Jamshedpur Mystery Death: सुबह-सुबह जल गई 22 साल की महिला, सिलेंडर ब्लास्ट या कुछ और?

जमशेदपुर के उलीडीह में एक महिला की रसोई में आग से झुलसकर मौत हो गई। हादसा गैस सिलेंडर के कारण हुआ या कुछ और? पुलिस जांच में जुटी है, तीन साल का बेटा छोड़ गई पीछे।

May 21, 2025 - 12:18
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Jamshedpur Mystery Death: सुबह-सुबह जल गई 22 साल की महिला, सिलेंडर ब्लास्ट या कुछ और?
Jamshedpur Mystery Death: सुबह-सुबह जल गई 22 साल की महिला, सिलेंडर ब्लास्ट या कुछ और?

जमशेदपुर (उलीडीह थाना क्षेत्र) – मंगलवार की सुबह एक आम सुबह की तरह शुरू हुई, लेकिन कुवर सिंह स्कूल के पास स्थित एक घर में उस सुबह ने एक 22 साल की महिला पूजा हेंब्रम की जान ले ली। महिला अपने घर में रसोई में खाना बना रही थी, तभी अचानक आग की चपेट में आ गई। इलाज के दौरान एमजीएम अस्पताल में उसकी मौत हो गई। लेकिन सवाल यह है कि यह हादसा केवल रसोई गैस से हुआ, या कुछ और भी छिपा है?

घटना का सिलसिला: सुबह 5 बजे की चुप्पी और आग का कहर

पूजा हेंब्रम रोज की तरह मंगलवार सुबह 5 बजे उठी और रसोई में खाना बनाना शुरू किया। पति और तीन साल का बेटा उस समय सो रहे थे। तभी अचानक चीख-पुकार की आवाज़ से पति की नींद टूटी। भागकर रसोई में पहुंचा तो देखा, पूजा की देह जल रही थी। वह तुरंत उसे एमजीएम अस्पताल लेकर गया, जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन 70 प्रतिशत झुलस चुकी पूजा ने दम तोड़ दिया

पुलिस को देर से दी गई सूचना

हैरानी की बात यह रही कि घटना की सूचना पुलिस को अगले दिन यानी बुधवार को दी गई। पूजा के पति ने जाकर पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद उलीडीह थाना पुलिस मौके पर पहुंची और महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया

इतनी गंभीर घटना के बाद भी पुलिस को देरी से सूचना मिलना, सवाल खड़े करता है। क्या वाकई यह हादसा था? या इसमें कुछ छिपाया गया है?

क्या यह सिलेंडर ब्लास्ट था या लापरवाही?

इस हादसे में कई पहलू सामने आ सकते हैं। घर के अंदर खाना बनाते समय आग लगना, खासकर सुबह-सुबह, संकेत देता है कि या तो सिलेंडर में लीकेज था, या चूल्हे का प्रयोग असुरक्षित तरीके से किया गया।

भारत में हर साल सैकड़ों महिलाएं रसोई से जुड़ी दुर्घटनाओं में जान गंवाती हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में LPG से जुड़ी दुर्घटनाओं का बड़ा कारण सुरक्षा उपायों की अनदेखी है।

इतिहास की बात करें तो साल 2017 में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने बताया था कि केवल घरेलू गैस सिलेंडर के कारण भारत में हर साल औसतन 1000 से ज्यादा मौतें होती हैं।

तीन साल का मासूम अब मां के बिना

पूजा अपने पीछे तीन साल के बेटे को छोड़ गई है, जो अब शायद समझ भी नहीं पाएगा कि उसकी मां अचानक क्यों गायब हो गई। यह हादसा एक परिवार को बिखेर गया है और एक बच्चे को मां के बिना कर गया है।

पुलिस कर रही है जांच, लेकिन सवाल अब भी बाकी

उलीडीह थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। हालांकि, अभी तक किसी तरह की आपराधिक साजिश या घरेलू हिंसा की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अंदरखाने कई सवाल उठ रहे हैं।

क्या पूजा की मौत सिर्फ एक हादसा थी?
क्या किसी लापरवाही ने उसकी जान ली?
या फिर मामला कुछ और है जो पर्दे के पीछे छुपा है?

सुरक्षा, सतर्कता और सच – तीनों की ज़रूरत

यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि रसोई, जो घर की सबसे सुरक्षित जगह मानी जाती है, कभी-कभी जानलेवा भी हो सकती है। जरूरत है सही उपकरण, नियमित जांच और आग से निपटने के उपायों की जानकारी की।

पूजा की मौत अगर हादसा थी, तो हमें सीख लेनी होगी। और अगर कुछ छुपाया जा रहा है, तो सच का सामने आना जरूरी है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।