Bhilai news: सुनसान सड़क किनारे मिली अधजली लाश, रहस्य गहराया!
भिलाई के हथखोज क्षेत्र में सड़क किनारे मिली अधजली लाश ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस कर रही है मृतक की पहचान और मामले की गहराई से जांच। जानें अब तक क्या-क्या हुआ है इस रहस्यमयी केस में।

छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में सोमवार की सुबह एक ऐसा रहस्य उजागर हुआ जिसने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया। पुराने भिलाई थाना क्षेत्र के अंतर्गत हथखोज जाने वाले पथर्रा-उम्दा मार्ग पर सड़क किनारे एक अधजली लाश मिलने से हड़कंप मच गया। यह लाश किसकी है? क्यों जलाई गई? किसने और कब इस हरकत को अंजाम दिया? इन तमाम सवालों ने पुलिस को गहन जांच में झोंक दिया है।
प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मृतक की पहचान छुपाने के उद्देश्य से शव को जलाने की कोशिश की गई। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि शव का चेहरा पूरी तरह से जल चुका है, जिससे उसकी पहचान करना बेहद कठिन हो गया है।
क्या हुआ घटनास्थल पर?
घटना की सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर, सीएसपी हरीश पाटिल और पुरानी भिलाई थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। क्षेत्र को तुरंत घेर लिया गया और आसपास मौजूद हर सुराग को इकट्ठा करने का काम शुरू हुआ।
सीएसपी हरीश पाटिल के अनुसार, यह संभावना जताई जा रही है कि हत्या कहीं और की गई और फिर शव को सुनसान जगह लाकर जलाने का प्रयास किया गया। इससे यह स्पष्ट होता है कि आरोपी बेहद चालाक और तैयारी के साथ आया था।
इतिहास से सबक
ऐसे रहस्यमयी मामले भिलाई में पहले भी सामने आते रहे हैं। वर्ष 2018 में भी इसी प्रकार एक केस ने पूरे शहर को दहला दिया था, जब सेक्टर-6 के पास एक अज्ञात महिला की अधजली लाश मिली थी। बाद में डीएनए रिपोर्ट से उसकी पहचान हुई थी। यह बताता है कि अपराधी अकसर पहचान छुपाने के लिए शव को जलाने की कोशिश करते हैं।
क्या है पुलिस की अगली चाल?
फिलहाल, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और शॉर्ट पीएम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद ही मामले में धारा तय कर FIR दर्ज की जाएगी।
इसके साथ ही, आसपास के गांवों, लापता व्यक्तियों की लिस्ट और थानों में दर्ज शिकायतों से मृतक की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस की टीम इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और स्थानीय लोगों से पूछताछ भी की जा रही है।
स्थानीय लोगों में डर का माहौल
घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए थे। हर कोई हैरान था कि इतनी सुबह ऐसी वारदात कैसे हो सकती है। इलाके में असुरक्षा का माहौल बन गया है। लोग अब इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि यदि यह अपराधियों का कोई नया पैटर्न है, तो प्रशासन को और सख्ती बरतनी होगी।
क्या कहती है विशेषज्ञों की राय?
क्राइम सीन एनालिस्ट्स के मुताबिक, इस तरह के मामलों में सबसे ज्यादा मुश्किल पहचान को लेकर होती है। इसलिए डीएनए सैंपलिंग ही एकमात्र तरीका रह जाता है। पुलिस को चाहिए कि समय रहते इस केस को सुलझाकर अपराधियों को सजा दिलाए ताकि समाज में संदेश जाए कि कानून से कोई नहीं बच सकता।
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