Kudra Blast: दिल्ली-कोलकाता हाईवे पर गैस टैंकर में लगी भीषण आग से मची अफरा-तफरी
दिल्ली-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर कुदरा के पास एक गैस टैंकर में लगी भीषण आग से पूरे इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस और दमकल की तत्परता से बड़ा हादसा टला। जानिए पूरी घटना की कहानी।

कुदरा, बिहार: रविवार की दोपहर जब दिल्ली से कोलकाता को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर गाड़ियों की लंबी कतारें सामान्य रूप से बढ़ रही थीं, तभी कर्मा गांव के पास अचानक अफरा-तफरी मच गई। जीटी रोड पर एक गैस टैंकर में जबरदस्त धमाके के साथ आग लग गई, जिससे आसपास का इलाका दहशत के साए में आ गया।
तेज धमाके के साथ लगी आग, लोग छोड़ भागे वाहन
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो मोहनिया से सासाराम की ओर जा रहा यह गैस टैंकर जैसे ही कर्मा गांव के समीप पहुंचा, उसमें अचानक तेज धमाका हुआ। यह धमाका इतना जोरदार था कि कुछ मीटर की दूरी तक जमीन भी थर्रा उठी। टैंकर कुछ आगे जाकर रुका और देखते ही देखते आग की लपटों में घिर गया।
चारों ओर धुआं ही धुआं, लपटें इतनी तेज़ कि देखते ही देखते सड़क से गुजर रहे वाहन चालक अपनी गाड़ियाँ सड़क पर छोड़कर जान बचाने के लिए दौड़ पड़े।
पुलिस की मुस्तैदी से टला बड़ा हादसा
स्थानीय लोगों ने तुरंत कुदरा थाना को सूचना दी। पुलिस ने समय रहते घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों ओर से सड़क पर यातायात को रोक दिया और पूरे क्षेत्र को खाली कराया। पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से इलाके की घेराबंदी कर दी।
दमकल की टीम ने घंटों की मशक्कत के बाद पाया काबू
घटनास्थल पर पहुंची दमकल की टीम ने आग बुझाने का काम शुरू किया। तेज़ गर्मी, लगातार उठ रही गैस की लपटें और पास में मौजूद अन्य वाहन—हर चीज़ इस ऑपरेशन को और ज्यादा खतरनाक बना रही थी। बावजूद इसके, दमकलकर्मियों ने जान की परवाह किए बिना घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।
गांव में फैली दहशत, होटल-ढाबे बंद
गैस टैंकर में आग लगने की खबर फैलते ही कर्मा गांव और आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया। हाईवे किनारे मौजूद होटल और ढाबे बंद हो गए। लोग टैंकर के पास जाने से बचने लगे। पुलिस और प्रशासन की अपील पर ही लोग थोड़े संयम में लौटे।
इतिहास: NH-19 और टैंकर हादसों की काली छाया
दिलचस्प बात यह है कि यह पहला मौका नहीं है जब NH-19 पर गैस टैंकर में आग लगी हो। बीते वर्षों में भी इस राजमार्ग पर ऐसे कई हादसे हो चुके हैं। इसका एक बड़ा कारण है—सुरक्षा मानकों का उल्लंघन और तेज़ रफ्तार में वाहनों का चलना।
2018 में इसी हाइवे पर औरंगाबाद के पास एक तेल टैंकर में आग लगने से पांच लोग झुलस गए थे। हर बार की तरह, जांच होती है लेकिन ज़मीनी स्तर पर कोई ठोस सुधार देखने को नहीं मिलता।
क्या कहती है प्रशासन की ओर से जारी चेतावनी?
कुदरा पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि गैस से जुड़े वाहनों से दूरी बनाए रखें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचित करें। वहीं, हाईवे पर भारी वाहनों के परिचालन में अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
सतर्कता ही बचाव है
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि थोड़ी सी लापरवाही बड़े हादसों में बदल सकती है। प्रशासन और नागरिकों दोनों की जिम्मेदारी है कि ऐसे खतरनाक वाहनों को लेकर अत्यधिक सतर्क रहें। वक़्त रहते नियंत्रण और सूझबूझ से ही जान-माल के नुकसान को टाला जा सकता है।
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