Telco area incident: बाथरूम में फंदे से झूलती मिली युवती, पीछे छूट गए दो मासूम
जमशेदपुर के टेल्को क्षेत्र में रहने वाली 28 वर्षीय पूनम देवी रहस्यमय हालात में अपने घर के बाथरूम में मृत पाई गईं। दो बच्चों की मां के इस मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस जांच में जुटी है।

जमशेदपुर (झारखंड): शहर के टेल्को थाना क्षेत्र के प्रेम नगर मोहल्ले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। रविवार की सुबह एक 28 वर्षीय महिला पूनम देवी अपने घर के बाथरूम में रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाई गईं। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है।
पूनम देवी का यह असामयिक निधन न केवल परिवार बल्कि मोहल्ले में भी गहरे रहस्य और शोक की लहर फैला गया। खास बात यह है कि वह दो छोटे बच्चों की मां थीं, जो अब मां की ममता से वंचित हो गए हैं।
पति ने देखा तो उड़े होश
पूनम देवी के पति राहुल कुमार, जो शहर के एक नामी शॉपिंग मॉल "पीएम मॉल" में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते हैं, शनिवार की रात ड्यूटी पर गए थे। जब वे रविवार की सुबह वापस लौटे, तो उन्होंने घर का दरवाजा खोलते ही बाथरूम में अपनी पत्नी को फंदे से लटका पाया।
राहुल ने तुरंत ही स्थानीय पुलिस को सूचना दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को फंदे से नीचे उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। हालांकि, पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पीड़िता के मायके वालों के आने तक रोकी गई है।
बिहार के मुजफ्फरपुर से जुड़ा है महिला का मूल परिवार
पूनम देवी का मायका बिहार के मुजफ्फरपुर में है। घटना की सूचना तुरंत उनके माता-पिता को दे दी गई है, और उनके पहुंचने के बाद ही अंतिम औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। इस घटना ने दोनों राज्यों के बीच भावनात्मक जुड़ाव को भी झकझोर दिया है।
मासूम बच्चों की खामोशी कह रही है बहुत कुछ
पूनम देवी के दो नन्हें बच्चे, जो अब अपनी मां की ममता के बिना रह जाएंगे, इस पूरे मामले का सबसे दर्दनाक पहलू हैं। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि पूनम एक शांत स्वभाव की, घरेलू और बच्चों से बेहद स्नेह करने वाली महिला थीं। ऐसे में उनका अचानक इस तरह जाना सभी को खटक रहा है।
अब तक की जांच में क्या आया सामने?
टेल्को थाना प्रभारी ने बताया कि घटनास्थल की शुरुआती जांच में कोई जबरदस्ती या बाहरी दखल के निशान नहीं मिले हैं। लेकिन पुलिस किसी भी संभावना को नकार नहीं रही है और पूरे घटनाक्रम की गहराई से जांच कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक, पूनम किसी मानसिक तनाव में थीं या नहीं, इस पर भी पड़ताल की जा रही है। इसके अलावा, घर के पड़ोसियों और परिजनों से पूछताछ की जा रही है, ताकि महिला की मानसिक स्थिति और पारिवारिक जीवन को समझा जा सके।
इतिहास में झांकें तो...
झारखंड के शहरी इलाकों में महिलाओं की मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां अब पहले से कहीं अधिक सामने आ रही हैं। कार्य-जीवन संतुलन, बच्चों की परवरिश, आर्थिक दबाव और सामाजिक अपेक्षाएं कई बार ऐसी परिस्थिति बना देती हैं, जिसमें महिलाएं खुद को अकेला और असहाय महसूस करने लगती हैं।
वर्ष 2023 में भी जमशेदपुर में एक महिला के संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए जाने का मामला सामने आया था, जिसकी जांच के बाद पता चला कि उसके पारिवारिक तनाव ने उसे गहराई से प्रभावित किया था।
क्या कहती है पुलिस और समाज?
टेल्को थाना के अधिकारी ने बताया कि मामले को पूरी संवेदनशीलता के साथ देखा जा रहा है। यदि किसी तरह का मानसिक या पारिवारिक दबाव इस मामले से जुड़ा पाया गया, तो उसकी भी स्वतंत्र रूप से जांच की जाएगी।
वहीं, स्थानीय समाजसेवियों और महिला संगठनों ने इस घटना को लेकर चिंता जताई है और कहा है कि महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर परिवार और समाज दोनों को ज्यादा जागरूक होने की जरूरत है।
रहस्य से भरा अंत या अनदेखी का परिणाम?
इस पूरे घटनाक्रम ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं —
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क्या पूनम देवी किसी अनकही पीड़ा से जूझ रही थीं?
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क्या यह सिर्फ एक घरेलू त्रासदी थी या इसके पीछे कोई छुपी हुई कहानी है?
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मासूम बच्चों का भविष्य अब कैसा होगा?
इन सवालों के जवाब तो पुलिस जांच के बाद ही सामने आएंगे, लेकिन एक बात तय है कि यह घटना हर उस परिवार के लिए चेतावनी है जो चुप्पी को अनदेखा कर देता है।
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