Muzaffarpur Tragedy: मां की नींद के दौरान डेढ़ साल के मासूम ने बाल्टी में खो दी जान

मुजफ्फरपुर में डेढ़ साल के मासूम की पानी से भरी बाल्टी में डूबकर मौत। मां के सोते समय बच्चा खेलते हुए बाल्टी में गिरा। जानिए कैसे छोटी सी लापरवाही ने छीन ली एक मासूम की जान।

Apr 25, 2025 - 11:00
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Muzaffarpur Tragedy: मां की नींद के दौरान डेढ़ साल के मासूम ने बाल्टी में खो दी जान
Muzaffarpur Tragedy: मां की नींद के दौरान डेढ़ साल के मासूम ने बाल्टी में खो दी जान

मुजफ्फरपुर, दुर्घटना – बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक हृदयविदारक घटना ने परिवार को सदमे में डाल दिया है। मनियारी थाना क्षेत्र के हरपुर बलड़ा गांव में डेढ़ साल के मासूम आदर्श कुमार की पानी से भरी बाल्टी में डूबने से मौत हो गई। घटना गुरुवार दोपहर की है, जब बच्चे की मां सो रही थी और मासूम खेलते-खेलते बाल्टी में गिर गया।  

कैसे हुई दुर्घटना?  
- दोपहर में मां और बच्चा साथ सो रहे थे  
- मासूम उठकर आंगन में खेलने लगा  
- चापाकल के पास रखी पानी से भरी बाल्टी में गिरा  
- कुछ देर बाद परिजनों ने बाल्टी में बच्चे को देखा  
- तुरंत डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी  

परिवार में मचा कोहराम  
बच्चे के पिता पंकज महतो और अन्य परिजनों ने जब यह दृश्य देखा तो वे स्तब्ध रह गए। आदर्श परिवार का इकलौता बेटा था, जिसकी मौत ने घर में मातम का माहौल पैदा कर दिया।  

डॉक्टर ने क्या कहा?  
स्थानीय चिकित्सक ने बताया कि बच्चे को लाया गया तब वह पूरी तरह से ठंडा हो चुका था। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि लंबे समय तक पानी में रहने से उसके फेफड़े पूरी तरह भर गए थे।  

ऐतिहासिक संदर्भ  
बिहार में यह पहली बार नहीं है जब पानी से भरी बाल्टी में बच्चे की डूबने की घटना हुई हो। 2019 में समस्तीपुर में और 2021 में गया में ऐसी ही घटनाएं हुई थीं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव रंजन बताते हैं कि "1 से 3 साल के बच्चों के लिए महज 2 इंच पानी भी खतरनाक हो सकता है।"  

सुरक्षा सलाह  
- पानी से भरे बर्तनों को बच्चों की पहुंच से दूर रखें  
- बाथटब, बाल्टी या टंकी को हमेशा ढककर रखें  
- बच्चों को कभी भी पानी के पास अकेला न छोड़ें  
- CPR की बेसिक जानकारी सभी माता-पिता को होनी चाहिए  

मुजफ्फरपुर की एक और दर्दनाक घटना  
इसी जिले में एक अन्य दर्दनाक घटना में 16 वर्षीय किशोरी रीमा कुमारी की नृशंस हत्या की गई। हत्यारों ने उसके पैरों में कीलें ठोंकी थीं और शव पर नमक छिड़ककर सियारी नदी के किनारे दफनाया था।  


आदर्श की मौत एक ऐसी दुर्घटना है जिसे थोड़ी सी सावधानी से टाला जा सकता था। यह घटना सभी माता-पिता के लिए एक सबक है कि छोटे बच्चों को किसी भी जल स्रोत के पास अकेला न छोड़ें। जिला प्रशासन ने बाल सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।