बच्चों ने खोला खिलौनों का राज: जानिए खिलौनों का असली महत्व!
खिलौना दिवस का आयोजन: बच्चों ने जाना खिलौनों का महत्व
घाटशिला के संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में मंगलवार को बच्चों ने बड़े उत्साह के साथ खिलौना दिवस मनाया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को वाचन कला में निपुण बनाना और खिलौनों के महत्व को समझाना था। कक्षा नर्सरी से यूकेजी तक के बच्चे अपनी पसंदीदा खिलौने लेकर स्कूल आए थे।
कार्यक्रम के दौरान कक्षा यूकेजी से द्वितीय तक के बच्चों ने एक सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया, जिससे माहौल में खुशी की लहर दौड़ गई। कक्षा पांचवीं ‘ब’ के छात्र चिराग साव ने खिलौने वाले का अभिनय कर क्रय-विक्रय की प्रक्रिया को समझाया।
इसके बाद कक्षा पंचम ‘ब’ के प्रजीत विश्वास और कक्षा पंचम ‘अ’ के आर्यन राज ने अपने सुविचार और भाषण के माध्यम से बच्चों को खिलौनों के महत्व के बारे में बताया। विद्यालय की प्रशासिका शोभा गनेरीवाल, प्रधानाचार्या नीलकमल सिन्हा और प्राइमरी इंचार्ज सुजाता वर्मा ने भी कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज कराई।
प्रधानाचार्या नीलकमल सिन्हा ने खिलौना दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, "खिलौने सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं होते, वे बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खिलौनों के माध्यम से बच्चे अपनी भावनाओं को मासूमियत के साथ प्रस्तुत करते हैं और उनकी बुद्धि कुशाग्र होती है।"
उन्होंने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए ‘खिलौना दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
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