Baramulla Encounter: Uri में घुसे थे आतंकी, सेना ने कर डाली सफाई! पहलगाम हमले के बाद सेना का करारा जवाब
जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले के उरी में घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को सेना ने मार गिराया। यह मुठभेड़ ठीक एक दिन बाद हुई जब पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी।

Baramulla Encounter: जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले के उरी इलाके में सोमवार सुबह जो हुआ, उसने एक बार फिर घाटी की फिजाओं में तनाव घोल दिया। सेना ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया, जो सरजीवन इलाके से उरी नाला के रास्ते घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे।
यह ऑपरेशन ऐसे समय में हुआ है जब पूरा देश अभी तक Pahalgam आतंकी हमले की आग में झुलस रहा है, जिसमें 26 मासूम नागरिकों की जान गई थी।
आखिर क्यों बार-बार कश्मीर?
कश्मीर घाटी का इतिहास बताता है कि जब-जब अमन की कोशिशें तेज होती हैं, आतंकी ताकतें अपना सिर उठाने लगती हैं। 1990 के दशक से लेकर आज तक, कश्मीर में घुसपैठ की घटनाएं भारत-पाकिस्तान संबंधों की नब्ज को झकझोरती रही हैं। उरी, पुंछ और राजौरी जैसे इलाके हमेशा से हाई रिस्क जोन रहे हैं, जहां से आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशें होती रही हैं।
क्या हुआ बारामुला में?
भारतीय सेना की चिनार कोर ने बताया कि सोमवार को उरी नाला के पास संदिग्ध मूवमेंट देखा गया। जब सेना ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया तो आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गए।
सेना ने जानकारी दी कि आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य युद्ध-सामग्री बरामद की गई है। यह ऑपरेशन अभी भी जारी है, क्योंकि आशंका है कि घुसपैठ की कोशिश में और भी आतंकी शामिल हो सकते हैं।
Pahalgam हमले से जुड़े तार?
जिस दिन उरी में ये मुठभेड़ हुई, ठीक उसके एक दिन पहले पहलगाम के 'मिनी स्विट्जरलैंड' कहे जाने वाले बैसरान घास के मैदान में बड़ा आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई, और कई घायल हैं।
यह हमला पर्यटकों के एक ग्रुप पर हुआ, जो कश्मीर की खूबसूरती देखने वहां पहुंचे थे। पहलगाम का यह इलाका खासकर गर्मियों में टूरिज्म का हॉटस्पॉट होता है, जहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं।
PM मोदी की त्वरित प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा की और सऊदी अरब की अपनी राजकीय यात्रा बीच में छोड़कर बुधवार सुबह दिल्ली लौट आए। वह क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के निमंत्रण पर दो दिन की यात्रा पर थे।
दिल्ली पहुंचते ही प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ उच्चस्तरीय बैठक की और आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया,
"मैं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। आतंक के खिलाफ हमारी लड़ाई अडिग है और और मजबूत होगी।"
कश्मीर का अब क्या भविष्य?
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या ये मुठभेड़ और Pahalgam हमला किसी बड़े आतंकी साजिश का हिस्सा है? क्या यह सिर्फ एक चेतावनी थी, या इसके पीछे कोई और बड़ी योजना है?
विशेषज्ञ मानते हैं कि अमरनाथ यात्रा से पहले घाटी को अस्थिर करने की कोशिशें शुरू हो गई हैं। आतंकियों की नजर टूरिज्म पर है, क्योंकि वह घाटी की छवि को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।
Baramulla में हुई ये मुठभेड़ दिखाती है कि भारतीय सेना चौकस है और हर घुसपैठ को नाकाम करने के लिए तैयार। लेकिन साथ ही यह भी साफ हो जाता है कि आतंकियों की साजिशें खत्म नहीं हुई हैं।
सरकार की चुनौती अब डबल हो चुकी है—एक तरफ शांति बनाए रखना, दूसरी तरफ दुश्मनों की हर चाल को नाकाम करना।
क्या आने वाले दिनों में और भी ऐसे ऑपरेशन होंगे? क्या पहलगाम जैसा हमला फिर दोहराया जाएगा? देश को चाहिए चौकसी और सख्त जवाब... और शायद अब वक्त है कि आतंक के खिलाफ निर्णायक जंग शुरू की जाए।
What's Your Reaction?






