Israel Alert: दुनियाभर में यहूदियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है आज का दिन, इजराइल ने जारी की चेतावनी

इजराइल ने दुनियाभर के यहूदियों और इजराइली नागरिकों को आज सतर्क रहने की चेतावनी दी है। फिलिस्तीन समर्थकों द्वारा घोषित 'डे ऑफ रेज' के चलते इजराइल को लोन वुल्फ हमलों का डर है। जानिए सरकार ने क्या गाइडलाइंस जारी की हैं।

Apr 23, 2025 - 14:32
 0
Israel Alert: दुनियाभर में यहूदियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है आज का दिन, इजराइल ने जारी की चेतावनी
Israel Alert: दुनियाभर में यहूदियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है आज का दिन, इजराइल ने जारी की चेतावनी

आज का दिन दुनियाभर में रहने वाले यहूदियों और इजराइली नागरिकों के लिए एक चुनौती बनकर सामने आया है। इजराइल की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल ने दुनियाभर के अपने नागरिकों को अलर्ट रहने की सख्त चेतावनी दी है। कारण है – 'डे ऑफ रेज' यानी 'गुस्से का दिन', जिसे फिलिस्तीन समर्थक संगठनों ने आज के लिए घोषित किया है।

क्या है ‘डे ऑफ रेज’?

‘डे ऑफ रेज’ फिलिस्तीन समर्थकों द्वारा आयोजित किया गया एक वैश्विक विरोध प्रदर्शन है, जिसमें गाज़ा पर इजराइली हमलों के खिलाफ आवाज़ उठाई जा रही है। इस विरोध में अमेरिका, यूरोप, एशिया और कई अरब देशों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन की संभावना जताई गई है।

इजराइली सरकार को आशंका है कि इन प्रदर्शनों के दौरान यहूदियों और इजराइली नागरिकों को निशाना बनाया जा सकता है। खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ पहले भी लोन वुल्फ टेररिस्ट्स यानी अकेले हमला करने वाले आतंकी सक्रिय रहे हैं।

यहूदियों और इजराइली नागरिकों के लिए जारी निर्देश

इजराइल की सरकार ने अपने नागरिकों को कुछ अहम गाइडलाइंस दी हैं, ताकि वे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें:

  • सार्वजनिक स्थलों पर यहूदी या इजराइली पहचान ना दिखाएं

  • यदि कोई संदिग्ध गतिविधि नज़र आए, तो तुरंत सतर्क हो जाएं और नज़दीकी सिक्योरिटी एजेंसी से संपर्क करें।

  • इजराइली एंबेसी और लोकल इमरजेंसी नंबर हमेशा अपने पास रखें

  • किसी भी भीड़भाड़ वाले इलाके से दूर रहें और प्रदर्शन स्थलों के पास जाने से बचें।

पिछली घटनाओं से मिली चेतावनी

ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। पिछले कुछ वर्षों में दुनिया भर में इजराइल-विरोधी प्रदर्शनों के दौरान यहूदियों को टारगेट किए जाने के कई मामले सामने आए हैं

पिछले साल अमेरिका की कई यूनिवर्सिटीज़ में हुए प्रोटेस्ट्स के दौरान इजराइली छात्रों को डर और धमकी का सामना करना पड़ा था। न्यूयॉर्क, पेरिस और लंदन जैसे शहरों में यहूदियों पर हमला और दुर्व्यवहार की घटनाएं दर्ज हुई थीं।

इतिहास बताता है कि ऐसे माहौल में लोन वुल्फ अटैक की संभावना बढ़ जाती है, जिसमें अकेला हमलावर अचानक हमला करता है, और उसे रोक पाना मुश्किल हो जाता है।

गाजा में मानवीय संकट और बढ़ता वैश्विक दबाव

गाजा पट्टी में इजराइल द्वारा जारी बमबारी और सैन्य कार्रवाई के चलते मानवीय संकट दिन-ब-दिन गहराता जा रहा है। हजारों निर्दोष नागरिकों की मौत, बच्चों की हालत और अस्पतालों की बदहाली को लेकर इजराइल की तीखी आलोचना हो रही है

संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय यूनियन, और अरब लीग जैसे संगठनों ने इजराइल से सीज़फायर की मांग की है, लेकिन जवाब में इजराइल आतंकवाद के खिलाफ अपनी “नो टॉलरेंस पॉलिसी” दोहरा रहा है।

क्या खतरे की घंटी है ये अलर्ट?

इजराइली सरकार का यह वैश्विक अलर्ट दिखाता है कि हालात कितने संवेदनशील हो चुके हैं। एक तरफ गाज़ा में बम गिर रहे हैं, दूसरी ओर दुनियाभर के यहूदी भय के माहौल में जीने को मजबूर हैं।

यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या इजराइल की विदेश नीति और सैन्य कार्रवाई इतनी कठोर हो चुकी है कि उसकी प्रतिक्रिया वैश्विक असुरक्षा का कारण बन रही है?

आज का दिन महज़ एक और तारीख नहीं है, बल्कि एक चेतावनी है – उस विभाजन की जो धर्म, राजनीति और पहचान के नाम पर फैलती जा रही है। इजराइल ने भले ही अलर्ट जारी कर दिया हो, लेकिन असली चुनौती है – इस संकट के हल की ओर कदम बढ़ाना।

फिलहाल, दुनियाभर के यहूदियों और इजराइली नागरिकों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि यह "डे ऑफ रेज" सिर्फ विरोध का दिन नहीं, बल्कि संभावित हिंसा का संकेत भी हो सकता है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।