Delhi Flight Mess: Vir Das ने Air India पर लगाया लापरवाही का गंभीर आरोप, बोले- “कृपया अपनी व्हीलचेयर वापस ले जाइए”
कॉमेडियन वीर दास ने एयर इंडिया पर अपनी पत्नी के साथ सफर के दौरान बदइंतजामी और लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं। जानिए कैसे 50 हजार की टिकट में मिली टूटी सीट, खराब व्हीलचेयर सेवा और कर्मचारियों की चुप्पी

“दिल्ली फ्लाइट में 50 हजार खर्च करके भी हमें टूटी सीट, खराब लेगरेस्ट और पूरी चुप्पी मिली” — ये शिकायत किसी आम यात्री की नहीं बल्कि मशहूर कॉमेडियन और एक्टर वीर दास की है, जो हाल ही में Air India की फ्लाइट में अपनी पत्नी के साथ सफर कर रहे थे।
लेकिन ये सफर एक दर्दनाक अनुभव बन गया, खासकर तब जब उनकी पत्नी, जिनके पैर में फ्रैक्चर है, को व्हीलचेयर के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा और आखिरकार खुद वीर दास को उन्हें धकेलते हुए एयरपोर्ट से बाहर ले जाना पड़ा।
क्या था पूरा मामला?
वीर दास ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक लंबा पोस्ट लिखकर एयर इंडिया की लापरवाही की पूरी कहानी बयां की। उन्होंने बताया कि उन्होंने एयरलाइन की प्रणाम सेवा और Encalm व्हीलचेयर सुविधा पहले से बुक कर रखी थी क्योंकि उनकी पत्नी का पैर फ्रैक्चर से ठीक हो रहा है।
उन्होंने लिखा,
“Dear Air India, please reclaim your wheelchair… मेरी पत्नी और मैंने प्रणाम और व्हीलचेयर सेवा बुक की थी, लेकिन न समन्वय था, न सेवा।”
50 हज़ार में टूटी सीट!
वीर दास ने बताया कि उन्होंने 50,000 रुपये प्रति सीट का टिकट बुक किया था, लेकिन बदले में उन्हें टूटी हुई सीट, खराब लेगरेस्ट और एक ऐसी सीट मिली जो पूरी तरह से सीधी नहीं हो पा रही थी।
उन्होंने कहा,
“हम दिल्ली की उड़ान पर थे, लेकिन सीट पूरी तरह से पीछे झुकी हुई थी और सीधी नहीं हो रही थी। हमें बताया गया कि फ्लाइट ‘नवीनतम रूप से पुनर्निर्मित’ है। फिर भी हाल बेहाल।”
2 घंटे लेट फ्लाइट और स्टेपलैडर!
इतना ही नहीं, फ्लाइट दो घंटे लेट थी, और दिल्ली पहुंचने के बाद उन्हें सीढ़ी से नीचे उतरना पड़ा — वो भी तब, जब व्हीलचेयर और ‘Atithya सेवा’ पहले से बुक की गई थी।
उन्होंने लिखा,
“मैं एयर होस्टेस से मदद मांगता हूं, क्योंकि मेरे पास चार बैग्स हैं और मेरी पत्नी को व्हीलचेयर चाहिए। लेकिन सामने से आती है बस खामोशी और अजनबी नजरें।”
स्टाफ ने भी दिखाया बेरुखापन
जब वे प्लेन से नीचे उतर रहे थे, तब वीर दास ने एयर इंडिया के एक ग्राउंड स्टाफ से मदद मांगी। उस स्टाफ ने उनकी ओर देखा, कंधे उचकाए और बिना कुछ कहे चले गए।
फिर जब उन्होंने एक और स्टाफ से शिकायत की तो जवाब मिला —
“सर क्या करें… सॉरी।”
व्हीलचेयर थी... लेकिन स्टाफ नहीं!
वीर दास ने बताया कि जब वे टर्मिनल पर पहुंचे, तो Encalm के स्टाफ ने व्हीलचेयर कर्मचारी को बताया कि यह सेवा पहले से बुक थी, लेकिन वो पूरी तरह से अनजान था। एयरपोर्ट पर व्हीलचेयर तो थीं, लेकिन उन्हें चलाने वाला कोई नहीं।
“मैं खुद व्हीलचेयर लेकर पत्नी को बैगेज क्लेम तक ले गया और फिर एयरपोर्ट के बाहर पार्किंग तक।”
इतिहास: एयर इंडिया और बदइंतजामी की पुरानी कहानी
गौरतलब है कि एयर इंडिया, जिसे कभी भारत की सबसे प्रतिष्ठित एयरलाइन माना जाता था, पिछले कुछ सालों से लगातार विवादों में रही है। 2022 में जब टाटा ग्रुप ने इसका अधिग्रहण किया था, तब यात्रियों को उम्मीद थी कि चीजें सुधरेंगी। लेकिन ऐसे घटनाक्रम बताते हैं कि सुधार की प्रक्रिया अभी अधूरी है।
क्या एयर इंडिया वाकई तैयार है?
वीर दास के इस अनुभव ने एक बार फिर से यह सवाल उठा दिया है — क्या भारत की राष्ट्रीय एयरलाइन, खास जरूरत वाले यात्रियों के लिए पर्याप्त रूप से संवेदनशील और तैयार है?
एक अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त अभिनेता और कॉमेडियन का इस तरह सार्वजनिक रूप से शिकायत करना केवल एक व्यक्ति की समस्या नहीं दर्शाता, यह पूरे सिस्टम की संवेदनहीनता और अव्यवस्था को उजागर करता है।
अब देखना होगा कि एयर इंडिया इस सार्वजनिक आलोचना के बाद क्या कदम उठाती है — या फिर “सर क्या करें... सॉरी” ही जवाब बना रहेगा।
What's Your Reaction?






