Jharkhand Welfare: मंईयां योजना की राशि में देरी क्यों? जानिए कब मिलेगा ₹5000 एक साथ!
झारखंड में मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों को जल्द ही दो महीने की राशि ₹5000 मिलेगी; सत्यापन और आधार सीडिंग के बाद भुगतान शुरू होगा।

झारखंड में महिलाओं को आर्थिक सहारा देने वाली मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों को अप्रैल माह की राशि का अब तक इंतजार है।
लेकिन अब इस इंतज़ार के अंत की उम्मीद बंध चुकी है। राज्य सरकार जल्द ही एक बड़ी राहत देने जा रही है। यदि आप भी इस योजना के लाभार्थी हैं, तो आपके खाते में एक साथ ₹5000 की राशि आने वाली है। जी हां, दो महीने की किस्त एक साथ भेजने की तैयारी हो चुकी है।
अब सवाल उठता है, इस भुगतान में इतनी देरी क्यों हुई? और किन शर्तों को पूरा करने के बाद ही पैसा आपके खाते में आएगा?
सत्यापन और आधार सीडिंग बना देरी की वजह
राज्य सरकार की महिला, सुरक्षा और बाल विकास विभाग की इस योजना के तहत अप्रैल महीने की राशि अभी तक भेजी नहीं गई है क्योंकि आवेदन और लाभुकों का सत्यापन और आधार सीडिंग का कार्य अभी अधूरा है।
विभाग इस प्रक्रिया को तेज़ी से पूरा करने में जुटा है। जगह-जगह शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जहां ई-केवाईसी और आधार लिंकिंग की प्रक्रिया की जा रही है। अनुमान है कि अगले सप्ताह तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
इतिहास में पहली बार – एक साथ दो किस्तों का लाभ
यह पहला मौका है जब मंईयां योजना के तहत एक साथ दो महीनों की राशि (₹5000) लाभार्थियों को दी जाएगी। आमतौर पर महीने के अंत तक एक किस्त भेजी जाती है, लेकिन सत्यापन में देरी के कारण अब अप्रैल और मई दोनों माह की राशि एक साथ दी जाएगी।
इससे पहले वर्ष 2023 में जब योजना की शुरुआत हुई थी, तब भी तकनीकी कारणों से पहले भुगतान में देरी हुई थी। लेकिन इस बार सरकार ने प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और टेक्नोलॉजी आधारित बनाया है।
मुख्यमंत्री मंईयां योजना की शुरुआत और ई-केवाईसी की बाधा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा शुरू की गई मंईयां सम्मान योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण देना था। योजना की शुरुआत में ही ई-केवाईसी को अनिवार्य किया गया था, लेकिन तकनीकी खामियों के चलते उसे रोक दिया गया।
अब दोबारा ई-केवाईसी को बायोमेट्रिक आधार पर अनिवार्य रूप से लागू किया गया है ताकि फर्जीवाड़े से बचा जा सके और केवल योग्य लाभुकों को ही राशि मिले।
इस बार केवल आधार लिंक खातों को मिलेगा लाभ
इस बार सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि केवल उन्हीं लाभुकों को राशि दी जाएगी जिनके बैंक खाते आधार से लिंक हैं।
जिन लाभुकों ने अभी तक यह कार्य पूरा नहीं किया है, उनके खाते में पैसा नहीं आएगा। इसलिए यह जरूरी है कि सभी लाभुक जल्द से जल्द अपने खाते को आधार से लिंक करवा लें और ई-केवाईसी पूरा करें।
दोहरी पेंशन लेने वालों पर सरकार सख्त
राज्य सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि जो लाभुक पहले से किसी और पेंशन योजना से राशि ले रहे हैं और मंईयां योजना का भी लाभ ले रहे हैं, उन्हें पूरी राशि लौटानी होगी।
इस कदम का उद्देश्य पारदर्शिता बनाए रखना है और यह सुनिश्चित करना है कि योजना का लाभ केवल उन्हीं महिलाओं तक पहुंचे जो वास्तव में इसकी हकदार हैं।
कब मिलेगा पैसा?
विभागीय सूत्रों के अनुसार, इस महीने के तीसरे या चौथे सप्ताह तक मंईयां योजना के लाभुकों के खाते में ₹5000 ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। हालांकि यह तभी संभव है जब सत्यापन और आधार सीडिंग का कार्य समय पर पूरा हो जाए।
मंईयां सम्मान योजना की राशि में हो रही देरी के पीछे तकनीकी और प्रशासनिक प्रक्रियाएं जिम्मेदार हैं। लेकिन अब सरकार सक्रिय हो चुकी है, और यदि आपने सही तरीके से ई-केवाईसी और आधार लिंकिंग पूरी कर ली है, तो जल्द ही आपके खाते में ₹5000 की बड़ी राहत आ सकती है।
क्या आप तैयार हैं इस लाभ को पाने के लिए? अगर नहीं, तो आज ही नजदीकी शिविर में जाकर प्रक्रिया पूरी कराएं।
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