सम्मान योजना के तहत अब लाभुक महिलाओं के बैंक खातों में सीधे ₹5000 की रकम भेजी जा रही है। अप्रैल और मई माह की राशि एक साथ दी जा रही है। यह रकम महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा सभी जिलों को आवंटित की जा चुकी है। अब बस अंतिम प्रक्रिया बाकी है, और जल्द ही यह धनराशि सीधे लाभुकों के अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाएगी।

क्या है मंईयां सम्मान योजना?

मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार की महिला सशक्तिकरण की एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य की आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को आर्थिक सहायता देना है। इस योजना की शुरुआत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार ने महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए की थी। पहले चरण में प्रत्येक लाभुक महिला को ₹1000 प्रतिमाह दिया जाता है।

इस योजना के माध्यम से सरकार न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं की भूमिका को भी सशक्त कर रही है।

कितना पैसा, किसे मिला?

महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग ने इस बार कुल ₹9609 करोड़ की बड़ी राशि आवंटित की है, जो अप्रैल और मई माह की राशि को कवर करती है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस बार कुछ जिलों को बहुत बड़ी रकम मिली है, जो यह बताता है कि वहां लाभुकों की संख्या अधिक है।

टॉप 5 जिले जिन्हें मिली सबसे ज्यादा राशि:

  1. गिरिडीह – ₹907 करोड़ 50 लाख

  2. रांची – ₹823 करोड़ 50 लाख

  3. धनबाद – ₹670 करोड़ 50 लाख

  4. बोकारो – ₹639 करोड़

  5. पलामू – ₹559 करोड़ 50 लाख

इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि गिरिडीह जिले में मंईयां सम्मान योजना की पहुंच सबसे अधिक है, और वहां महिलाओं की भागीदारी इस योजना में सबसे ज्यादा है।

वहीं सबसे कम राशि खूंटी जिले को ₹165 करोड़ आवंटित की गई है।

इसका कारण यह है कि वहां लाभुक महिलाओं की संख्या अन्य जिलों की तुलना में कम है।

बाकी जिलों को मिला कितना?

राज्य के अन्य जिलों को भी जरूरत और लाभुकों की संख्या के अनुसार राशि दी गई है, जैसे:

  • हजारीबाग – ₹507 करोड़

  • गढ़वा – ₹421 करोड़ 50 लाख

  • गोड्डा – ₹399 करोड़

  • देवघर – ₹381 करोड़

  • चाईबासा – ₹375 करोड़

  • ...और अन्य जिलों को भी लगभग ₹170 करोड़ से लेकर ₹350 करोड़ तक की राशि दी गई है।

किस स्तर पर है तैयारी?

जिला कोषांगों को फंड मिल चुका है और विभागीय अधिकारियों ने सभी जिलों को निर्देश दे दिए हैं कि राशियों को लाभुकों के खातों में भेजने की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए। डिजिटल भुगतान प्रणाली के तहत DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से यह राशि सीधी महिलाओं के खाते में जाएगी।

क्यों है यह योजना खास?

झारखंड की महिलाओं के लिए यह योजना सिर्फ एक आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि एक सम्मान और पहचान का प्रतीक है। राज्य सरकार के अनुसार, यह पहल ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।

इतिहास गवाह है कि झारखंड जैसे राज्य में महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने वाली योजनाओं की पहले कमी थी। लेकिन मंईयां सम्मान योजना ने इस कमी को भरने का कार्य किया है।


झारखंड की महिलाओं को मई और अप्रैल की दो माह की राशि एक साथ मिलना न केवल आर्थिक राहत है, बल्कि यह सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण भी है। यह योजना आने वाले समय में महिला सशक्तिकरण की मिसाल बने, इसी उम्मीद के साथ महिलाएं अपने खातों में इस "सम्मान राशि" के पहुंचने का इंतजार कर रही हैं।

अब देखना है कि इस योजना का प्रभाव कितना गहरा और दूरगामी साबित होता है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।