झारखंड की कोयल नदी में बड़ा हादसा: दो घटनाओं में चार बच्चों की डूबने से मौत, तीन के शव बरामद नहीं
झारखंड की कोयल नदी में दो अलग-अलग हादसों में चार बच्चों की डूबने से मौत हो गई। तीन बच्चों के शव अब तक बरामद नहीं हो सके हैं। पढ़ें पूरी खबर।
शुक्रवार, 8 नवंबर 2024, झारखंड: झारखंड की कोयल नदी में गुरुवार को दो अलग-अलग घटनाओं में चार बच्चों की डूबने से मौत हो गई। हादसे में सभी बच्चे नाबालिग थे। घटनाओं के बाद से इलाके में मातम का माहौल है, और परिजन गहरे दुख में हैं। पुलिस ने घटना की जानकारी मिलते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन अब तक तीन बच्चों के शव नहीं बरामद किए जा सके हैं।
पहली घटना: भंड़रिया में 17 वर्षीय किशोरी की मौत
पहला हादसा पलामू जिले के जपला इलाके के पास हुआ। जानकारी के मुताबिक, छठ पूजा के लिए जपला के चेचरिया में अपने नानी के घर आए एक परिवार के लोग नदी में स्नान करने गए थे। इसी दौरान, 17 वर्षीया किशोरी और उसके दो अन्य साथी पानी में डूबने लगे। वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाया, जिससे आसपास के लोग और मृतका के पिता भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत रेस्क्यू शुरू किया और दो बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाब हो गए, लेकिन 17 साल की किशोरी को बचाया नहीं जा सका।
दूसरी घटना: मझिआंव में तीन बच्चे नदी में डूबे
दूसरी घटना मझिआंव थाना क्षेत्र के मोरबे गांव में हुई। गुरुवार दोपहर एक बजे के करीब तीन बच्चे नदी में नहाने के दौरान डूब गए। मृतकों में मोरबे गांव निवासी अमरनाथ चंद्रवंशी का चार वर्षीय पुत्र अमन कुमार, उसका चचेरा भाई पीयूष कुमार और नसीम खलीफा की 12 वर्षीय बेटी शामिल है। नदी के पास नहाने गए इन बच्चों के अचानक डूबने की खबर मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल पर खोजबीन शुरू की है, लेकिन अब तक तीनों बच्चों के शव बरामद नहीं किए जा सके हैं।
हादसे के कारण इलाके में मातम का माहौल
इस दुखद घटना ने पूरे इलाके को शोक में डाल दिया है। बच्चों के परिजन और गांववाले इस दुखदायी हादसे से सदमे में हैं। माता-पिता और अन्य परिवारजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस और रेस्क्यू टीमों द्वारा शवों की तलाश जारी है। स्थानीय प्रशासन ने भी घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि वे रेस्क्यू ऑपरेशन में हरसंभव सहायता कर रहे हैं।
नदी में बढ़ा खतरा: प्रशासन की चेतावनी
झारखंड की नदियों में आए दिन इस प्रकार की घटनाएं देखने को मिलती हैं। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी में स्नान के दौरान सतर्क रहें, खासकर बच्चों को लेकर। पानी का तेज बहाव और बढ़ता जल स्तर बच्चों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। प्रशासन ने बच्चों को बिना निगरानी के नदी किनारे या पानी में न जाने देने की हिदायत दी है।
निष्कर्ष
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर लोगों को सुरक्षा और सतर्कता की अहमियत का एहसास कराया है। ऐसे हादसों से बचने के लिए जागरूकता और सतर्कता बहुत जरूरी है।
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