गुजरात में गरबा महोत्सव में आधार कार्ड अनिवार्य, लव जिहाद की घटनाओं के मद्देनजर सुरक्षा कड़े
गुजरात में गरबा महोत्सव में प्रवेश के लिए आधार कार्ड अनिवार्य किया गया। लव जिहाद और पथराव की घटनाओं को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
अहमदाबाद, 13 सितंबर 2024: गणेश महोत्सव के दौरान पथराव की घटनाओं और लव जिहाद की चिंताओं के मद्देनजर, गुजरात के विभिन्न शहरों में अगले माह शुरू होने वाले नवरात्र महोत्सव में गरबा में शामिल होने के लिए आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है। यह कदम आयोजकों द्वारा सुरक्षा और पहचान की आवश्यकता को देखते हुए उठाया गया है।
सुरेंद्र सिंह वाला, साहिर रसोत्सव के संचालक, ने बताया कि हाल की घटनाओं को देखते हुए गैर हिंदुओं के गरबा महोत्सव में प्रवेश को रोकने का निर्णय लिया गया है। उनका कहना है कि कई मुस्लिम युवक नाम बदलकर गरबा में शामिल होते हैं, इसलिए आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य किया गया है।
कडवा पाटीदार समाज के पुष्कर पटेल ने भी आधार कार्ड की व्यवस्था को आवश्यक बताया है। उनका कहना है कि लव जिहाद की घटनाओं की वजह से ऐसे कदम उठाने की जरूरत है।
इस पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने भी गैर हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध का समर्थन किया है। विहिप प्रवक्ता हितेंद्र सिंह राजपूत ने अपील की है कि पहचान पत्र देखकर ही लोगों को उत्सव में प्रवेश दिया जाए। बजरंग दल एक हेल्पलाइन भी शुरू करेगा ताकि किसी भी समस्या का समाधान किया जा सके।
वहीं, एआईएमआईएम के प्रवक्ता दानिश कुरैशी ने इस व्यवस्था पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि राज्य में धर्म के आधार पर प्रवेश की यह व्यवस्था गलत है और इसे लोकतंत्र की भावना के खिलाफ माना जा सकता है।
इस कदम से राज्य के विभिन्न समुदायों में विवाद और प्रतिक्रिया की स्थिति उत्पन्न हो गई है। गरबा महोत्सव के दौरान धार्मिक और सुरक्षा मुद्दों पर उठाए गए इस कदम के बारे में चर्चाएँ जारी हैं।
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